धौलपुर में शारदीय नवरात्रि की धूम: मिट्टी की देवी मूर्तियों से सजे बाजार, भक्ति की बयार शुरू


के कुमार आहूजा  2024-10-03 06:43:41



धौलपुर में शारदीय नवरात्रि की धूम: मिट्टी की देवी मूर्तियों से सजे बाजार, भक्ति की बयार शुरू

राजस्थान के धौलपुर जिले में शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ 3 अक्टूबर से हो रहा है, और यह पावन उत्सव 12 अक्टूबर तक चलेगा। पूरे जिले में भक्तिभाव और उमंग के साथ नवरात्रि की तैयारियां जोरों पर हैं। बाजारों में माँ दुर्गा की सुंदर प्रतिमाओं से रौनक बिखर गई है। आइए, जानते हैं कैसे धौलपुर में यह नवरात्रि का पर्व हर साल एक नया उत्साह लेकर आता है।

नवरात्रि की तैयारियां: बाजारों में रौनक

धौलपुर जिले के प्रमुख बाजारों में नवरात्रि की शुरुआत से पहले ही चहल-पहल देखी जा रही है। शहर के बाजारों में कारीगरों ने प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) और मिट्टी से तैयार की गई माँ दुर्गा की प्रतिमाओं की बिक्री शुरू कर दी है। इन मूर्तियों को खरीदने के लिए स्थानीय लोग बड़ी संख्या में उमड़ रहे हैं। नवरात्रि के दौरान स्थापित की जाने वाली इन मूर्तियों को विभिन्न स्थानों पर सजाया जाएगा, जहाँ भक्तजन माँ दुर्गा की पूजा-अर्चना करेंगे।

शहर के प्रमुख बाजारों में कारीगरों ने पहले से ही रंग-बिरंगी मूर्तियाँ सजाकर रखी हैं। मिट्टी की मूर्तियों का खास आकर्षण इस बार देखा जा रहा है, क्योंकि पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए अधिकतर लोग अब प्राकृतिक सामग्री से बनी प्रतिमाओं को पसंद कर रहे हैं। कारीगरों का कहना है कि इस बार नवरात्रि के लिए माँ दुर्गा की मूर्तियों में पारंपरिक डिजाइन के साथ-साथ आधुनिक कलात्मकता का भी समावेश किया गया है। मूर्तियों की ऊँचाई और डिज़ाइन में विविधता देखने को मिल रही है, जिससे भक्तों को अपनी पसंद के अनुसार प्रतिमा चुनने का अवसर मिल रहा है।

मूर्ति स्थापना और पूजा स्थल

धौलपुर जिले में विभिन्न जगहों पर देवी माँ की मूर्तियों की स्थापना की जाएगी। नवरात्रि के पूरे नौ दिनों तक इन पूजा स्थलों पर भव्य आयोजनों की तैयारी की जा रही है। धार्मिक संस्थान और स्थानीय समिति द्वारा इन आयोजनों की जिम्मेदारी ली गई है। देवी दुर्गा की पूजा करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ेगी, और रात के समय में जागरण और भजन-कीर्तन जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

स्थानीय मंदिरों में भी भक्तों के लिए विशेष पूजा की व्यवस्था की गई है। धौलपुर के प्रमुख मंदिरों में हर साल बड़ी संख्या में लोग दर्शन करने आते हैं। माँ दुर्गा की प्रतिमाएँ विभिन्न रूपों में स्थापित की जाती हैं, जो न केवल श्रद्धालुओं को आकर्षित करती हैं, बल्कि इस पर्व की महत्ता को भी प्रदर्शित करती हैं।

पर्यावरण अनुकूल मूर्तियाँ: एक नई पहल

इस बार धौलपुर के कई भक्तजन पर्यावरण के प्रति जागरूकता दिखाते हुए मिट्टी की मूर्तियों की ओर रुख कर रहे हैं। प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) की मूर्तियों से होने वाले प्रदूषण के कारण, इस बार कई जगहों पर मिट्टी की मूर्तियों की मांग बढ़ी है। कारीगरों का कहना है कि मिट्टी से बनी मूर्तियाँ पर्यावरण के अनुकूल हैं और विसर्जन के बाद भी प्रदूषण नहीं फैलातीं। इसके अलावा, मिट्टी की मूर्तियों की कीमत भी किफायती होती है, जिससे हर वर्ग के लोग इन्हें आसानी से खरीद सकते हैं।

मिट्टी की मूर्तियों के निर्माण में धौलपुर के आसपास के ग्रामीण इलाकों के कारीगर भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इन कारीगरों की कला और मेहनत का परिणाम है कि इस बार बाजार में मिट्टी की बेहतरीन मूर्तियाँ उपलब्ध हैं, जिन्हें देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो रहे हैं।

नौ दिन की भक्ति और उत्साह

धौलपुर जिले के हर कोने में नवरात्रि के दौरान माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाएगी। हर दिन माँ के अलग-अलग स्वरूपों की आराधना की जाएगी। भक्तजन व्रत रखकर माँ की उपासना करेंगे और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए भव्य आयोजनों में हिस्सा लेंगे। इस दौरान जगह-जगह पर भंडारों का भी आयोजन किया जाएगा, जहाँ सैकड़ों लोग प्रसाद ग्रहण करेंगे।

मंदिरों में सुबह से ही पूजा-अर्चना का सिलसिला शुरू हो जाएगा। स्थानीय पुजारियों ने बताया कि नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान विशेष अनुष्ठान और हवन किए जाएंगे। भक्तजन माँ दुर्गा की आरती और पूजा में भाग लेंगे और सुख-समृद्धि की कामना करेंगे।

व्यापारियों की चाँदी

नवरात्रि का उत्सव धौलपुर के व्यापारियों के लिए भी खुशियों का मौका लेकर आया है। नवरात्रि के दौरान मूर्तियों की बिक्री के अलावा, फूल, पूजा सामग्री, वस्त्र और सजावटी सामानों की भी जबरदस्त मांग देखी जा रही है। शहर के बाजारों में हर दुकान पर भक्तों की भीड़ देखी जा सकती है। दुकानदारों का कहना है कि इस बार नवरात्रि के चलते बाजार में खरीदारों की भीड़ पिछले साल की तुलना में अधिक है, जिससे उनकी बिक्री में वृद्धि हुई है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम और जागरण

नवरात्रि के दौरान धौलपुर में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी भरमार होगी। रात के समय विशेष रूप से जागरण और देवी माँ के भजनों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय कलाकारों के अलावा बाहर से आए कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे। इसके अलावा, गरबा और डांडिया रास के कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा, जहाँ युवा और बुजुर्ग सभी उत्साह के साथ भाग लेंगे।

धौलपुर की संस्कृति और परंपराओं को नवरात्रि के दौरान देखने का अवसर मिलता है, और इस बार भी यह उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा।

धौलपुर में शारदीय नवरात्रि का पर्व भक्ति, आस्था और उत्साह से भरपूर होने वाला है। देवी माँ की मूर्तियों से सजे बाजार, भक्तों की भीड़ और धार्मिक आयोजनों की धूमधाम इस पर्व को और भी खास बना रही है। नवरात्रि के नौ दिनों में धौलपुर की गलियों से लेकर मंदिरों तक, हर जगह देवी माँ की महिमा गूंजेगी। पर्यावरण अनुकूल मूर्तियों की बढ़ती मांग और धार्मिक आयोजनों के साथ यह नवरात्रि न केवल आस्था का पर्व है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक भी है।


global news ADglobal news ADglobal news AD