अगले पांच साल में प्रति व्यक्ति आय $2,000 तक बढ़ने की उम्मीद: भारत की विकास गाथा
के कुमार आहूजा 2024-10-05 07:16:04
अगले पांच साल में प्रति व्यक्ति आय $2,000 तक बढ़ने की उम्मीद: भारत की विकास गाथा
भारत की अर्थव्यवस्था अब एक निर्णायक मोड़ पर है, जहां अगले पांच वर्षों में प्रति व्यक्ति आय में $2,000 की बढ़ोतरी की उम्मीद है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में एक बयान में इस आर्थिक प्रगति को रेखांकित किया, जो भारत को वैश्विक स्तर पर और भी सशक्त स्थिति में लाने वाला है। आखिरकार, यह कैसे संभव हो रहा है और इसका क्या प्रभाव होगा, जानते हैं विस्तार से।
विस्तृत रिपोर्ट:
भारत की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ वर्षों में असाधारण रूप से तेज गति से बढ़ रही है, और इसका असर अब सीधे तौर पर आम आदमी की जेब पर पड़ने वाला है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक महत्वपूर्ण बयान में कहा कि भारत की प्रति व्यक्ति आय अगले पांच वर्षों में कम से कम $2,000 तक बढ़ने की संभावना है। यह विकास देश के मजबूत निवेश, नीतिगत सुधारों की निरंतरता, और मजबूत आर्थिक बुनियादी ढांचे के बल पर संभव होगा।
अब तक की यात्रा:
सीतारमण ने यह भी कहा कि भारत को $2,730 की प्रति व्यक्ति आय तक पहुंचने में 75 साल लगे, लेकिन आने वाले पांच सालों में ही एक बड़ा उछाल देखा जाएगा। इसके पीछे एक बड़ा कारण है कि भारत की जनसंख्या का लगभग 43 प्रतिशत हिस्सा 24 वर्ष से कम उम्र के युवा हैं, जो उपभोक्ता खपत और आर्थिक विकास के महत्वपूर्ण चालक हैं। यह देश की डेमोग्राफिक डिविडेंड का बड़ा फायदा है।
वित्त मंत्री ने कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन में इस बात पर भी जोर दिया कि भारत वैश्विक भू-राजनीतिक परिवर्तनों के बीच अपनी स्थिति को मजबूत कर रहा है। इस परिवर्तन से भारत के लिए मजबूत आपूर्ति श्रृंखलाओं का निर्माण संभव हो सकेगा, खासकर उन देशों के साथ जिनके साथ रणनीतिक समानता है।
तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था:
भारत को आज दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते हुए अर्थतंत्रों में गिना जा रहा है। वित्त मंत्री के अनुसार, भारत उन गिने-चुने देशों में से है जो आज के कठिन वैश्विक आर्थिक माहौल में भी मजबूत विकास दर हासिल कर रहे हैं। यहां तक कि कई विकसित अर्थव्यवस्थाएं आज आर्थिक विकास के लिए संघर्ष कर रही हैं, लेकिन भारत न केवल इस साल बल्कि अगले कुछ वर्षों तक भी तेजी से बढ़ने वाला है।
$30 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था का लक्ष्य:
भारत के भविष्य को लेकर NITI Aayog की रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2047 तक $30 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है। उस समय, देश की प्रति व्यक्ति आय $18,000 प्रतिवर्ष हो जाएगी। इसके अलावा, भारत 2032 तक $10 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य भी रख रहा है, जो कि हर 1.5 साल में GDP में $1 ट्रिलियन जोड़ने से संभव होगा।
यह वृद्धि मुख्य रूप से मजबूत GDP वृद्धि, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की मजबूती और देश में हो रहे बड़े स्तर के इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के कारण होगी।
गोल्डमैन सैक्स और मूडीज की रिपोर्ट:
अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों के अनुसार, भारत की अर्थव्यवस्था आने वाले समय में भी वैश्विक स्तर पर शीर्ष पर रहेगी। गोल्डमैन सैक्स की एक रिपोर्ट बताती है कि 2030 तक भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बना रहेगा। इसी बीच, मूडीज एनालिटिक्स के अनुसार, भारत की आर्थिक वृद्धि दर FY25 में 7.1 प्रतिशत रहने की उम्मीद है, जो इसे वैश्विक आर्थिक मंच पर और मजबूत बनाएगी।
भारत की आर्थिक स्थिरता:
वित्त मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत ने UPA सरकार के दौरान "फ्रैजाइल फाइव" के रूप में पहचाने जाने वाले समूह से खुद को BJP के नेतृत्व वाली NDA सरकार के तहत दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में स्थान दिलाया है। यह बदलाव न केवल सरकार की नीतियों का परिणाम है, बल्कि देश की विकास गाथा का एक स्पष्ट उदाहरण भी है।
भविष्य की संभावनाएं:
वित्त मंत्री के अनुसार, भारत के पास वैश्विक आर्थिक शक्ति बनने की पूरी संभावना है। भारत अब न केवल एक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, बल्कि एक ऐसा देश है जिसे 21वीं सदी की नई उभरती महाशक्ति के रूप में पहचाना जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय और घरेलू निवेश, नीति सुधारों की निरंतरता, और युवा जनसंख्या की ताकत मिलकर भारत को एक वैश्विक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरने का पूरा मौका दे रहे हैं।
भारत के आर्थिक विकास की यह यात्रा न केवल सरकार के कुशल नेतृत्व की ओर इशारा करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि आने वाले समय में भारत वैश्विक मंच पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। जहां कई विकसित देश आज धीमी गति से विकास कर रहे हैं, भारत तेजी से अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ रहा है।