पूर्वी तट पर भारत के तटरक्षक बल को मिला नया नेतृत्व: आईजी दातविंदर सिंह सैनी ने संभाला कार्यभार


के कुमार आहूजा  2024-10-01 20:25:53



पूर्वी तट पर भारत के तटरक्षक बल को मिला नया नेतृत्व: आईजी दातविंदर सिंह सैनी ने संभाला कार्यभार

चैन्नई में भारतीय तटरक्षक बल के पूर्वी क्षेत्र को नया कमांडर मिल गया है। इंस्पेक्टर जनरल दातविंदर सिंह सैनी (TM) ने आज अपने पद का कार्यभार संभाल लिया है। यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारत के समुद्री सीमाओं की सुरक्षा को और भी सख्त और संगठित तरीके से बढ़ाने की आवश्यकता है। सैनी जी की यह नियुक्ति भारतीय तटरक्षक बल में महत्वपूर्ण बदलावों की दिशा में एक और कदम माना जा रहा है।

समारोह और नेतृत्व का बदलाव

चैन्नई में एक औपचारिक समारोह के दौरान, इंस्पेक्टर जनरल डॉनी माइकल (PTM, TM) ने भारतीय तटरक्षक बल के पूर्वी क्षेत्र की कमान इंस्पेक्टर जनरल दातविंदर सिंह सैनी को सौंपी। यह नियुक्ति तटरक्षक बल की जिम्मेदारियों को और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे पहले, दातविंदर सिंह सैनी मुंबई के पश्चिमी तट पर प्रमुख पद पर कार्यरत थे, जहाँ उन्होंने चीफ ऑफ स्टाफ, वेस्टर्न सीबोर्ड का पद संभाला था।

पूर्वी तट का यह क्षेत्र आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी के समुद्री सीमाओं की सुरक्षा की देखभाल करता है, जो रणनीतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। नए कमांडर के रूप में सैनी की नियुक्ति से इन राज्यों के समुद्री सुरक्षा में एक नया आयाम जुड़ने की उम्मीद है।

दातविंदर सिंह सैनी का अनुभव और जिम्मेदारियां

इंस्पेक्टर जनरल दातविंदर सिंह सैनी भारतीय तटरक्षक बल में एक अनुभवी अधिकारी हैं। उन्होंने तटरक्षक बल के कई प्रमुख अभियानों का नेतृत्व किया है और राष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने में अहम योगदान दिया है। इससे पहले, वह पश्चिमी तट पर विभिन्न तटरक्षक बल यूनिट्स का संचालन कर रहे थे और उनकी नेतृत्व क्षमता ने तटरक्षक बल को नए स्तर पर पहुँचाया है।

सैनी अब पूर्वी तट पर तटरक्षक बल की सभी इकाइयों का संचालन करेंगे, जिसमें तटरक्षक बल की कई आवश्यक और संवेदनशील इकाइयाँ शामिल हैं। उनके पास समुद्री सुरक्षा, तस्करी नियंत्रण और आपातकालीन सहायता जैसे कई महत्वपूर्ण कार्यों की जिम्मेदारी होगी।

पूर्वी क्षेत्र की सुरक्षा में सुधार

पूर्वी तट पर तटरक्षक बल की इकाइयाँ महत्वपूर्ण रणनीतिक स्थानों पर तैनात हैं। ये इकाइयाँ तटीय क्षेत्रों में सुरक्षा निगरानी, मछली पकड़ने की गतिविधियों की निगरानी और समुद्री अपराधों पर नियंत्रण जैसी जिम्मेदारियों को निभाती हैं। आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तटों से लगे हुए समुद्रों की सुरक्षा, व्यापारिक जहाजों की सुरक्षा, और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों की देखरेख करना इस क्षेत्र का मुख्य कार्य है।

इसके अलावा, यह क्षेत्र समुद्री बचाव और राहत कार्यों के लिए भी जाना जाता है। पिछले कुछ वर्षों में भारतीय तटरक्षक बल ने कई मौकों पर समुद्री आपातकालीन स्थितियों में त्वरित और सफल बचाव अभियान चलाए हैं। दातविंदर सिंह सैनी के नेतृत्व में यह उम्मीद की जा रही है कि तटरक्षक बल की क्षमता और बढ़ेगी और इन महत्वपूर्ण कार्यों को और भी प्रभावी तरीके से पूरा किया जाएगा।

समुद्री सुरक्षा की चुनौती

पूर्वी तट पर समुद्री सुरक्षा के कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिनमें तस्करी, समुद्री चोरी, अवैध मछली पकड़ना, और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान बचाव कार्य शामिल हैं। दातविंदर सिंह सैनी के नेतृत्व में, इन सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए तटरक्षक बल को और अधिक सशक्त बनाया जाएगा।

तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश की तटीय सीमाएँ दक्षिण-पूर्व एशिया और भारत के बीच व्यापारिक मार्गों के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। इस क्षेत्र में आने वाले अंतरराष्ट्रीय जहाजों और व्यापारिक जहाजों की सुरक्षा भी तटरक्षक बल की मुख्य जिम्मेदारियों में शामिल है। इन सभी पहलुओं पर ध्यान देते हुए, सैनी का अनुभव तटरक्षक बल की भूमिका को और भी मजबूत करने में मददगार साबित होगा।

डॉनी माइकल का कार्यकाल

इंस्पेक्टर जनरल डॉनी माइकल, जिन्होंने पूर्वी क्षेत्र की कमान संभाली थी, उनके कार्यकाल में तटरक्षक बल ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल कीं। उन्होंने समुद्री सुरक्षा और तटीय निगरानी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके कार्यकाल में तटरक्षक बल की दक्षता और कुशलता में काफी सुधार हुआ और उन्होंने तटीय सुरक्षा के क्षेत्र में नई रणनीतियों का भी विकास किया।

भविष्य की संभावनाएं

सैनी की नियुक्ति के साथ ही भारतीय तटरक्षक बल के पूर्वी क्षेत्र में नए सिरे से विकास और सुधार की उम्मीदें बढ़ गई हैं। उनके नेतृत्व में तटरक्षक बल और अधिक सक्रिय और प्रभावी होने की संभावना है। इससे न केवल तटीय क्षेत्रों की सुरक्षा में सुधार होगा, बल्कि तटरक्षक बल की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान भी और मजबूत होगी।


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