शेयर बाजार में तेजी, नज़रें आरबीआई की मौद्रिक नीति पर: जानिए बाजार के ताज़ा हाल
के कुमार आहूजा 2024-10-10 19:11:11
शेयर बाजार में तेजी, नज़रें आरबीआई की मौद्रिक नीति पर: जानिए बाजार के ताज़ा हाल
भारतीय शेयर बाजार बुधवार सुबह तेज़ी में दिखा, आरबीआई की आगामी मौद्रिक नीति घोषणा से पहले सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सकारात्मक संकेत दे रहे थे। बाजार विशेषज्ञों और निवेशकों की नज़रें अब इस महत्वपूर्ण नीति पर टिकी हैं, जो आने वाले दिनों में शेयर बाजार की दिशा तय करेगी।
विस्तृत रिपोर्ट:
बुधवार को भारतीय इक्विटी सूचकांक आरबीआई की मौद्रिक नीति से पहले उछाल पर रहे। सुबह 9:48 बजे, सेंसेक्स 251 अंक यानी 0.31 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 81,873 पर और निफ्टी 81 अंक यानी 0.34 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,097 पर कारोबार कर रहे थे। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 1,855 शेयर हरे निशान में थे, जबकि 396 लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।
शीर्ष बढ़त दर्ज करने वाले शेयर:
टाटा मोटर्स, मारुति सुजुकी, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, बजाज फाइनेंस, एसबीआई, विप्रो, भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स, और इंफोसिस प्रमुख बढ़त वाले शेयरों में शामिल थे।
टॉप लूज़र्स:
आईटीसी, नेस्ले, रिलायंस, जेएसडब्ल्यू स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक, एनटीपीसी, एचयूएल, एलएंडटी और आईसीआईसीआई बैंक थे।
विश्लेषकों की राय:
चॉइस ब्रोकिंग के डेरिवेटिव एनालिस्ट हार्दिक मतालिया ने बताया कि निफ्टी के लिए 24,950 और 24,850 प्रमुख समर्थन स्तर हो सकते हैं, जबकि 25,050 निकटतम प्रतिरोध स्तर है।
एशियाई बाजारों की स्थिति:
टोक्यो और बैंकॉक के बाजारों में तेजी दिखी, जबकि शंघाई, हांगकांग, जकार्ता और सियोल के बाजारों में गिरावट थी। अमेरिकी शेयर बाजार मंगलवार को सकारात्मक रहे।
राजनीतिक असर:
हरियाणा में बीजेपी की जीत ने शेयर बाजार में विश्वास और उत्साह को बढ़ावा दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (MPC) मौद्रिक रुख को तटस्थ रखने का संकेत देती है तो बाजार में और उछाल देखा जा सकता है।
हालांकि, ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम है, क्योंकि खाद्य महंगाई एक महत्वपूर्ण चिंता बनी हुई है।
विदेशी निवेशक:
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 8 अक्टूबर को 5,729 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने उसी दिन 7,008 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
बहरहाल, आगामी आरबीआई की घोषणा और वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव के बीच, भारतीय शेयर बाजार की स्थिति निकट भविष्य में अस्थिर रह सकती है। निवेशकों को सतर्क रहना होगा, खासकर मौद्रिक नीति के बाद के प्रभावों को देखते हुए।