ग्रेटर नोएडा के गर्ल्स हॉस्टल में हंगामा: सुरक्षा पर सवाल, बाहरी लड़कों के प्रवेश का आरोप
के कुमार आहूजा 2024-10-04 06:27:43
ग्रेटर नोएडा के गर्ल्स हॉस्टल में हंगामा: सुरक्षा पर सवाल, बाहरी लड़कों के प्रवेश का आरोप
ग्रेटर नोएडा के सरकारी गर्ल्स पॉलीटेक्निक कॉलेज के हॉस्टल में बीती रात उस समय हंगामा मच गया जब वहां कुछ बाहरी युवकों के घुसने की खबर आई। छात्राओं ने सुरक्षा और प्रबंधन की खामियों को लेकर पहले भी चिंता जताई थी। हालिया घटना ने इन चिंताओं को और बढ़ा दिया है। एक महीने पहले ही छात्राओं ने हॉस्टल में सुरक्षा और प्रबंधन की खराब स्थिति को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
घटना की जानकारी:
ग्रेटर नोएडा के इस सरकारी गर्ल्स पॉलीटेक्निक कॉलेज में बीती रात उस समय अफरा-तफरी मच गई जब छात्राओं को पता चला कि हॉस्टल में बाहरी लड़के घुस आए हैं। छात्राओं का कहना है कि यह घटना देर रात की है, जब वे अपने कमरे में थीं। जैसे ही कुछ लड़कियों ने बाहर शोर सुना, तो उन्होंने देखा कि अन्य लड़कियां आपस में यह चर्चा कर रही थीं कि कुछ बाहरी लड़के हॉस्टल के अंदर घुस आए हैं। एक छात्रा ने बताया, "मैं अपने कमरे में थी और जब बाहर आई, तो पहले से ही शोर मचा हुआ था। सभी कह रहे थे कि लड़के आए हैं। अब सुरक्षा में सुधार हुआ है, और फिलहाल हमारी मैडम हमारे कमरे में ही सो रही हैं।"
पिछली शिकायतें और सुरक्षा की स्थिति:
इस घटना से एक महीने पहले ही छात्राओं ने हॉस्टल में सुरक्षा और प्रबंधन की कमी की शिकायत की थी। उनके अनुसार, हॉस्टल के अंदर और आसपास की सुरक्षा व्यवस्था लचर थी, जिससे वे अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही थीं। छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन को इस संबंध में शिकायत की थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। छात्राओं का कहना है कि इस तरह की घटनाएं लगातार होती रहीं, लेकिन उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया।
छात्राओं का आरोप है कि हॉस्टल में सुरक्षा गार्ड्स की संख्या कम है और उन्हें ठीक से तैनात नहीं किया जाता है। इसके अलावा, हॉस्टल के अंदर और बाहर कैमरे भी पूरी तरह से काम नहीं कर रहे हैं। छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन की लापरवाही के कारण वे हमेशा असुरक्षित महसूस करती हैं।
घटना के बाद की स्थिति:
इस घटना के बाद से कॉलेज प्रशासन ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। कॉलेज की महिला वार्डन अब छात्राओं के साथ हॉस्टल में ही रह रही हैं ताकि छात्राओं की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। इसके साथ ही कॉलेज प्रबंधन ने जांच शुरू कर दी है कि आखिर कैसे बाहरी युवक हॉस्टल के अंदर घुस पाए। स्थानीय पुलिस को भी इस मामले में सूचित किया गया है, और सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके।
छात्राओं की मांग है कि हॉस्टल की सुरक्षा बढ़ाई जाए, और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं। उनका कहना है कि अगर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए तो वे विरोध करने पर मजबूर होंगी।
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
कॉलेज प्रशासन का कहना है कि वे इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं। सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए हॉस्टल के चारों ओर अतिरिक्त गार्ड्स तैनात किए गए हैं और कैमरों की स्थिति की भी समीक्षा की जा रही है। वार्डन का कहना है कि छात्राओं की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है और इस घटना के बाद से सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया गया है। प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया है कि दोषियों को जल्द ही पकड़ा जाएगा और छात्राओं की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
ग्रेटर नोएडा के इस गर्ल्स पॉलीटेक्निक हॉस्टल में बाहरी युवकों के प्रवेश ने छात्राओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। एक महीने पहले ही की गई शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई न होने के कारण छात्राओं में असुरक्षा की भावना और बढ़ गई है। प्रशासन के हालिया कदमों से कुछ राहत मिली है, लेकिन यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या ठोस कदम उठाए जाते हैं।