प्रगति बालिका शिक्षा नींव अभियान: बेटियों के भविष्य को सशक्त बनाने की ओर एक सकारात्मक कदम
के कुमार आहूजा 2024-10-17 05:04:09
आज बीकानेर जिले के खारी चारणान में उर्मूल ट्रस्ट द्वारा संचालित प्रोजेक्ट प्रगति बालिका शिक्षा नीव कैंप का उद्घाटन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा ने की। प्रोजेक्ट का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों को शिक्षा के अवसर प्रदान करना और उन्हें सशक्त बनाना है, जिससे वे अपने जीवन में आत्मनिर्भर बन सकें। यह अभियान, विशेष रूप से उन लड़कियों के लिए है जो विभिन्न सामाजिक-आर्थिक कारणों से शिक्षा से वंचित रह जाती हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत और उद्देश्यों पर जोर
इस अवसर पर उर्मूल ट्रस्ट के प्रशासनिक अधिकारी चेनाराम बिश्नोई ने विस्तार से प्रोजेक्ट प्रगति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट एजुकेट गर्ल्स के वित्तीय सहयोग से संचालित किया जा रहा है, जिसमें बीकानेर जिले की करीब 2500 बालिकाओं को ओपन बोर्ड के माध्यम से 10वीं कक्षा की परीक्षा के लिए पंजीकृत कराया गया है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य इन बालिकाओं को शिक्षा के मुख्य धारा में वापस लाना है।
उर्मूल ट्रस्ट ने गांव की पढ़ी-लिखी लड़कियों को प्रेरक के रूप में चयनित किया है, जो प्रतिदिन 3 घंटे सेंटर पर बालिकाओं को शिक्षित करेंगी। इस कैंप का संचालन इन प्रेरकों द्वारा किया जाएगा, जो गांव की अन्य लड़कियों के लिए एक आदर्श बनेंगी और शिक्षा की ज्योत जलाएंगी।
अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी का संबोधन
अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा ने अपने संबोधन में उर्मूल ट्रस्ट और प्रेरक मोनिका शर्मा को इस महत्वपूर्ण पहल के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देना और उन्हें सशक्त बनाना है। उन्होंने यह भी कहा कि उर्मूल ट्रस्ट हमेशा से वंचित और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए प्रयासरत रहा है। शिक्षा किसी भी समाज की उन्नति के लिए अनिवार्य है, और लड़कियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने से न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे समाज को भी लाभ होता है।
समाज के विभिन्न वर्गों की भागीदारी
कार्यक्रम में विभिन्न महत्वपूर्ण व्यक्तियों ने भाग लिया, जिसमें फील्ड कोऑर्डिनेटर ज्योति शर्मा और टालाराम, जिला परिषद सदस्य पुरखाराम, खारी चारणान बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती हर्ष रानी, और सरपंच मोहन लाल जैसे गणमान्य व्यक्ति शामिल थे। सभी ने बालिकाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण की इस मुहिम की सराहना की। उन्होंने इस दिशा में काम करने और इसे सफल बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता भी व्यक्त की।
इस अवसर पर सभी उपस्थित लोगों ने अपने विचार साझा किए और इस बात पर जोर दिया कि बालिकाओं के विकास के लिए शिक्षा का प्रसार बेहद जरूरी है। सभी ने इस कार्यक्रम को समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना।
उर्मूल ट्रस्ट का प्रयास: शिक्षा की ज्योत जगाना
उर्मूल ट्रस्ट का यह प्रयास बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने और उनके जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस पहल से न केवल लड़कियों को शिक्षा मिलेगी, बल्कि वे अपने परिवार और समाज में भी एक नई पहचान बना सकेंगी। एजुकेट गर्ल्स जैसे संगठनों के सहयोग से यह प्रोजेक्ट और भी प्रभावी तरीके से संचालित हो सकेगा और आने वाले वर्षों में इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।