बूंदी पुलिस का बड़ा खुलासा: अंतरराज्यीय बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश, 23 मोटरसाइकिल बरामद
के कुमार आहूजा 2024-10-06 11:14:10
बूंदी पुलिस का बड़ा खुलासा: अंतरराज्यीय बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश, 23 मोटरसाइकिल बरामद
राजस्थान के बूंदी जिले में एक बड़ा खुलासा सामने आया जब पुलिस ने एक अंतरराज्यीय बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 23 चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की। पुलिस की इस कार्रवाई ने इलाके में हो रही मोटरसाइकिल चोरी की घटनाओं पर बड़ा प्रहार किया है। आइए जानते हैं इस पूरे मामले की पूरी जानकारी और कैसे पुलिस ने इस गिरोह को धर दबोचा।
घटना का पूरा विवरण:
बूंदी जिला पुलिस ने शनिवार को एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अंतरराज्यीय बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश किया। इस गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार कर पुलिस ने उनके पास से 23 चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की है। जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि इस मामले में सदर थाना क्षेत्र की पुलिस ने विशेष टीम बनाकर कार्रवाई की।
टीम का नेतृत्व थाना अधिकारी भगवान सहाय कर रहे थे। उनके साथ पुलिस टीम में शिवराज सिंह, ज्ञानेन्द्र सिंह, जयसिंह, नेतराम, हनुमान, और गजेन्द्र जैसे अन्य अधिकारियों ने मिलकर यह ऑपरेशन सफल बनाया। तीज के मेले में हुई मोटरसाइकिल चोरी की घटना के बाद पुलिस ने इन चोरों की तलाश में व्यापक अभियान चलाया, जिसके तहत शहर और हाईवे पर करीब 50-60 स्थानों पर तकनीकी साक्ष्य इकट्ठा किए गए।
गिरफ्तार आरोपी और उनकी पहचान:
पुलिस ने इस गिरोह के छह मुख्य सदस्यों को गिरफ्तार किया, जिनमें से प्रमुख आरोपी हैं:
अभिषेक (22 वर्ष), निवासी माटुन्दा थाना सदर, बूंदी।
विशाल (20 वर्ष), निवासी एसटीसी रोड डंड, बूंदी।
सोनू (19 वर्ष), निवासी करणीनगर, नांता, कोटा।
आशिक (28 वर्ष), निवासी करणीनगर, नांता, कोटा।
मुराद अली (30 वर्ष), निवासी करणीनगर थाना, नांता, कोटा।
सगीर उर्फ चिन्टू (19 वर्ष), निवासी माता जी के मंदिर, नांता, कोटा।
अंतरराज्यीय चोर गिरोह का नेटवर्क:
पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह राजस्थान के कई जिलों के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी सक्रिय था। चोर गिरोह ने कोटा और बूंदी के विभिन्न थाना क्षेत्रों से मोटरसाइकिलें चुराने की बात स्वीकार की है। गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस को यह भी पता चला कि चोरी की मोटरसाइकिलों को बेचने और खरीदने का एक सुनियोजित नेटवर्क था, जिसमें अन्य जिलों के अपराधी भी शामिल थे।
मोटरसाइकिल चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही थीं, खासकर तीज के मेले और अन्य सार्वजनिक आयोजनों के दौरान। पुलिस ने इलाके में दर्ज हुए करीब 15 चोरी के मामलों की जांच के दौरान इस गिरोह को पकड़ा।
पुलिस की रणनीति और तकनीकी साक्ष्य:
पुलिस ने चोरों को पकड़ने के लिए आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया। संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर 50-60 जगहों पर हाईवे और अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में जांच की गई। सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग और स्थानीय मुखबिरों की मदद से पुलिस ने इस गिरोह का पता लगाया।
इसके साथ ही, पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वे चोरी की मोटरसाइकिलों को कुछ ठिकानों पर छिपा कर रखते थे और फिर उन्हें अलग-अलग जगहों पर बेचने की योजना बनाते थे। इसके तहत कोटा और बूंदी के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी ये चोर सक्रिय थे।
गिरोह की गिरफ्तारी से राहत:
इस बड़े खुलासे से बूंदी और आसपास के क्षेत्रों में हो रही मोटरसाइकिल चोरी की घटनाओं में भारी कमी आने की उम्मीद है। पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी से आम नागरिकों को बड़ी राहत मिली है। पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है, ताकि चोरी की घटनाओं पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।
पुलिस की सतर्कता और भविष्य की योजना:
एसपी राजेंद्र कुमार मीणा ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए पुलिस हाईवे और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सतर्कता बढ़ा रही है। भविष्य में भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अधिक निगरानी और पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी, ताकि चोरों को किसी भी प्रकार का मौका न मिल सके।
इसके अलावा, पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि वे अपने वाहनों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाएं। जैसे कि वाहन को लॉक करने और सुरक्षित स्थान पर पार्क करने की आदत डालें। साथ ही, किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें।
बहरहाल, बूंदी पुलिस की यह सफलता न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए राहतभरी साबित हो रही है। 23 मोटरसाइकिलों की बरामदगी और चोर गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी से पुलिस ने एक बड़ा संदेश दिया है कि अपराध करने वाले अपराधियों को कानून के शिकंजे से बचना मुश्किल है। यह पुलिस की कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है कि इलाके में बढ़ रही मोटरसाइकिल चोरी की घटनाओं पर नियंत्रण पाया जा सका है।