मोबाइल टावर के नाम पर धोखाधड़ी: कॉल उठाने से पहले रहें सावधान


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2024-10-13 09:08:21



 

क्या आपने कभी सुना है कि आपके खाली प्लॉट या छत पर मोबाइल टावर लगवाकर हर महीने मोटी रकम कमाई जा सकती है? हो सकता है कि किसी दिन आपको भी एक ऐसा ऑफर कॉल आए, जो सुनने में आकर्षक लगे लेकिन हकीकत में यह एक जालसाजी हो सकती है। हाल ही में मोबाइल टावर इंस्टॉलेशन के नाम पर ठगी के कई मामले सामने आए हैं, जिनमें लोगों से लाखों रुपये ऐंठे जा रहे हैं। आइए जानते हैं कि यह धोखाधड़ी कैसे होती है और आप कैसे इससे बच सकते हैं।

कैसे होती है ठगी?

मोबाइल टावर लगवाने के नाम पर हो रहे इस फर्जीवाड़े में जालसाज सबसे पहले लोगों को अनजान नंबरों से कॉल करते हैं। कॉल में कहा जाता है कि आप अपनी खाली जगह पर मोबाइल टावर इंस्टॉल करवा सकते हैं और हर महीने अच्छा-खासा किराया कमा सकते हैं। इसके अलावा, कई अन्य फायदे भी गिनाए जाते हैं, जैसे कि एक बार टावर इंस्टॉल हो जाने पर आपको लंबे समय तक बिना किसी मेहनत के आय प्राप्त होती रहेगी।

धोखाधड़ी का असली खेल तब शुरू होता है जब कॉल करने वाला व्यक्ति आपकी जमीन और निजी जानकारी मांगता है। एक बार जब आप अपनी जानकारी शेयर कर देते हैं, तो वह आपसे रजिस्ट्रेशन शुल्क के नाम पर पैसे मांगता है। कहा जाता है कि रजिस्ट्रेशन करने के बाद आपकी जमीन का सर्वेक्षण किया जाएगा और टावर इंस्टॉल करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। लेकिन असल में ऐसा कुछ भी नहीं होता, और यह सब एक सुनियोजित ठगी का हिस्सा होता है।

ठगी के बढ़ते मामले

हाल के दिनों में इस तरह की धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए हैं। TRAI (Telecom Regulatory Authority of India) ने भी इसे लेकर गंभीर चिंता जाहिर की है। कई रिपोर्ट्स में बताया गया है कि जालसाज खुद को किसी बड़ी टेलीकॉम कंपनी का प्रतिनिधि बताते हैं और इस फ्रॉड को अंजाम देते हैं। वे लोगों को झूठे दस्तावेज और नकली अनुबंध भेजते हैं, जो देखने में एकदम असली लगते हैं। इसके बाद जब पीड़ित व्यक्ति रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा कर देता है, तो जालसाज उसका पैसा लेकर गायब हो जाते हैं।

TRAI का स्पष्टीकरण

इस मामले में TRAI ने स्पष्ट किया है कि वह किसी भी प्रकार की मोबाइल टावर इंस्टॉलेशन प्रक्रिया में प्रत्यक्ष रूप से शामिल नहीं है। उन्होंने कहा कि टावर लगाने के लिए न ही वह कोई एनओसी (No Objection Certificate) जारी करता है और न ही टावर इंस्टॉल करवाने के लिए किसी प्रकार का कॉल करता है। TRAI की वेबसाइट पर टावर लगवाने से जुड़ी सभी जानकारी उपलब्ध है और नागरिकों को चाहिए कि वे किसी भी अनजान कॉल पर भरोसा न करें। अगर आपको ऐसा कोई ऑफर मिलता है, तो पहले उसकी पूरी जांच-पड़ताल करें और ट्राई की वेबसाइट से जानकारी प्राप्त करें।

ठगी से कैसे बचें?

मोबाइल टावर इंस्टॉलेशन के नाम पर होने वाली ठगी से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखें:

♦ अविश्वसनीय कॉल्स से सावधान रहें: अगर आपको किसी अनजान नंबर से कॉल आता है और उसमें टावर इंस्टॉल करने का ऑफर दिया जाता है, तो बिना पूरी जांच किए उस पर भरोसा न करें।

♦ कोई अग्रिम भुगतान न करें: रजिस्ट्रेशन शुल्क के नाम पर मांगे जा रहे पैसे की मांग पर सतर्क रहें। कोई भी कंपनी पहले पैसे नहीं मांगती।

♦ TRAI और टेलीकॉम कंपनियों से संपर्क करें: अगर आपको ऐसा कोई ऑफर मिलता है, तो सीधे संबंधित टेलीकॉम कंपनी या TRAI से संपर्क करें और उनकी वैधता की जांच करें।

♦ सोशल मीडिया पर फेक विज्ञापनों से बचें: अक्सर इस तरह के फर्जी ऑफर्स सोशल मीडिया पर भी शेयर किए जाते हैं। इन विज्ञापनों पर क्लिक करने से पहले उनकी प्रामाणिकता की जांच करें।

♦ कानूनी सलाह लें: अगर आपको लगता है कि आप किसी फ्रॉड का शिकार हो रहे हैं, तो तुरंत स्थानीय पुलिस या साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराएं।

मोबाइल टावर इंस्टॉलेशन के नाम पर हो रही ठगी से बचने के लिए सावधानी और जागरूकता बेहद जरूरी है। अनजान कॉल्स और आकर्षक ऑफर्स के जाल में न फंसें। इसके बजाय, आधिकारिक स्रोतों से जानकारी लें और फ्रॉड से बचने के उपाय अपनाएं। याद रखें, सुरक्षा और सतर्कता ही इस तरह की ठगी से बचने का सबसे मजबूत हथियार है।


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