7 अक्टूबर नरसंहार की पहली बरसी: IDF द्वारा खास प्रदर्शनी में दुनिया को दिखाए गए आतंकियों से जब्त हथियार
के कुमार आहूजा 2024-10-07 06:19:08
7 अक्टूबर नरसंहार की पहली बरसी: IDF द्वारा खास प्रदर्शनी में दुनिया को दिखाए गए आतंकियों से जब्त हथियार
इजरायल और हमास के बीच 7 अक्टूबर के भीषण हमले के एक साल बाद, इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया है। यह प्रदर्शनी उन हथियारों और उपकरणों को दुनिया के सामने लाने के लिए बनाई गई है जो हमास आतंकियों से जब्त किए गए थे। इस प्रदर्शनी का मकसद न केवल हमास की क्रूरता को उजागर करना है, बल्कि दुनिया को यह दिखाना भी है कि इजरायल ने किस तरह से इस हमले का सामना किया और आतंकवाद के खिलाफ अपनी जंग जारी रखी।
हमास आतंकियों से जब्त हजारों हथियार
7 अक्टूबर 2023 को हुए हमास के हमले के दौरान, इजरायल पर अचानक भारी मात्रा में आतंकियों ने धावा बोला। इस हमले के बाद शुरू हुए युद्ध में, इजरायली सेना ने अब तक 70,000 से ज्यादा दुश्मन के उपकरण जब्त किए हैं। इन उपकरणों में 1,250 से अधिक एंटी-टैंक मिसाइलें, रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड्स (RPGs), और लगभग 4,500 विस्फोटक उपकरण शामिल हैं। इस प्रदर्शनी में इन सभी खतरनाक हथियारों को प्रदर्शित किया गया है, ताकि दुनिया देख सके कि आतंकवादियों द्वारा इजरायल पर किस हद तक हमला किया गया था।
हमास की क्रूरता की झलक
इस प्रदर्शनी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा यह भी है कि इसमें उन सामग्रियों को भी दिखाया गया है जो आतंकवादियों द्वारा निर्दोष नागरिकों पर इस्तेमाल किए गए थे। IDF का दावा है कि इन उपकरणों का इस्तेमाल आम नागरिकों और बच्चों पर भी किया गया था। हमले के बाद जब इजरायली सेना ने जवाबी कार्रवाई की, तब इन आतंकवादियों से बड़ी संख्या में हथियार और अन्य उपकरण जब्त किए गए। इस प्रदर्शनी के माध्यम से IDF ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि किस तरह हमास ने अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन किया और निर्दोष लोगों पर जानलेवा हमला किया।
विश्व समुदाय से समर्थन की अपील
इस प्रदर्शनी का आयोजन इजरायली सरकार द्वारा अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को यह दिखाने के लिए किया गया है कि इजरायल किस तरह आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष कर रहा है। इजरायल का यह भी कहना है कि इस प्रदर्शनी के जरिए वह दुनिया को दिखाना चाहता है कि आतंकवाद से लड़ने के लिए उसे और अधिक समर्थन की जरूरत है। इस प्रदर्शनी में दुनिया के विभिन्न देशों के राजनयिकों को भी आमंत्रित किया गया है, ताकि वे अपने देशों में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाएं।
इजरायली जनता का संकल्प
इजरायली सेना द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी में देश की जनता ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया। इजरायली नागरिकों का कहना है कि वे आतंकवाद के खिलाफ अपनी सेना के साथ खड़े हैं और अपने देश की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। इस प्रदर्शनी के माध्यम से इजरायल ने एक बार फिर यह साफ संदेश दिया है कि वह किसी भी सूरत में आतंकवाद के आगे नहीं झुकेगा और इस जंग को जीतने के लिए प्रतिबद्ध है।
7 अक्टूबर के हमले की पहली बरसी पर आयोजित इस प्रदर्शनी ने न केवल इजरायल के अंदर बल्कि पूरी दुनिया में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत किया है। इजरायली सेना द्वारा प्रदर्शित किए गए हथियार और उपकरण यह दर्शाते हैं कि आतंकवाद किस हद तक बढ़ चुका है और इसे खत्म करने के लिए वैश्विक समर्थन की आवश्यकता है।