कंबोडिया में धोखाधड़ी के जाल से 67 भारतीयों का सुरक्षित बचाव, भारतीय दूतावास की तत्परता की सराहना


के कुमार आहूजा  2024-10-03 16:19:43



कंबोडिया में धोखाधड़ी के जाल से 67 भारतीयों का सुरक्षित बचाव, भारतीय दूतावास की तत्परता की सराहना

कंबोडिया में भारतीय नागरिकों के लिए एक चिंताजनक घटना सामने आई जब 67 भारतीय नागरिकों को धोखाधड़ी के जाल से बचाया गया। भारतीय दूतावास की सक्रियता और कंबोडिया के आंतरिक मंत्रालय के सहयोग से यह सफलता मिली, जिसमें अंतिम बैच के 28 लोगों को सिएम रीप अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विदाई दी गई। इस रिपोर्ट में हम इस घटनाक्रम के सभी विवरणों पर चर्चा करेंगे, जो न केवल एक अंतरराष्ट्रीय संकट को दर्शाता है, बल्कि हमारी सरकारी संस्थाओं की तत्परता को भी उजागर करता है।

विस्तृत रिपोर्ट:

हाल ही में कंबोडिया में भारतीय नागरिकों के एक बड़े समूह को धोखाधड़ी के जाल से बचाने का मामला सामने आया। भारतीय दूतावास ने इस कार्य में कंबोडिया के आंतरिक मंत्रालय के साथ मिलकर काम किया। इस अभियान के तहत कुल 67 भारतीय नागरिकों को बचाया गया, जो कथित तौर पर नौकरी के लिए कंबोडिया आए थे लेकिन उन्हें धोखाधड़ी का शिकार होना पड़ा।

कंबोडिया के सिएम रीप अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भारतीय दूतावास ने बचाए गए नागरिकों को विदाई दी। अंतिम बैच में 28 लोग शामिल थे, जिन्हें सुरक्षित रूप से अपने घर लौटने के लिए हवाई अड्डे पर भेजा गया। भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा कि यह उनकी प्राथमिकता है कि भारतीय नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान की जाए और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

धोखाधड़ी के जाल:

धोखाधड़ी के इस जाल में शामिल गिरोह ने भारतीय नागरिकों को कंबोडिया में नौकरी देने का लालच देकर ठगा। कई लोगों को यह कहा गया था कि वे उच्च वेतन वाली नौकरियों के लिए जा रहे हैं, लेकिन वहां पहुंचने के बाद उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार, कई पीड़ितों को जबरन काम करने के लिए मजबूर किया गया और उनके पासपोर्ट भी छीन लिए गए।

कंबोडिया में भारतीय दूतावास की भूमिका

भारतीय दूतावास ने इस मामले में सक्रिय भूमिका निभाई। दूतावास ने तुरंत कंबोडिया के आंतरिक मंत्रालय से संपर्क किया और एक संयुक्त अभियान शुरू किया। भारतीय दूतावास ने सभी बचाए गए नागरिकों के लिए चिकित्सा सहायता और आवास की व्यवस्था की।

दूतावास के प्रवक्ता ने कहा:

"हमारी प्राथमिकता हमारे नागरिकों की सुरक्षा है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि सभी भारतीय सुरक्षित रूप से अपने घर लौट सकें।"

कार्रवाई और परिणाम

इस धोखाधड़ी के मामले में कंबोडिया की पुलिस ने कई अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है और जांच जारी है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि इस प्रकार के अपराधों को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जाए।

सरकारी प्रयास और भविष्य की दिशा

भारत सरकार ने इस घटना पर गंभीर चिंता जताई है और ऐसे मामलों से निपटने के लिए एक योजना तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की है। मंत्रालय ने सभी नागरिकों को सतर्क रहने और उचित जांच के बिना विदेशी नौकरी की पेशकशों पर विश्वास न करने की सलाह दी है।

स्थानीय प्रतिक्रिया

कंबोडिया में इस घटनाक्रम पर स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया मिश्रित रही है। कुछ ने भारतीय दूतावास की सक्रियता की सराहना की, जबकि अन्य ने धोखाधड़ी के मामलों को रोकने के लिए और अधिक सख्त कानूनों की आवश्यकता की बात कही।

बहरहाल, यह घटना न केवल उन भारतीय नागरिकों के लिए एक खतरे का संकेत है जो विदेश में काम की तलाश में हैं, बल्कि यह हमारे सरकारी संस्थानों की तत्परता और उनके द्वारा की जा रही कार्रवाई का भी एक उदाहरण है। भारतीय दूतावास और कंबोडिया के आंतरिक मंत्रालय के संयुक्त प्रयासों ने एक सफल बचाव को संभव बनाया, जो यह दर्शाता है कि जब जरूरत होती है, तो सरकार अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए तत्पर रहती है।

यह रिपोर्ट उन सभी घटनाक्रमों पर एक विस्तृत दृष्टि डालती है जो हाल ही में कंबोडिया में भारतीय नागरिकों के साथ घटित हुई। सरकारी संस्थानों की तत्परता और स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया इसे एक महत्वपूर्ण मुद्दा बनाती है।


global news ADglobal news ADglobal news AD