UPI के डिजिटल क्रांति में Google की महत्वपूर्ण भूमिका: शरथ बुलुसु का दृष्टिकोण
के कुमार आहूजा 2024-10-04 13:37:13
UPI के डिजिटल क्रांति में Google की महत्वपूर्ण भूमिका: शरथ बुलुसु का दृष्टिकोण
भारत में डिजिटल भुगतान का क्षेत्र पिछले कुछ सालों में क्रांतिकारी रूप से बदल गया है, और इसका एक बड़ा श्रेय UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) को जाता है। Google के प्रोडक्ट मैनेजमेंट डायरेक्टर शरथ बुलुसु ने हाल ही में डिजिटल समावेशन पर जोर देते हुए कहा, “UPI की सफलता भारत में निजी कंपनियों, NPCI, RBI और सरकार के सहयोग का परिणाम है।” यह बयान Google द्वारा देश में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों को दर्शाता है।
UPI: भारत की आर्थिक क्रांति
यूपीआई ने भारत में डिजिटल भुगतान को जिस प्रकार मुख्यधारा में लाया है, उसे देखते हुए यह न केवल देश के लिए बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। शरथ बुलुसु ने UPI की सफलता को साझा सहयोग का परिणाम बताया, जहां निजी कंपनियों, सरकारी एजेंसियों और अन्य संस्थानों ने मिलकर इसे एक नया आयाम दिया। बुलुसु ने इस बात पर भी जोर दिया कि अभी भी कई ऐसे वर्ग हैं जो डिजिटल वित्तीय सेवाओं से वंचित हैं। उनकी भाषा, स्थान या लिंग के कारण ये बाधाएं हैं, जिन्हें डिज़ाइन के माध्यम से तोड़ा जा सकता है।
Google Pay और वित्तीय समावेशन में योगदान
Google Pay जैसी सेवाओं ने भारत में डिजिटल भुगतान को सरल और सुलभ बनाया है। बुलुसु ने कहा, “Google Pay जैसे उत्पाद डिजिटल समावेशन में अहम भूमिका निभा सकते हैं। भारत जैसे विविधता वाले देश में सहयोग बहुत जरूरी है।” उन्होंने बताया कि Google Pay की तरह की सेवाएं वित्तीय समावेशन में योगदान देकर सभी वर्गों के लोगों को डिजिटल वित्तीय सेवाओं से जोड़ सकती हैं।
बुलुसु ने यह भी कहा कि Google ने देश में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए अदित्य बिड़ला फाइनेंस लिमिटेड और मुथूट फाइनेंस लिमिटेड जैसे साझेदारों को जोड़ा है। इन साझेदारियों के माध्यम से Google बड़े पैमाने पर देश में समावेशी और जिम्मेदार क्रेडिट प्रदान करने का लक्ष्य रखता है। इसके साथ ही, सिविल जैसी संस्थाओं के साथ साझेदारी के जरिए लोगों को उनकी क्रेडिट रिपोर्ट तक पहुंच प्रदान की जा रही है ताकि वे इसे आसानी से समझ सकें और अपने वित्तीय निर्णयों को बेहतर बना सकें।
डिजिटल सुरक्षा और जागरूकता
शरथ बुलुसु ने डिजिटल सुरक्षा और इसके प्रति लोगों की जागरूकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “हम AI और डिज़ाइन के माध्यम से लोगों को ऑनलाइन सुरक्षित रखने के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं, लेकिन लोगों को सूचित और जागरूक करना भी उतना ही जरूरी है।” बुलुसु ने बताया कि जैसे हमने लोगों को पासवर्ड सुरक्षित रखने या UPI पिन को सुरक्षित रखने के लिए शिक्षित किया, वैसे ही डिजिटल दुनिया के तेजी से बदलते माहौल में भी हमें उन्हें हर कदम पर मार्गदर्शन और जागरूक करना होगा।
उन्होंने कहा कि यह सोचना अनुचित है कि उपयोगकर्ता अपने आप हर चीज को समझ लेंगे। कंपनियों की जिम्मेदारी है कि वे उन्हें शिक्षित करें और सशक्त बनाएं। इस प्रकार, उपयोगकर्ताओं को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
UPI का वैश्विक प्रभाव
बुलुसु के अनुसार, UPI की वैश्विक सफलता ने भारतीय डिजिटल भुगतान प्रणाली को एक अलग पहचान दी है। उन्होंने कहा कि इस सफलता ने लोगों में डिजिटल भुगतान प्रणाली को अपनाने का आत्मविश्वास बढ़ाया है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अभी भी कई ऐसे उपयोगकर्ता वर्ग हैं जिनके पास डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवाओं तक पहुंच नहीं है। इसके लिए डिज़ाइन और तकनीकी विकास के माध्यम से बाधाओं को तोड़ने की आवश्यकता है।
Google और UPI का भारत के डिजिटल वित्तीय क्षेत्र में योगदान बेहद महत्वपूर्ण है। शरथ बुलुसु के विचार इस बात को उजागर करते हैं कि डिजिटल समावेशन और वित्तीय जागरूकता के माध्यम से हम भविष्य के लिए और भी मजबूत, सुरक्षित और सुलभ डिजिटल भुगतान प्रणाली बना सकते हैं। वित्तीय समावेशन और UPI की वैश्विक मान्यता ने यह साबित कर दिया है कि जब सरकार, निजी क्षेत्र और संस्थान मिलकर काम करते हैं, तो यह एक स्थायी क्रांति का आधार बनता है।