ज्ञानवापी मस्जिद मामला- एएसआई की रिपोर्ट पर अभी तक कोई आपत्ति दाखिल नहीं, हिंदू पक्ष के वकील ने दी बड़ी जानकारी


  2024-10-06 06:06:16



ज्ञानवापी मस्जिद मामला- एएसआई की रिपोर्ट पर अभी तक कोई आपत्ति दाखिल नहीं, हिंदू पक्ष के वकील ने दी बड़ी जानकारी

वाराणसी का ज्ञानवापी मस्जिद मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। मामले को लेकर हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कुछ अहम जानकारियाँ दी हैं। जैन ने बताया कि एएसआई ने अपनी रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत कर दी थी। लेकिन अभी तक अंजुमन इंतेजामिया कमेटी ने इस पर कोई आपत्ति जाहिर नहीं की है। जिसे लेकर अदालत से गुजारिश की गई है कि यदि कोई आपत्ति है तो जल्द दर्ज करवाई जाए। अब यह देखना महत्वपूर्ण है कि अगली तारिख में कोर्ट का क्या निर्णय होता है।

विस्तृत रिपोर्ट:

वाराणसी, उत्तर प्रदेश में ज्ञानवापी मस्जिद का मामला हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच एक संवेदनशील मुद्दा बना हुआ है। इस मामले में हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील विष्णु शंकर जैन ने हाल ही में मीडिया से बातचीत में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एएसआई (आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) द्वारा अपनी सर्वे रिपोर्ट अदालत को सौंप दी गई है जिसकी प्रति 25 दिसंबर को दोनों पक्षों को उपलब्ध कराई गई थी। इस रिपोर्ट के बाद से अब तक 9 माह से ऊपर का समय गुजर जाने पर भी अनजुमन इंतजामिया की ओर से किसी भी प्रकार की आपत्ति नहीं उठाई गई है।

जैन ने यह भी बताया कि पिछली सुनवाई के दौरान उन्होंने अदालत में कहा था कि मस्जिद समिति को अपनी आपत्तियाँ दर्ज कराने की आवश्यकता है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यदि समय पर आपत्तियाँ नहीं दी जाती हैं, तो मामले की सुनवाई आगे बढ़ सकती है। जैन के अनुसार, अदालत ने यह मामला गंभीरता से लिया है और आगे की सुनवाई 19 अक्टूबर 2024 को निर्धारित की गई है।

जैन ने यह भी बताया कि पिछली तारिख पर भी मैंने कहा था और आज भी यह बात कोर्ट के संज्ञान में लाइ गई है कि एएसआई की रिपोर्ट पर अंजुमन इंतेजामिया कमेटी की आपत्ति जल्द से जल्द मंगाई जाए जिससे मामले की आगे की दिशा तय हो सके। 

विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, ज्ञानवापी मस्जिद मामले को लेकर कई बार भिन्नताएँ और विवाद उठ चुके हैं। हिंदू पक्ष का दावा है कि ज्ञानवापी परिसर में एक प्राचीन हिंदू मंदिर था, जिसे बाद में मस्जिद में परिवर्तित कर दिया गया। इस मामले में ऐतिहासिक और धार्मिक दोनों ही दृष्टिकोणों से गहन बहस चल रही है।

ज्ञानवापी मस्जिद मामले की अगली सुनवाई का इंतजार पूरे देश को है। हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षों की प्रतिक्रियाएँ इस मामले के विकास को प्रभावित करेंगी। यह मामला केवल कानूनी लड़ाई नहीं, बल्कि धार्मिक भावनाओं से भी जुड़ा हुआ है, जिससे इसका महत्व और बढ़ जाता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि अगली सुनवाई में क्या निर्णय लिया जाता है।


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