चलती ट्रेन के दरवाजे पर कलाबाजी कर रहे नशेड़ी को मिली सजा
के कुमार आहूजा 2024-10-13 18:08:36
गुरुवार की रात बाग एक्सप्रेस में एक नशे में धुत्त युवक द्वारा ट्रेन के दरवाजे से लटककर चार मासूम बच्चों के साथ खतरनाक खेल करने की घटना ने यात्रियों को झकझोर दिया। इस साहसी कदम के खिलाफ कार्रवाई कर समाजसेवी गीता कौर ने सुरक्षा की जागरूकता फैलाने का एक बड़ा संदेश दिया।
घटना का विवरण:
घटना गुरुवार शाम की है जब बाग एक्सप्रेस ट्रेन में सफर कर रही समाजसेवी और पत्रकार सुश्री गीता कौर ने एक बेहद खतरनाक मंजर देखा। एक नशेड़ी युवक, जिसके साथ चार मासूम बच्चे यात्रा कर रहे थे, ट्रेन के गेट पर लटककर बच्चों को गलत तरीके से ट्रेनिंग दे रहा था। यह पूरी घटना ट्रेन के जनरल डिब्बे में हो रही थी, जहां बच्चों की माँ अथवा कोई और बड़ा या जिम्मेदार व्यक्ति बच्चों के साथ नहीं था।
जब गीता कौर ने देखा कि युवक बच्चों को इस तरह के खतरनाक खेल सिखा रहा है, तो उन्होंने तुरंत हस्तक्षेप किया और नशेड़ी को मना किया। लेकिन, नशे में चूर युवक किसी की बात सुनने को तैयार नहीं था। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए सुश्री गीता कौर ने तुरंत रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को फोन किया।
आरपीएफ की त्वरित कार्रवाई:
गीता कौर की सूझबूझ और तत्परता से आरपीएफ के हेड कांस्टेबल प्रसिद्ध नाथ तिवारी और रमाकांत यादव मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति को संभालते हुए नशेड़ी युवक को गेट से हटाकर सुरक्षित स्थान पर बिठाया। इस दौरान, यात्रियों के दबाव पर युवक को दंडित भी किया गया ताकि वह आगे से ऐसी हरकतें न करे।
युवक की पहचान बबलू के रूप में हुई, जो मुजफ्फरपुर (बिहार) से बरेली तक यात्रा कर रहा था और सटरिंग का काम करता था। बबलू को समझा-बुझाकर छोड़ दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि बबलू नशे में था और उसकी हरकत से कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
गीता कौर की जागरूकता और संदेश:
घटना के बाद, सुश्री गीता कौर ने यात्रियों से सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने दुर्गा पूजा के अवसर पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही और अनदेखी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रेन में इस तरह की कलाबाजी करने वाले व्यक्ति चोर या असामाजिक तत्व हो सकते हैं, और ऐसे लोगों को सबक सिखाना अत्यंत आवश्यक है। इससे युवा पीढ़ी को गलत रास्तों से बचाकर सही दिशा में लगाया जा सकता है।
घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें अधिकारी नशेड़ी युवक से पूछताछ करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
यह घटना हमें यह सिखाती है कि ट्रेन में यात्रा के दौरान सतर्कता कितनी महत्वपूर्ण है। गीता कौर की सजगता और त्वरित कार्रवाई से एक संभावित हादसा टल गया। यात्रियों को ऐसे खतरनाक मामलों में हस्तक्षेप करने और सही समय पर अधिकारियों को सूचित करने की आवश्यकता है, ताकि यात्रा सभी के लिए सुरक्षित और सुगम रहे।