ड्रोन हमले और मिसाइल हमले: यमन और हिज़बुल्ला ने इज़राइल पर किए हमले
के कुमार आहूजा 2024-10-02 10:10:24
ड्रोन हमले और मिसाइल हमले: यमन और हिज़बुल्ला ने इज़राइल पर किए हमले
इज़राइल के खिलाफ एक बार फिर से हमले तेज़ हो गए हैं। मंगलवार सुबह यमन से छोड़े गए ड्रोन और हिज़बुल्ला द्वारा दागी गई मिसाइलों ने इज़राइल के कई हिस्सों को निशाना बनाया। इज़राइल डिफेंस फोर्सेज ने तेल अवीव के पास एक ड्रोन को सफलतापूर्वक रोक दिया, जबकि एक मिसाइल सीधे केफर कासिम गांव में गिरी। यह हमला सिर्फ इज़राइल के खिलाफ नहीं, बल्कि निर्दोष नागरिकों के जीवन पर भी बड़ा खतरा बन गया है।
घटनाक्रम का पूरा विवरण:
मंगलवार को यमन से हूती विद्रोहियों ने दावा किया कि उन्होंने इज़राइल के प्रमुख शहरों, तेल अवीव और इलात, को निशाना बनाते हुए ड्रोन हमले किए हैं। इज़राइली डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने पुष्टि की कि उन्होंने एक यूएवी (ड्रोन) को तेल अवीव के तट से कुछ किलोमीटर पहले ही नष्ट कर दिया, जिससे बड़े नुकसान को टाला गया। हालांकि, इलात क्षेत्र में किसी घटना पर फिलहाल IDF ने कोई टिप्पणी नहीं की है।
हिज़बुल्ला का हमला:
इसी बीच, लेबनान स्थित हिज़बुल्ला ने भी इज़राइल के मध्य भाग पर मिसाइल हमले किए। इनमें से एक मिसाइल केफर कासिम गांव में गिरी, जो इज़राइल का अरब बहुल इलाका है। हिज़बुल्ला ने फिर से साबित कर दिया कि उनके हमले नागरिकों को भी नुकसान पहुंचाने से नहीं हिचकिचाते। उनका मुख्य उद्देश्य इज़राइल को हानि पहुँचाना ही है, चाहे इसके लिए निर्दोष लोगों की जान भी क्यों न जाए।
राजनीतिक पृष्ठभूमि:
हूती विद्रोहियों का इज़राइल पर हमला फिलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष के व्यापक परिप्रेक्ष्य में आता है। हूती विद्रोही, जो ईरान समर्थित हैं, फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इज़राइल पर हमले कर रहे हैं। यह हमला ऐसे समय में हुआ जब गाजा पट्टी में भी इज़राइल और हमास के बीच तनाव चरम पर है। इस बीच, हिज़बुल्ला भी इज़राइल के खिलाफ हमलों में बढ़ोतरी कर रहा है, जिससे क्षेत्रीय तनाव और बढ़ गए हैं।
इज़राइली प्रतिक्रिया:
इज़राइली सुरक्षा बल लगातार इन हमलों को रोकने के प्रयास कर रहे हैं। ड्रोन हमले को विफल कर IDF ने दिखाया कि इज़राइल की वायु रक्षा प्रणाली कितनी सक्षम है। इसके अलावा, मिसाइल हमले के बाद भी इज़राइल ने अपनी रक्षा प्रणाली को मजबूत किया है और इन हमलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। इज़राइल ने साफ किया है कि वह इन हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा और अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
इस हमले के बाद, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की नज़र एक बार फिर से मध्य पूर्व के इस संवेदनशील क्षेत्र पर है। अमेरिका और यूरोपीय देशों ने हूती विद्रोहियों और हिज़बुल्ला के इन हमलों की कड़ी निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र ने भी इस मामले पर चिंता व्यक्त की है और सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।
हूती विद्रोहियों और हिज़बुल्ला के ये हमले इज़राइल के खिलाफ जारी संघर्ष का एक और उदाहरण हैं। हालांकि इज़राइल ने इन हमलों का मुकाबला करने में अपनी क्षमता साबित की है, लेकिन इन घटनाओं ने दिखाया है कि नागरिकों की सुरक्षा पर अभी भी बड़ा खतरा मंडरा रहा है। यह स्थिति तब तक शांत नहीं होगी जब तक क्षेत्रीय तनाव को कम करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा ठोस कदम नहीं उठाए जाते।