तीसरे विश्व युद्ध की धमक: ईरान के मिसाइल हमले से बढ़ा तनाव, इज़रायल की प्रतिक्रिया का इंतजार
के कुमार आहूजा 2024-10-03 06:02:18
तीसरे विश्व युद्ध की धमक: ईरान के मिसाइल हमले से बढ़ा तनाव, इज़रायल की प्रतिक्रिया का इंतजार
ईरान और इज़रायल के बीच चल रहे संघर्ष ने एक नए और बेहद खतरनाक मोड़ पर दस्तक दी है। ईरान ने हाल ही में इज़रायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों की बौछार की है, जिसने इज़रायल की प्रभावशाली सुरक्षा प्रणाली आयरन डोम को भी अभिभूत कर दिया। इस हमले को लेकर पूरी दुनिया चिंतित है, क्योंकि अब तीसरे विश्व युद्ध की संभावना तेजी से बढ़ रही है। अगर इज़रायल इस पहले हमले का जवाब देता है, तो ईरान ने पहले से ही दूसरे और बड़े हमले की धमकी दी है।
हमास के नेता की हत्या के जवाब में ईरान का हमला:
ईरान का यह हमला उसके प्रमुख नेता हसन नसरल्लाह और हमास के नेता की हत्या के जवाब में किया गया है। ईरान ने अपने नागरिकों को भी इस बात के लिए सचेत कर दिया है कि इज़रायल से किसी भी पल बड़ा हमला हो सकता है। इस स्थिति में ईरान और इज़रायल के बीच तनाव इस कदर बढ़ गया है कि पूरी दुनिया के सामने तीसरे विश्व युद्ध का खतरा मंडराने लगा है।
ईरान का इज़रायल पर हमला: स्थिति की गंभीरता
ईरान ने यह हमला अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करते हुए किया है, और यह किसी छोटे हमले की तरह नहीं देखा जा सकता। इज़रायल की सबसे बड़ी सुरक्षा प्रणाली आयरन डोम को भी इस हमले ने प्रभावित किया है। हालांकि, इज़रायल को पहले से इस हमले की जानकारी थी और उन्होंने अपने नागरिकों को बम शेल्टर में जाने की सलाह दी थी। इसके बावजूद, कुछ हताहतों की खबरें आई हैं, और यह हमले की गंभीरता को और बढ़ाता है।
अमेरिका की भूमिका और वैश्विक प्रतिक्रिया
ईरान के इस हमले के बाद अमेरिका की ओर से भी कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपनी सेना को आदेश दिया कि वो इज़रायल की मदद करते हुए उन मिसाइलों को गिराए जो उनके क्षेत्र में आ रही थीं। अमेरिका के इस कदम से साफ है कि वो इज़रायल का समर्थन कर रहा है।
ईरान का रूस के साथ गठबंधन भी इस संघर्ष में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। रूस और ईरान के रिश्ते को देखते हुए इस बात की भी संभावना है कि रूस भी इस संघर्ष में किसी न किसी रूप में शामिल हो सकता है, ठीक वैसे ही जैसे अमेरिका ने यूक्रेन को समर्थन दिया था।
ईरान की धमकी: कुचलने वाला दूसरा हमला
ईरान ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि इज़रायल ने उनके पहले हमले का जवाब दिया, तो वो दूसरा और ज्यादा घातक हमला करने के लिए तैयार है। यह स्थिति अत्यधिक खतरनाक हो सकती है, क्योंकि इसका असर सिर्फ इन दो देशों तक सीमित नहीं रहेगा। अमेरिका और रूस की संभावित भागीदारी के कारण यह संघर्ष वैश्विक स्तर पर फैल सकता है।
इज़रायल की प्रतिक्रिया: पलटवार की प्रतीक्षा
इज़रायल की सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हागारी ने इस हमले को "खतरनाक" बताया और कहा कि इसका परिणाम गंभीर होगा। इज़रायल ने अब तक पलटवार नहीं किया है, लेकिन यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वे अपने समय और तरीके से इसका जवाब देंगे। इज़रायल की इस रणनीति से यह साफ है कि वे पूरी तरह से सोच-समझकर कार्यवाई करेंगे और ईरान के खिलाफ कठोर प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार हैं।
क्षेत्रीय प्रभाव और तीसरे विश्व युद्ध की संभावना
ईरान और इज़रायल का यह संघर्ष अब केवल इन दो देशों तक सीमित नहीं रह गया है। हिज़बुल्लाह, हमास, और हूथी जैसे समूह भी इस संघर्ष में शामिल हो चुके हैं, और ये सभी इज़रायल पर अलग-अलग मोर्चों से हमले कर रहे हैं। इसके साथ ही अमेरिकी और मित्र देशों की ओर से भी सैन्य जवाबी कार्रवाई जारी है।
मध्य पूर्व का यह इलाका अब पूरी तरह से विभाजित हो चुका है—कुछ देश इज़रायल के समर्थन में हैं, तो कुछ ईरान के। इस स्थिति में, अगर यह संघर्ष और बढ़ता है, तो इसका परिणाम तीसरे विश्व युद्ध के रूप में भी देखने को मिल सकता है।
सेवानिवृत्त विंग कमांडर प्रफुल बख्शी की प्रतिक्रिया
सेवानिवृत्त विंग कमांडर प्रफुल बख्शी का कहना है कि इज़राइल पर ईरान के हालिया हमले और इज़रायल की जवाबी कार्रवाई के कारण मध्य पूर्व में तनाव बढ़ेगा। वर्तमान में, इज़रायल पहले से ही लेमिनार क्षेत्र और केके सीमा पर ऑपरेशन में लगा हुआ है, जो दर्शाता है कि एक ज़मीनी लड़ाई शुरू होने वाली है। इसके अलावा, हिज़्बुल्लाह, हमास और हौथी जैसे विभिन्न सहायक समूह अपनी भूमिका निभा रहे हैं और इज़रायल के समर्थकों पर हमला कर रहे हैं। जवाब में, अमेरिकी और सहयोगी जहाज़ जवाबी कार्रवाई कर रहे हैं। यह क्षेत्र अब कई गुटों में विभाजित है: इज़रायल समर्थक, इज़रायल विरोधी, ईरान समर्थक और ईरान विरोधी।
क्या हो सकता है आगे?
ईरान और इज़रायल के बीच यह टकराव एक भयानक मोड़ पर पहुंच चुका है। अगर इज़रायल इस हमले का जवाब देता है, तो दुनिया को बड़े पैमाने पर युद्ध का सामना करना पड़ सकता है। दूसरी ओर, अगर अमेरिका या रूस इस संघर्ष में प्रत्यक्ष रूप से शामिल होते हैं, तो स्थिति और भी गंभीर हो जाएगी। इस समय, पूरी दुनिया की निगाहें इस क्षेत्र पर टिकी हुई हैं, और सभी इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि इज़रायल की प्रतिक्रिया क्या होगी।
बहरहाल, मध्य पूर्व में ईरान और इज़रायल के बीच बढ़ते तनाव ने विश्व को युद्ध की कगार पर खड़ा कर दिया है। जहां एक ओर ईरान अपने हमलों को और तेज करने की धमकी दे रहा है, वहीं दूसरी ओर इज़रायल और उसके सहयोगी देश पलटवार के लिए तैयार बैठे हैं। इस संघर्ष का नतीजा क्या होगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन फिलहाल दुनिया एक बेहद संवेदनशील दौर से गुजर रही है।