दिल्ली स्पेशल सेल का बड़ा खुलासा: 562 किलो कोकीन के साथ अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट का पर्दाफाश
के कुमार आहूजा 2024-10-03 18:31:19
दिल्ली स्पेशल सेल का बड़ा खुलासा: 562 किलो कोकीन के साथ अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट का पर्दाफाश
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हाल ही में एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसमें भारी मात्रा में कोकीन जब्त की गई है। यह ड्रग्स रैकेट मध्य पूर्व से संचालित हो रहा था और भारत में इसके प्रमुख रिसीवर तुषार गोयल समेत चार लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इस मामले में 562 किलो कोकीन बरामद की गई है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपये बताई जा रही है। यह ऑपरेशन दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एडिशनल सीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा के नेतृत्व में किया गया।
मामले का पूरा विवरण:
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स माफिया के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। स्पेशल सेल के एडिशनल सीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा ने जानकारी दी कि इस रैकेट को मध्य पूर्व से नियंत्रित किया जा रहा था, और इसकी मुख्य कड़ी भारत में तुषार गोयल नाम का व्यक्ति था। उसके साथियों में हिमांशु और औरंगज़ेब का नाम भी सामने आया है, जिनके साथ एक और व्यक्ति, भारत जैन, जो मुंबई से इस ड्रग्स रैकेट से जुड़ा था, को भी गिरफ्तार किया गया है।
यह ड्रग रैकेट काफी समय से सक्रिय था, और इसे पकड़ने के लिए स्पेशल सेल ने कई महीनों तक गहन छानबीन और निगरानी की। पुलिस को जानकारी मिली थी कि यह समूह दिल्ली और मुंबई के बीच में बड़ी मात्रा में ड्रग्स की तस्करी कर रहा था।
कोकीन की भारी मात्रा:
इस मामले की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस ने इस गिरोह से 562 किलो कोकीन बरामद की है, जो कि हाल के वर्षों में भारत में की गई सबसे बड़ी ड्रग्स जब्ती में से एक है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस कोकीन की कीमत लगभग 2,000 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। इतनी बड़ी मात्रा में कोकीन की बरामदगी से यह साफ होता है कि यह गिरोह न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ड्रग्स तस्करी में लिप्त था।
मध्य पूर्व से संबंध:
इस ड्रग्स रैकेट का संचालन एक बड़े ड्रग्स हैंडलर द्वारा मध्य पूर्व से किया जा रहा था। यह व्यक्ति अपने नेटवर्क के जरिए भारत में ड्रग्स की सप्लाई करता था, जहां तुषार गोयल इसे रिसीव करता था और फिर भारत के अन्य हिस्सों में इसकी सप्लाई की जाती थी। हिमांशु और औरंगज़ेब इस नेटवर्क के प्रमुख सदस्य थे, जो देश के भीतर ड्रग्स की डिलीवरी सुनिश्चित कर रहे थे।
मुंबई से कनेक्शन:
दिल्ली के अलावा, यह रैकेट मुंबई में भी सक्रिय था। भारत जैन, जो मुंबई का रहने वाला है, इस रैकेट का एक और अहम सदस्य था। उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि भारत जैन मुंबई से ड्रग्स की डिलीवरी की देखरेख करता था और इसे अन्य राज्यों में भी भेजा जाता था।
पुलिस की कार्यवाही:
स्पेशल सेल ने इस मामले में बहुत सावधानी से ऑपरेशन को अंजाम दिया। पुलिस ने ड्रग्स की सप्लाई चेन को ट्रैक किया और सही वक्त पर छापेमारी कर गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया। पुलिस का कहना है कि इस पूरे नेटवर्क में और भी कई लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। इस मामले में और भी कई सुराग मिले हैं, जिनके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स नेटवर्क पर नकेल कसने की योजना:
यह ऑपरेशन न केवल दिल्ली पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है, बल्कि यह भारत में सक्रिय अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स माफिया के खिलाफ एक मजबूत संदेश भी है। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि इस ड्रग्स रैकेट के तार और किन देशों से जुड़े हो सकते हैं और इसमें शामिल बाकी लोगों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है। पुलिस के अनुसार, यह रैकेट केवल भारत तक सीमित नहीं था, बल्कि इसके तार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैले हुए थे।
स्पेशल सेल के प्रमुख का बयान:
एडिशनल सीपी स्पेशल सेल, प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया, "यह ड्रग्स रैकेट एक बड़े अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का हिस्सा है, जिसे मध्य पूर्व से नियंत्रित किया जा रहा था। तुषार गोयल और उसके साथी भारत में ड्रग्स के मुख्य रिसीवर थे। 562 किलो कोकीन की बरामदगी हमारे लिए एक बड़ी सफलता है, और हम इस नेटवर्क में और भी लोगों की तलाश कर रहे हैं।"
यह ड्रग्स रैकेट की गिरफ्तारी एक महत्वपूर्ण घटना है, जो भारत में बढ़ते ड्रग्स कारोबार के खिलाफ एक सख्त कार्रवाई का संकेत है। स्पेशल सेल की यह कार्रवाई बताती है कि अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स माफिया के खिलाफ भारतीय एजेंसियां किस हद तक सतर्क हैं। पुलिस की यह सफलता केवल एक शुरूआत हो सकती है, क्योंकि इस रैकेट के अन्य हिस्सेदारों की गिरफ्तारी अभी बाकी है।