इजरायली सेना का हिज़्बुल्लाह पर बड़ा हमला: मस्जिद में छिपे आतंकियों का खात्मा
के कुमार आहूजा 2024-10-06 05:54:27
इजरायली सेना का हिज़्बुल्लाह पर बड़ा हमला: मस्जिद में छिपे आतंकियों का खात्मा
दक्षिणी लेबनान में तनाव चरम पर है। इजरायली वायुसेना (IAF) ने एक मस्जिद में छिपे हिज़्बुल्लाह के आतंकवादियों को निशाना बनाया, जो अस्पताल के पास से इजरायल पर हमलों की साजिश रच रहे थे। हमले से पहले स्थानीय निवासियों को चेतावनी दी गई थी। आइए जानते हैं इस घटना की पूरी जानकारी।
घटना का विवरण:
इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने हाल ही में हिज़्बुल्लाह के खिलाफ एक प्रमुख ऑपरेशन में दक्षिणी लेबनान के एक कमांड सेंटर को निशाना बनाया, जो एक मस्जिद में स्थित था और अस्पताल के बगल में था। इस हमले से पहले, IDF ने स्थानीय नागरिकों को चेतावनी दी थी और प्रभावित गांवों के प्रमुख लोगों के साथ बातचीत की थी। इजरायल का कहना है कि इस हमले का उद्देश्य आतंकियों द्वारा नागरिक बुनियादी ढांचे का दुरुपयोग रोकना था।
IDF की ओर से यह भी कहा गया कि यह कमांड सेंटर हिज़्बुल्लाह आतंकियों द्वारा इजरायल के खिलाफ हमले की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने के लिए उपयोग किया जा रहा था। इजरायल लंबे समय से यह दावा कर रहा है कि हिज़्बुल्लाह आतंकवादी संगठन अस्पतालों, मस्जिदों और स्कूलों जैसी नागरिक संरचनाओं का इस्तेमाल करके युद्ध के नियमों का उल्लंघन कर रहा है। इसी कारण, सेना ने स्थानीय नागरिकों को हमले से पहले सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा था।
IDF की इस रणनीति का उद्देश्य उन निर्दोष नागरिकों को बचाना था जो इस संघर्ष में शामिल नहीं थे। इजरायल ने यह भी दावा किया कि हिज़्बुल्लाह जानबूझकर नागरिक क्षेत्रों में अपनी सैन्य गतिविधियों को अंजाम देता है ताकि हमले में ज्यादा से ज्यादा निर्दोष नागरिकों को नुकसान पहुंचे और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इजरायल की छवि को धूमिल किया जा सके।
हिज़्बुल्लाह और हमास के आतंकियों पर बड़ी कार्रवाई:
इजरायली सेना ने ट्विटर के माध्यम से यह भी जानकारी दी कि हिज़्बुल्लाह के अलावा, उन्होंने लेबनान में हमास के दो शीर्ष आतंकियों को भी मार गिराया। यह दोनों आतंकी इजरायल के खिलाफ हमले करने की योजना बना रहे थे। इजरायली रक्षा बलों और इजरायल सुरक्षा एजेंसी (ISA) के संयुक्त ऑपरेशन में इन दोनों आतंकियों को मारा गया।
मुहम्मद हुसैन अली अल-महमूद: यह हमास का एक प्रमुख अधिकारी था जो लेबनान में हमास की गतिविधियों को संचालित करता था। वह इजरायल के खिलाफ रॉकेट हमलों के लिए हथियारों की आपूर्ति करता था और नए हथियारों के निर्माण की योजना बना रहा था। इसके अलावा, उसने जूडिया और समरिया क्षेत्रों में भी आतंकवादी गतिविधियों को निर्देशित किया था।
सईद अला नईफ अली: यह आतंकी इजरायली लक्ष्यों के खिलाफ हमले कर चुका था और लेबनान में हमास के नए सदस्यों की भर्ती में भी शामिल था।
इजरायल का उद्देश्य और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
इजरायल का कहना है कि उनकी सेना का उद्देश्य आतंकियों को मार गिराना और नागरिकों को नुकसान से बचाना है। हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इजरायल की इस नीति पर सवाल उठाए हैं, विशेषकर उन हमलों पर, जिनमें नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया। इजरायल का तर्क है कि हिज़्बुल्लाह और हमास जानबूझकर इन ढांचों का उपयोग अपनी सैन्य गतिविधियों के लिए कर रहे हैं, जिससे अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन हो रहा है।
रक्षा मंत्री का बयान:
इस घटना के बाद इजरायल के रक्षा मंत्री ने बयान जारी कर कहा कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है, और हम अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए कोई भी कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि जो संगठन निर्दोष लोगों की जान को खतरे में डालते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बहरहाल, इजरायल और हिज़्बुल्लाह के बीच यह संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है। इजरायल जहां अपनी सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए आतंकवादियों के खिलाफ कड़े कदम उठा रहा है, वहीं हिज़्बुल्लाह और हमास जैसी आतंकवादी संगठन नागरिक संरचनाओं का उपयोग करके इजरायल पर हमले करने की योजना बना रहे हैं। यह स्पष्ट है कि इस संघर्ष के बीच निर्दोष नागरिकों को बचाने की चुनौती बनी रहेगी, और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस पर अपनी नज़र बनाए रखेगा।