बाढ़ राहत अभियान के दौरान मुजफ्फरपुर में सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश, स्थानीय लोगों ने बचाई जान 


के कुमार आहूजा  2024-10-03 12:16:03



बाढ़ राहत अभियान के दौरान मुजफ्फरपुर में सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश, स्थानीय लोगों ने बचाई जान 

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के औराई ब्लॉक में एक दर्दनाक हादसा हुआ जब भारतीय सेना का एक हेलीकॉप्टर बाढ़ राहत सामग्री पहुंचाने के दौरान क्रैश हो गया। हेलीकॉप्टर में चार वायुसेना कर्मी सवार थे, जिनमें दो पायलट भी शामिल थे। दुर्घटना के बाद स्थानीय निवासियों ने बहादुरी दिखाते हुए पायलटों और अन्य क्रू सदस्यों को बचाया, लेकिन राहत दल गहरे पानी के कारण घटना स्थल तक पहुंचने में असमर्थ रहा। इस हादसे ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है।

विस्तृत रिपोर्ट:

यह घटना बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के औराई ब्लॉक के देसी बाजार इलाके में हुई। भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर, जो बाढ़ से प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री पहुंचा रहा था, अचानक दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलीकॉप्टर ने सीतामढ़ी से उड़ान भरी थी और उसका गंतव्य बाढ़ प्रभावित इलाके थे, जहां उसे आवश्यक राहत सामग्री पहुंचानी थी। हेलीकॉप्टर में कुल चार वायुसेना कर्मी सवार थे, जिनमें दो पायलट भी शामिल थे।

घटनास्थल पर मौजूद स्थानीय निवासियों के मुताबिक, हेलीकॉप्टर अचानक अनियंत्रित होकर नीचे गिरा और एक पानी से भरे क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जैसे ही हादसा हुआ, स्थानीय लोग तुरंत सहायता के लिए आगे आए और पायलटों समेत बाकी क्रू सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाला। लेकिन, गहरे पानी और दुर्गम इलाके के कारण पुलिस और राहत दल मौके पर तुरंत नहीं पहुंच सके।

स्थानीय लोगों की बहादुरी:

इस हादसे में स्थानीय निवासियों की तत्परता और बहादुरी की विशेष सराहना की जा रही है। हादसे के बाद बिना किसी देरी के, गांव के लोगों ने पानी में उतरकर पायलटों और अन्य कर्मियों को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया। स्थानीय निवासी बताते हैं कि हादसा अचानक हुआ और पानी का स्तर भी गहरा था, लेकिन उनके प्रयासों के कारण किसी बड़ी हानि से बचा जा सका।

हालांकि, हेलीकॉप्टर में सवार सभी कर्मियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, फिर भी हेलीकॉप्टर को भारी क्षति पहुंची है। गहरे पानी और दुर्गम इलाके के कारण पुलिस और राहत कर्मियों को मौके तक पहुंचने में काफी दिक्कतें आईं।

राहत और बचाव दल की चुनौतियाँ:

पुलिस और राहत दल को मौके तक पहुंचने में देरी हुई क्योंकि हादसा एक ऐसी जगह पर हुआ था जो पूरी तरह से पानी से घिरी हुई थी। मुजफ्फरपुर के बाढ़ग्रस्त इलाके में पहले से ही राहत कार्य चल रहा था, लेकिन इस दुर्घटना ने बचाव कार्य को और भी चुनौतीपूर्ण बना दिया। गहरे पानी और बाढ़ के कारण सड़कें और संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो गए थे, जिससे राहत टीम को हेलीकॉप्टर क्रैश स्थल तक पहुंचने में मुश्किलें आईं।

बिहार में बाढ़ की स्थिति:

बिहार के कई जिलों में बाढ़ ने भारी तबाही मचा रखी है। मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी और अन्य जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर राहत कार्यों में जुटी हुई हैं। इस आपदा के बीच भारतीय सेना और वायुसेना भी बाढ़ राहत में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। हेलीकॉप्टर का उपयोग बाढ़ प्रभावित इलाकों में भोजन, पानी और दवाइयाँ पहुंचाने के लिए किया जा रहा था।

पिछली घटनाओं की कड़ी:

यह पहली बार नहीं है जब राहत अभियान के दौरान किसी विमान का दुर्घटनाग्रस्त होना सामने आया है। इसी वर्ष अन्य इलाकों में भी ऐसी घटनाएँ हो चुकी हैं, जहाँ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य करते समय हेलीकॉप्टर या विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं। इस घटना ने एक बार फिर से बाढ़ राहत अभियानों की जोखिमपूर्ण स्थितियों की ओर ध्यान आकर्षित किया है।

वायुसेना की प्रतिक्रिया:

भारतीय वायुसेना ने इस हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक जांच से संकेत मिलते हैं कि हेलीकॉप्टर तकनीकी खराबी के कारण क्रैश हुआ होगा, लेकिन घने पानी और खराब मौसम ने भी दुर्घटना में भूमिका निभाई हो सकती है। वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी जल्द ही इस घटना की पूरी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

मुजफ्फरपुर में हुए इस हेलीकॉप्टर क्रैश ने बाढ़ राहत अभियानों की चुनौतियों को एक बार फिर सामने ला दिया है। हालांकि, स्थानीय निवासियों की तत्परता और बहादुरी की बदौलत बड़ा हादसा टल गया, लेकिन यह घटना दर्शाती है कि कैसे बाढ़ जैसे आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत कार्यों के दौरान विशेष सतर्कता और सुरक्षा की आवश्यकता होती है। वायुसेना की ओर से इस हादसे की जांच जारी है, और उम्मीद है कि जल्द ही इसके पीछे की असल वजहों का खुलासा हो सकेगा।


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