चोरसुआ में माँ कालरात्रि की भव्य पूजा, डांडिया नृत्य और जागरूकता कार्यक्रम से सजी शाम"
के कुमार आहूजा 2024-10-11 10:44:21
चोरसुआ में माँ कालरात्रि की भव्य पूजा, डांडिया नृत्य और जागरूकता कार्यक्रम से सजी शाम"
चोरसुआ गांव में दुर्गा पूजा का आयोजन इस बार कुछ अलग अंदाज में मनाया गया, जहां मां कालरात्रि की पूजा के साथ ही सांस्कृतिक और जागरूकता कार्यक्रमों ने पूरे गांव को मंत्र-मुग्ध कर दिया। इस विशेष आयोजन में स्कूली बच्चों और स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुतियों ने समां बांध दिया।
मां कालरात्रि की पूजा और सांस्कृतिक कार्यक्रम
चोरसुआ गांव में दुर्गा पूजा समिति की ओर से सप्तम रूप में मां कालरात्रि की पूजा की गई। इस अवसर पर स्कूली बच्चों और स्थानीय कलाकारों ने डांडिया नृत्य के साथ मां का स्वागत किया। सरस्वती विद्या मंदिर और नालंदा सेंट्रल स्कूल के बच्चों ने अपनी प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। गांव के बच्चे, शिक्षक और जनप्रतिनिधि भी इस आयोजन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। समिति अध्यक्ष चंदन कुमार ने बताया कि इस बार कार्यक्रम में अध्यात्म के साथ-साथ शालीनता और स्वच्छता का विशेष ख्याल रखा गया है।
शिक्षा और जागरूकता की पहल
शिक्षक रोहित कुमार ने बताया कि इस बार दुर्गा पूजा के अवसर पर गांव के विभिन्न विद्यालयों के बच्चों के बीच विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। इनमें डांस, क्विज, भाषण और नुक्कड़ नाटक शामिल हैं। इस पहल का मुख्य उद्देश्य बच्चों में सांस्कृतिक और देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करना है।
सामाजिक जागरूकता के लिए विशेष कार्यक्रम
लोकगायक और नगर पंचायत के ब्रांड एम्बेसडर भैया अजीत ने बाल विवाह, दहेज प्रथा, बालिका शिक्षा, बाल मजदूरी और स्वच्छता जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए नुक्कड़ नाटक और गीत प्रस्तुत किए। उन्होंने इस अवसर पर लोगों को स्वच्छता के महत्व के बारे में भी जागरूक किया और बताया कि स्वच्छता से बीमारियों को कैसे दूर रखा जा सकता है।
पुरस्कार वितरण और समापन
विजयदशमी के दिन विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया जाएगा। इस अवसर पर गांव के कई गणमान्य लोग और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।
समाज में एकता और स्वच्छता का संदेश
पूरे आयोजन का मुख्य उद्देश्य न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रदर्शन था, बल्कि सामाजिक कुरीतियों से लड़ने और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने का भी था। ग्रामीणों और बच्चों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया, जिससे यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण हो गया।
इस अवसर पर राकेश कुमार, संजीव कुमार, अशोक कुमार, अशोक प्रसाद, सुशील लाल, हरदेव प्रसाद, रंजीत कुमार, सोनू कुमार सक्सेना, भूषण कुमार, शशिभूषण प्रसाद, प्रेम प्रकाश राकेश, इंदुभूषण, संजय प्रसाद, रामाशीष कुमार, प्रेम कुमार, अरविंद प्रसाद, सोहराय प्रसाद का योगदान सराहनीय रहा।