मोदीनगर फैक्ट्री में भयंकर आग: कैसे 12 दमकल गाड़ियों ने बचाई तबाही
के कुमार आहूजा 2024-10-02 19:07:20
मोदीनगर फैक्ट्री में भयंकर आग: कैसे 12 दमकल गाड़ियों ने बचाई तबाही
गाजियाबाद के मोदीनगर के पवनपुरी औद्योगिक क्षेत्र में अचानक लगी आग ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। काजू तेल निष्कर्षण के हिस्से को प्रभावित करने वाली इस आग ने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया। दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई और आसपास के जिलों से मंगाई गई सहायता ने आग को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाई। क्या है इस हादसे का पूरा सच, जानें हमारी इस रिपोर्ट में।
घटना का विवरण:
मोदीनगर के पवनपुरी औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक फैक्ट्री में 12:32 AM के आसपास अचानक भीषण आग लग गई। यह फैक्ट्री मुख्य रूप से काजू के तेल के निष्कर्षण का काम करती थी, और आग ने इसी सेक्शन को सबसे ज्यादा प्रभावित किया। आग लगने की खबर मिलते ही, आसपास के क्षेत्रों से भी दमकल गाड़ियों को बुलाया गया। कुल 12 दमकल गाड़ियों ने मिलकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया।
दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई
मोदीनगर फायर स्टेशन के फायर ऑफिसर राहुल पाल सिंह ने जानकारी दी कि जैसे ही उन्हें घटना की सूचना मिली, उन्होंने तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने बताया, "आज रात करीब 12:32 AM पर मुझे गंगा नहर पुल के पास स्थित फैक्ट्री में आग की सूचना मिली। हमारी टीम ने तुरंत दो दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा।"
अग्निशमन की चुनौतियाँ
आग के विकराल रूप को देखते हुए, मोदीनगर के अलावा आसपास के जिलों से भी दमकल गाड़ियों की सहायता ली गई। दमकलकर्मी दीवारों पर चढ़कर दोनों तरफ से आग बुझाने का प्रयास कर रहे थे। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। दमकल अधिकारी ने यह भी बताया कि फिलहाल कूलिंग का काम चल रहा है और जेसीबी की मदद से मलबे को हटाया जा रहा है।
आग की वजह
फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है, लेकिन फैक्ट्री में काजू तेल निष्कर्षण के दौरान तेल और रसायनों की मौजूदगी के कारण आग के फैलने की आशंका जताई जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, तेल आधारित फैक्ट्रियों में अग्निकांड की संभावना ज्यादा होती है, क्योंकि तेल की अत्यधिक ज्वलनशील प्रकृति आग को तेजी से फैलने का कारण बन सकती है।
सुरक्षा उपायों की कमी
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और फैक्ट्री प्रबंधन पर सवाल उठने लगे हैं। औद्योगिक क्षेत्र में इस प्रकार की घटनाओं के लिए सुरक्षा उपायों का न होना एक बड़ी समस्या मानी जा रही है। आग लगने के बाद फैक्ट्री के कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, लेकिन सुरक्षा उपकरणों और आग बुझाने के प्राथमिक साधनों की कमी के कारण आग तेजी से फैली।
आसपास के क्षेत्रों पर प्रभाव
मोदीनगर के पवनपुरी औद्योगिक क्षेत्र में लगी इस आग का असर आसपास के इलाकों में भी देखा गया। फैक्ट्री के आसपास के क्षेत्र में धुएं की मोटी परत छा गई, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आग बुझाने के दौरान दमकल विभाग के अधिकारियों ने आसपास के निवासियों को घरों के अंदर रहने की सलाह दी, ताकि धुएं के कारण स्वास्थ्य समस्याएं न हों।
सरकारी प्रतिक्रिया
घटना के तुरंत बाद, स्थानीय प्रशासन और औद्योगिक सुरक्षा विभाग ने फैक्ट्री का निरीक्षण किया। प्राथमिक जांच से पता चला है कि फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों का सही से पालन नहीं किया जा रहा था। अग्निशमन विभाग ने फैक्ट्री के मालिकों से स्पष्टीकरण मांगा है और सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
फायर ऑफिसर का बयान
राहुल पाल सिंह ने घटना के बाद बताया कि "वर्तमान में 12 दमकल गाड़ियाँ आग बुझाने के काम में लगी हुई हैं और स्थिति नियंत्रण में है। कोई भी बड़ा नुकसान नहीं हुआ है, और सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं।"
उन्होंने यह भी कहा कि आग की गंभीरता को देखते हुए मलबे को साफ करने और आग के स्रोत का पता लगाने का काम जारी है। कूलिंग प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है ताकि आग के किसी भी संभावित पुनः भड़कने की संभावना को खत्म किया जा सके।
इस घटना ने औद्योगिक क्षेत्रों में अग्नि सुरक्षा के महत्व को एक बार फिर उजागर कर दिया है। समय रहते आग पर काबू पाने में सफल होने से एक बड़ी तबाही टल गई। मोदीनगर की यह घटना बताती है कि सुरक्षा मानकों और अग्निशमन उपायों का पालन कितना जरूरी है। इसके साथ ही, फैक्ट्री प्रबंधकों को भी इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित कार्रवाई की योजना पहले से तैयार हो।