दिल्ली एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी: यात्री ने मोबाइल में छुपाई सोने की दो बारें


के कुमार आहूजा  2024-10-02 18:57:28



दिल्ली एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी: यात्री ने मोबाइल में छुपाई सोने की दो बारें

एक यात्री की सोने की तस्करी की असफल कोशिश ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया। यह मामला तब सामने आया जब दिल्ली लौटते एक यात्री के मोबाइल फोन में छिपाए गए सोने के बार को कस्टम अधिकारियों ने पकड़ लिया। यह घटना न केवल यात्री की चतुराई को दर्शाती है, बल्कि हमारे हवाई अड्डों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है।

विस्तृत रिपोर्ट

सोमवार को, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कस्टम अधिकारियों ने एक यात्री को रोका, जो दम्माम से दिल्ली की उड़ान भर रहा था। अधिकारियों ने उसकी मोबाइल फोन की बैटरी कक्ष से दो सोने की बारें बरामद कीं, जिनका वजन लगभग 200 ग्राम था। यह जानकारी कस्टम विभाग ने दी है।

कस्टम अधिकारियों ने बताया कि उन्हें इस तस्करी के प्रयास के बारे में पहले से ही सूचना मिली थी। जब अधिकारियों ने यात्री के मोबाइल का जांच की, तब उन्हें बैटरी के अंदर छिपाए गए सोने के बार मिले, जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक महत्वपूर्ण मूल्य रखते हैं। ये बारें यात्री द्वारा तस्करी के लिए छुपाई गई थीं, ताकि उन्हें एयरपोर्ट पर जांच से बचा जा सके​।

इससे पहले, 28 सितंबर को भी दिल्ली एयरपोर्ट पर एक और बड़ी सोने की तस्करी का मामला सामने आया था। उस दिन, कस्टम अधिकारियों ने सात उज़्बेक यात्रियों से 2,739 ग्राम सोना बरामद किया, जिसकी कीमत लगभग 1.80 करोड़ रुपये है। इनमें से एक जुवेनाइल भी शामिल था, जिसे किशोर न्याय अधिनियम, 2015 के तहत हिरासत में लिया गया था। कस्टम अधिकारियों ने इस मामले में छह यात्रियों को कस्टम अधिनियम, 1962 के तहत गिरफ्तार किया था​।

सोने की इन घटनाओं से यह स्पष्ट है कि दिल्ली एयरपोर्ट तस्करी के लिए एक प्रमुख मार्ग बन गया है। अधिकारियों ने इन मामलों की गहन जांच करने का निर्णय लिया है। वर्तमान में, दोनों मामलों की जांच जारी है, और कस्टम अधिकारियों ने कहा कि वे तस्करी की प्रवृत्तियों को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करेंगे​।

दिल्ली एयरपोर्ट पर तस्करी की ये घटनाएँ न केवल सुरक्षा को चुनौती देती हैं, बल्कि यह हमारे कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाती हैं। लोगों को यह समझने की जरूरत है कि ऐसी गतिविधियाँ केवल व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकती हैं। इसलिए, यात्रियों को हमेशा सावधान रहना चाहिए और तस्करी के प्रयासों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।


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