गांधीजी सत्य और अहिंसा के पुजारी तो शास्त्री जी सादगी और कर्तव्य के सिरमौर
के कुमार आहूजा 2024-10-02 18:10:40
2 अक्टूबर गांधी जयंती विशेष
गांधीजी सत्य और अहिंसा के पुजारी तो शास्त्री जी सादगी और कर्तव्य के सिरमौर
आज 2 अक्टूबर को गांधीजी की 153 वीं जयंती है। गांधीजी के विचारों को अपनाने पर जोर दिया जा रहा है। गांधी जी कहते हैं कि सच बोलो, सादगी से रहो, जीवन मूल्यों में आदर्श लाओ। लालबहादुर शास्त्री जी की सादगी और अनुशासन की बात की जा रही है क्योंकि उनका भी आज जन्मदिन है।
लेकिन हम झूठ बोलना चाहते हैं, पैसा चाहते हैं, शानो-शौकत और दबंगई से जीना चाहते हैं। हमारी जीवन शैली में गांधी और शास्त्री फिट नहीं बैठ रहे हैं। जीवन शैली नहीं बदल कर इन दोनों को ही बदलना चाह रहे हैं। इस कोशिश में है कि गांधी से कैसे मुक्ति मिले? भले ही लाठी वाले ने अंग्रेजों से मुक्ति दिलाई।
लेकिन दुनिया आज गांधी के सहारे एक नई दिशा में जाना चाहती है क्योंकि उनकी समस्याओं का समाधान गांधी में है। तभी तो सौ से ज्यादा देशों ने अपने यहां महात्मा गांधी की अनेकों डाक टिकटें, सिक्के और करेंसी जारी की। इस वक्त सबसे ज्यादा जरूरत गांधी के अहिंसात्मक समाज को बनाने की जरूरत है।
किशन सोनी सुभाष पुरा बीकानेर