आतंकवाद के खिलाफ सेना की बड़ी कार्रवाई: भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और गोला-बारूद बरामद
के कुमार आहूजा 2024-10-01 09:14:31
आतंकवाद के खिलाफ सेना की बड़ी कार्रवाई: भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और गोला-बारूद बरामद
मणिपुर में पिछले सप्ताह सेना, असम राइफल्स, मणिपुर पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के संयुक्त अभियानों में एक बड़ी सफलता हासिल की गई है। इन अभियानों में सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक बरामद किए हैं। यह कार्रवाई मणिपुर के विभिन्न जिलों में की गई, जहां सुरक्षा बलों ने एक के बाद एक सफल ऑपरेशन कर न केवल हथियारों का जखीरा पकड़ा, बल्कि कई बड़े हादसों को भी टाल दिया। इन अभियानों से राज्य में शांति और स्थिरता लाने के प्रयासों को मजबूती मिली है।
संयुक्त ऑपरेशन का व्यापक असर
25 से 27 सितंबर 2024 के बीच असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने कई खुफिया आधारित ऑपरेशन शुरू किए। थौबल जिले के टेकचम मानिंग और फैनोम गांव के पाइन फॉरेस्ट प्लांटेशन इलाके में बड़े पैमाने पर छानबीन के दौरान सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियार और युद्ध सामग्री बरामद की। इनमें 7.62 मिमी की सेल्फ लोडिंग राइफल (SLR), 9 मिमी की दो कार्बाइन, एक 9 मिमी पिस्टल, एक 0.32 मिमी पिस्टल और ग्रेनेड्स शामिल थे। इस अभियान के तहत बड़ी मात्रा में गोला-बारूद भी बरामद किया गया। सबसे अहम बात यह रही कि सुरक्षा बलों ने 10 किलोग्राम की एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) को समय रहते निष्क्रिय कर दिया, जो राज्य हाईवे 18 पर सरम इलाके में लगाई गई थी। यदि यह विस्फोटक समय पर नहीं पकड़ी जाती, तो एक बड़ा हादसा हो सकता था।
कांगपोकपी जिले में ऑपरेशन
27 सितंबर 2024 को असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने कांगपोकपी जिले के लोईचिंग रिज क्षेत्र में एक खुफिया ऑपरेशन के तहत दो .303 बोल्ट एक्शन राइफल्स, 9 मिमी पिस्टल, ग्रेनेड और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की। इसके अगले ही दिन, 28 सितंबर को, आइगेजंग रिज लाइन इलाके में एक और ऑपरेशन चलाया गया, जहां एक .303 स्नाइपर राइफल, दो 9 मिमी पिस्टल और अन्य हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए ।
चुराचांदपुर में बड़ी कामयाबी
25 सितंबर 2024 को चुराचांदपुर जिले में भारतीय सेना, मणिपुर पुलिस और बीएसएफ द्वारा एक खुफिया आधारित ऑपरेशन शुरू किया गया। इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने दो बड़े देशी मोर्टार और ग्रेनेड बरामद किए। यह हथियार आतंकियों द्वारा लंबे समय तक चलने वाले हमलों के लिए इस्तेमाल किए जाने की योजना थी, जिसे सुरक्षा बलों ने विफल कर दिया।
इंफाल ईस्ट और बिश्नुपुर जिलों में ऑपरेशन
इंफाल ईस्ट जिले में भारतीय सेना की टुकड़ियों ने पेट्रोलिंग के दौरान तीन IEDs (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) का पता लगाया, जिनका वजन लगभग 42.5 किलोग्राम था। ये विस्फोटक बड़ी चालाकी से तुमुखोंग-हुंगडम टंगखुल रोड के पास छिपाए गए थे। सेना की त्वरित प्रतिक्रिया और सटीक निष्क्रियता की बदौलत इन विस्फोटकों को समय रहते निष्क्रिय कर दिया गया।
इसके अलावा, बिश्नुपुर जिले में भारतीय सेना, मणिपुर पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा खोजी अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत फोइसेंफाई गांव और क्वाकटा इलाके में हथियार और युद्ध सामग्री बरामद की गई। इनमें दो देशी मोर्टार, दो कार्बाइन सब-मशीन गन, एक सिंगल बैरल राइफल, तीन पिस्टल, ग्रेनेड और भारी मात्रा में गोला-बारूद शामिल थे ।
मणिपुर में शांति बहाली के प्रयास
इन सफल अभियानों ने मणिपुर में सुरक्षा और शांति बहाली की दिशा में सुरक्षा बलों की प्रतिबद्धता को एक बार फिर साबित किया है। राज्य में सक्रिय उग्रवादी समूहों द्वारा हथियारों और विस्फोटकों का इस्तेमाल कर अस्थिरता फैलाने की योजना को ध्वस्त कर दिया गया। मणिपुर में पिछले कुछ महीनों से उग्रवादियों द्वारा बढ़ाई जा रही हिंसा और आतंक के खिलाफ सेना और सुरक्षा बलों की यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है।
भविष्य की चुनौतियां और सुरक्षा बलों की रणनीति
हालांकि सुरक्षा बलों ने इस ऑपरेशन में बड़ी सफलता हासिल की है, लेकिन मणिपुर में आतंकवाद और उग्रवाद से निपटने के लिए अभी भी चुनौतीपूर्ण स्थिति बनी हुई है। राज्य के कई हिस्सों में हथियारों की तस्करी और विस्फोटकों के भंडार का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है। ऐसे में सुरक्षा बलों द्वारा निरंतर ऑपरेशन चलाने और खुफिया नेटवर्क को और मजबूत करने की आवश्यकता बनी हुई है।
मणिपुर में सेना और सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए इन अभियानों ने राज्य में उग्रवादियों की गतिविधियों को करारा जवाब दिया है। असम राइफल्स, मणिपुर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की समन्वयित कार्रवाई से न केवल हथियारों और विस्फोटकों का जखीरा बरामद किया गया, बल्कि कई बड़े हादसों को भी टालने में सफलता मिली। यह साबित करता है कि मणिपुर में शांति और स्थिरता लाने के लिए सुरक्षा बल पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।