भारत-कजाखिस्तान के बीच चल रहा सैन्य अभ्यास KAZIND-2024: आतंकवाद से निपटने की तैयारियों का प्रदर्शन
के कुमार आहूजा 2024-10-07 07:06:09
भारत-कजाखिस्तान के बीच चल रहा सैन्य अभ्यास KAZIND-2024: आतंकवाद से निपटने की तैयारियों का प्रदर्शन
उत्तराखंड के औली में चल रहे भारत-कजाखिस्तान सैन्य अभ्यास KAZIND-2024 में भारतीय सेना ने कजाखिस्तानी सैनिकों के साथ अपने हथियारों और युद्धक क्षमताओं का अद्भुत प्रदर्शन किया। यह अभ्यास दोनों देशों के सैन्य संबंधों को मज़बूत करने और आतंकवाद से लड़ने की तैयारियों को धार देने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। आइए जानते हैं, इस अभ्यास से जुड़े और रोचक पहलू।
पूरी रिपोर्ट
30 सितंबर 2024 से उत्तराखंड के औली स्थित सूर्य फॉरेन ट्रेनिंग नोड पर भारत और कजाखिस्तान के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास KAZIND-2024 की शुरुआत हुई। यह सैन्य अभ्यास दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सैन्य सहयोग को गहरा करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इस अभ्यास में भारतीय सेना के कुमाऊं रेजिमेंट की एक बटालियन के 120 सैनिक भाग ले रहे हैं, जबकि कजाखिस्तान की ओर से वहां की भूमि सेना और एयरबोर्न असॉल्ट ट्रूप्स शामिल हैं।
इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद से निपटने की रणनीतियों को साझा करना और युद्धक तैयारियों को मज़बूत करना है। विशेष रूप से, अर्ध-शहरी और पर्वतीय क्षेत्रों में आतंकवाद से निपटने के लिए दोनों देशों के सैनिक विभिन्न टैक्टिकल अभ्यास कर रहे हैं। इस दौरान विशेष हेलिबोर्न ऑपरेशंस, कॉम्बैट फ्री-फॉल और ड्रोन टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन भी किया गया। यह आधुनिक युद्ध की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है, जहां नई तकनीकों का उपयोग प्रमुख भूमिका निभाता है।
अभ्यास के दौरान सैनिकों ने संयुक्त कमांड पोस्ट स्थापित किया और इंटेलिजेंस व सर्विलांस सेंटर का भी निर्माण किया। इससे सैनिकों को रियल टाइम में युद्धक्षेत्र की जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी, जिससे त्वरित और सही निर्णय लिया जा सकेगा।
यह अभ्यास केवल आतंकवाद से निपटने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भारत और कजाखिस्तान के बीच के दीर्घकालिक रक्षा संबंधों को भी गहराई देने का माध्यम है। भारत और कजाखिस्तान के बीच 1992 में कूटनीतिक संबंध स्थापित हुए थे और तब से लेकर आज तक यह रिश्ता लगातार मज़बूत होता जा रहा है। 2009 में दोनों देशों ने एक रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की थी, और तब से लेकर अब तक ऐसे संयुक्त सैन्य अभ्यासों के माध्यम से दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग बढ़ता गया है।
KAZIND-2024 अभ्यास इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें दोनों देशों के सैनिकों ने एक-दूसरे से आतंकवाद से निपटने की रणनीतियों, सर्वोत्तम प्रथाओं और हथियारों के संचालन के बारे में सीखा। इस अभ्यास से न केवल सैन्य संबंध मज़बूत होंगे, बल्कि इससे दोनों देशों के सैनिकों के बीच आपसी विश्वास और समझ भी बढ़ेगी।
यह अभ्यास 13 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें सैनिकों को विभिन्न चुनौतियों का सामना करने और सामरिक युद्धाभ्यास को बेहतर बनाने का अवसर मिलेगा।
यह अभ्यास इस बात का सबूत है कि भारत और कजाखिस्तान न केवल क्षेत्रीय स्थिरता में विश्वास रखते हैं, बल्कि आतंकवाद जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए भी पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।