उत्तर भारत से मानसून विदा, ठंड जल्द दे सकती है दस्तक
के कुमार आहूजा 2024-10-13 08:54:36
उत्तर भारत से मानसून विदा, ठंड जल्द दे सकती है दस्तक
उत्तर भारत से मानसून की विदाई हो चुकी है, और अब लोगों को ठंड के आगमन का इंतजार है। मौसम विभाग की रिपोर्टों के अनुसार, आगामी सप्ताह में दिन के तापमान में खास गिरावट नहीं दिखेगी, लेकिन रात के तापमान में हल्की कमी आ सकती है। ठंड का आगमन कब होगा, इसे लेकर लोगों में उत्सुकता बढ़ रही है।
ठंड का इंतजार, एक सप्ताह बाद संभावित बदलाव
भारत मौसम विभाग (IMD) और निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट दोनों के अनुसार, 21-22 अक्टूबर के बाद से दिन के तापमान में गिरावट की संभावना जताई जा रही है। यह समय उत्तरी भारत में ठंड की शुरुआत का होता है, हालांकि अक्टूबर के दूसरे सप्ताह से ही तापमान में गिरावट शुरू होने लगती है। इस वर्ष तापमान में कमी की संभावना थोड़ी देरी से दिख रही है, लेकिन नवंबर के पहले सप्ताह तक ठंड का प्रभाव बढ़ सकता है।
मानसून की विदाई और ठंड की तैयारियां
उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों से मानसून पूरी तरह से विदा हो चुका है। IMD के अनुसार, शुक्रवार को उत्तर प्रदेश से मानसून की पूरी वापसी हो गई थी, और शनिवार तक बिहार और छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों से भी मानसून वापस जा चुका होगा। हालांकि, बंगाल की खाड़ी में बनने वाले निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण मानसून की वापसी में कुछ दिनों की देरी भी हो सकती है।
दक्षिण भारत में बारिश जारी, उत्तर भारत पर कोई प्रभाव नहीं
भारत के दक्षिणी हिस्सों में, विशेषकर तटीय क्षेत्रों में, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने निम्न दबाव के क्षेत्रों के कारण बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। IMD के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा के अनुसार, इन क्षेत्रों में बने निम्न दबाव के सिस्टम का उत्तर भारत पर कोई विशेष प्रभाव नहीं होगा। इससे उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तर भारत के अन्य राज्यों में बारिश की संभावना बेहद कम है।
हालांकि, दक्षिण के कुछ राज्यों जैसे आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और तटीय क्षेत्रों में बारिश का असर देखने को मिलेगा। बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बनने की संभावना जताई जा रही है, जिससे इन क्षेत्रों में बारिश की स्थिति और खराब हो सकती है।
निम्न दबाव के क्षेत्र और इसका संभावित प्रभाव
अरब सागर में एक सर्कुलेशन पहले ही बन चुका है, जो जल्द ही डीप डिप्रेशन में तब्दील होने की संभावना है। हालांकि, इसकी दिशा ओमान की ओर होने के कारण भारत पर इसका सीधा असर नहीं पड़ेगा। इसी तरह, बंगाल की खाड़ी में भी निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है, जिसके अगले कुछ घंटों में चक्रवात में बदलने की संभावना है। यदि यह चक्रवात विकसित होता है, तो इसका प्रमुख प्रभाव आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में देखा जा सकता है।
हालांकि, यदि बंगाल की खाड़ी में गतिविधियाँ बढ़ती हैं, तो उत्तर भारत में ठंड के आगमन में देरी हो सकती है। इसके परिणामस्वरूप तापमान में गिरावट भी धीमी हो जाएगी और मानसून की वापसी में कुछ और दिन लग सकते हैं।
आगामी सप्ताह का मौसम पूर्वानुमान
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर भारत में ठंड की दस्तक नवंबर के पहले सप्ताह तक दे सकती है, जबकि तापमान में गिरावट की शुरुआत अक्टूबर के अंत तक हो सकती है। अभी के लिए, दिन के तापमान में कोई खास बदलाव नहीं देखने को मिलेगा, लेकिन रात के तापमान में हल्की गिरावट का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, इस बीच दक्षिण भारत के तटीय हिस्सों में बारिश का दौर जारी रहेगा, जबकि उत्तर भारत के राज्यों में मौसम शुष्क बना रहेगा।
उत्तर भारत के लिए ठंड की शुरुआत का इंतजार अब बढ़ता जा रहा है। मानसून की विदाई के साथ ही मौसम विभाग की निगाहें अब तापमान में गिरावट और ठंड के आगमन पर टिकी हैं। 21-22 अक्टूबर के बाद से तापमान में गिरावट की संभावना है, और लोगों को ठंड का एहसास नवंबर के पहले सप्ताह से हो सकता है। तब तक, दक्षिण भारत में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा और बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बनने की संभावना पर भी मौसम विभाग की नजरें टिकी हैं।