जुपिटर के बर्फीले चंद्रमा यूरोपा पर जीवन की खोज: NASA का ऐतिहासिक मिशन लॉन्च
के कुमार आहूजा 2024-10-16 08:29:23
दम में, NASA और SpaceX ने मिलकर एक मिशन शुरू किया है जो जुपिटर के बर्फ से ढके चंद्रमा यूरोपा पर जीवन की संभावनाओं की खोज करेगा। यह मिशन न केवल अंतरिक्ष अन्वेषण की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर है, बल्कि पृथ्वी के बाहर जीवन की खोज के लिए भी एक नई उम्मीद जगाता है।
विस्तृत रिपोर्ट:
सोमवार को SpaceX ने NASA के ऐतिहासिक Europa Clipper मिशन को लॉन्च किया, जिसका उद्देश्य जुपिटर के बर्फीले चंद्रमा यूरोपा पर जीवन के संभावित संकेतों की खोज करना है। इस मिशन की लागत लगभग 5 बिलियन डॉलर है और इसे स्पेसएक्स के फाल्कन हेवी रॉकेट की मदद से NASA के कैनेडी स्पेस सेंटर (KSC) से लॉन्च किया गया। यह लॉन्च भारतीय समयानुसार रात 9:36 बजे और स्थानीय समयानुसार दोपहर 12:06 बजे हुआ।
NASA के प्रशासक बिल नेल्सन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर इस लॉन्च की पुष्टि करते हुए लिखा, “आज हम सौर मंडल में जीवन के लिए जरूरी तत्वों की खोज के लिए एक नई यात्रा पर निकल पड़े हैं। हमारा अंतरिक्ष अन्वेषण का अगला अध्याय शुरू हो चुका है।”
मिशन की महत्ता और उद्देश्य
Europa Clipper NASA का पहला मिशन है जो जुपिटर के चंद्रमा यूरोपा की वैज्ञानिक रूप से गहन जांच करेगा। वैज्ञानिकों के अनुसार, यूरोपा की बर्फीली सतह के नीचे एक नमकीन महासागर छिपा हुआ है, जिसमें जीवन के लिए आवश्यक तत्व मौजूद हो सकते हैं। यह मिशन हमें यह समझने में मदद करेगा कि पृथ्वी पर जीवन कैसे विकसित हुआ और क्या पृथ्वी से बाहर भी जीवन संभव है।
NASA ने कहा है कि यह मिशन उन तत्वों की पहचान करने में मदद करेगा, जो जीवन की उत्पत्ति और विकास के लिए आवश्यक हो सकते हैं। इसके अलावा, यह मिशन खगोलजीव विज्ञान (astrobiology) में नए आयाम खोलेगा, जो पृथ्वी के बाहर जीवन की खोज का अध्ययन करता है।
यात्रा की चुनौतियाँ और तकनीकी उपलब्धियां
यह मिशन सरल नहीं है, क्योंकि जुपिटर पृथ्वी से औसतन 480 मिलियन मील दूर है। Europa Clipper को जुपिटर तक पहुँचने के लिए लगभग 1.8 बिलियन मील की यात्रा करनी होगी, जिसमें लगभग 5 साल का समय लगेगा। यह अंतरिक्षयान पृथ्वी और मंगल के गुरुत्वाकर्षण बल का उपयोग करके अपनी गति बढ़ाएगा, जिसे "गुरुत्वाकर्षण सहायता" कहा जाता है।
मिशन की खास बात यह है कि Europa Clipper जुपिटर की कक्षा में प्रवेश करेगा और लगभग 50 बार यूरोपा के पास से गुजरेगा। इस दौरान यह चंद्रमा की बर्फीली सतह, महासागर, रासायनिक संरचना और भूविज्ञान की जांच करेगा। मिशन का लक्ष्य यह जानना है कि यूरोपा के महासागर में जीवन के लिए कितनी संभावनाएँ हो सकती हैं।
लॉन्च की तकनीकी जानकारी
इस लॉन्च के दौरान, NASA के जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी में स्थित उड़ान नियंत्रकों ने प्रोब के प्रोपल्शन सिस्टम में कुछ वेंटिंग संबंधी मुद्दों की रिपोर्ट की, लेकिन बाद में यह पुष्टि की गई कि सिस्टम अपेक्षा के अनुसार काम कर रहा है।
लॉन्च के छह घंटे बाद, अंतरिक्ष यान अपने सौर पैनल तैनात करेगा, जो 30 मीटर से अधिक लंबे होंगे और इसका कुल वजन लगभग 6,000 किलोग्राम होगा। यह सौर पैनल अंतरिक्ष यान के संचालन के लिए आवश्यक ऊर्जा प्रदान करेंगे।
SpaceX और फाल्कन हेवी की भूमिका
यह मिशन SpaceX के फाल्कन हेवी रॉकेट का 11वां लॉन्च था और इसकी यह दूसरी अंतरग्रहीय (interplanetary) उड़ान थी। इस लॉन्च में फाल्कन हेवी के तीन पहले चरण के बूस्टर पूरी तरह से खर्च हो गए, जो इस मिशन की सफलता में एक महत्वपूर्ण तकनीकी कदम था।
Europa Clipper मिशन न केवल जुपिटर के चंद्रमा पर जीवन की खोज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह पृथ्वी के बाहर जीवन की संभावनाओं की हमारी समझ को भी बदल सकता है। जैसे-जैसे यह मिशन आगे बढ़ेगा, हमें नई जानकारियां और अंतरिक्ष अन्वेषण के रोमांचक पहलू देखने को मिलेंगे।