8 घंटे की जिरह के बाद पीड़िता का बयान दर्ज: ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मामला निर्णायक मोड़ पर 


के कुमार आहूजा  2024-10-04 08:01:40



8 घंटे की जिरह के बाद पीड़िता का बयान दर्ज: ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मामला निर्णायक मोड़ पर 

दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में चला लंबा सत्र, कड़ी सुरक्षा में पीडिता के बयान दर्ज

गुरुवार को दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया जब भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में एक महिला पहलवान का बयान रिकॉर्ड किया गया। यह प्रक्रिया लगभग 8 घंटे चली, जहां पीड़िता के बयान को वकीलों द्वारा क्रॉस-एग्जामिनेशन के तहत जांचा गया।

शुरुआत से ही तनावपूर्ण रही सुनवाई

कोर्ट की कार्रवाई दोपहर लगभग 12:45 बजे शुरू हुई। पूर्व अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह के वकील राजीव मोहन द्वारा महिला पहलवान से कड़ी पूछताछ की गई। इस दौरान, पीड़िता को सुरक्षा में लाया गया और उसका बयान वुलनरेबल विटनेस रूम में दर्ज किया गया, ताकि उसे मानसिक और शारीरिक रूप से सुरक्षित माहौल मिल सके।

लंबा क्रॉस-एग्जामिनेशन: लंच के बाद भी जारी रही सुनवाई

क्रॉस-एग्जामिनेशन लंच से पहले और बाद में जारी रहा, जिसमें एक तरफ ब्रजभूषण शरण सिंह के वकील पीड़िता से सवाल पूछते रहे और दूसरी तरफ अदालत की प्रक्रिया लंबी खिंचती गई। लंच के बाद लगभग 2:15 बजे फिर से सुनवाई शुरू हुई और यह रात करीब 9 बजे तक चली।

पीड़िता की सुरक्षा को प्राथमिकता

पीड़िता को पूरे समय सुरक्षा में रखा गया, ताकि किसी प्रकार का खतरा न हो और वह स्वतंत्र रूप से अपना बयान दे सके। यह स्पष्ट है कि इस मामले में महिला पहलवानों के बयान का विशेष महत्व है, क्योंकि यह मामला भारत की खेल संस्कृति में हो रहे गंभीर बदलावों और महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है।

अगले कदम और कोर्ट की कार्रवाई

अदालत ने महिला पहलवान के बयान को ध्यानपूर्वक दर्ज कर लिया है और इस मामले की अगली सुनवाई की तारीख 14 अक्टूबर है। फिलहाल, यह मामला निर्णायक मोड़ पर है, जहां पीड़िता की गवाही और सबूतों के आधार पर ब्रजभूषण शरण सिंह के भविष्य का फैसला होगा। सुनवाई के दौरान पूर्व डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह भी मौजूद थे। सुनवाई के दौरान अतिरिक्त लोक अभियोजक (एपीपी) अतुल श्रीवास्तव और मामले के जांच अधिकारी भी मौजूद थे। अब अदालत ने मामले को एक अन्य गवाह नरेंद्र के बयान दर्ज करने के लिए 14 अक्टूबर को सूचीबद्ध किया है।

मामले की पृष्ठभूमि

यह मामला तब उभरकर आया जब ब्रजभूषण शरण सिंह पर कई महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए। भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख पद पर रहते हुए उन पर सत्ता और प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए महिला पहलवानों का शोषण करने का आरोप है। 2020 में इस मामले ने जोर पकड़ा, और उसके बाद से ही कोर्ट में इसके कई पहलुओं की सुनवाई हो रही है।

क्या कहते हैं वकील?

ब्रजभूषण के वकील राजीव मोहन ने अपनी जिरह में पीड़िता से कई सवाल किए और उसके बयान की सत्यता की जांच करने का प्रयास किया। दूसरी ओर, पीड़िता के वकील और मानवाधिकार संगठनों ने इस मामले को महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा से जुड़े एक बड़े मुद्दे के रूप में देखा है।

न्याय की ओर बड़ा कदम

अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि कोर्ट इस मामले में क्या फैसला सुनाएगी। पीड़िता के बयान के बाद, आने वाले समय में और भी गवाहों और सबूतों पर विचार किया जाएगा, और उसके बाद ही न्याय की पूरी तस्वीर सामने आएगी।

स्रोत:

इस रिपोर्ट में कोर्ट की सुनवाई के विवरण और बयान से जुड़े तथ्य विभिन्न समाचार स्रोतों जैसे The Indian Express, Hindustan Times और Live Law से लिए गए हैं।


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