अंतर्राष्ट्रीय नशा तस्करी गिरोह का पर्दाफाश: अमृतसर में 6 किलो हेरोइन, हथियार और मोबाइल जब्त
के कुमार आहूजा 2024-09-30 23:03:09
अंतर्राष्ट्रीय नशा तस्करी गिरोह का पर्दाफाश: अमृतसर में 6 किलो हेरोइन, हथियार और मोबाइल जब्त
नशे के खिलाफ जारी मुहिम में पंजाब पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। अमृतसर की स्टेट स्पेशल ऑपरेशंस सेल (SSOC) ने अंतर्राष्ट्रीय हेरोइन तस्करी के गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसमें 6 किलो हेरोइन के साथ भारी मात्रा में हथियार और मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। यह ऑपरेशन पंजाब सरकार की उस योजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य पंजाब को नशा मुक्त बनाना है। आइए जानते हैं इस मामले की पूरी जानकारी।
तस्करी के नेटवर्क का पर्दाफाश
पंजाब पुलिस के अनुसार, स्टेट स्पेशल ऑपरेशंस सेल (SSOC) अमृतसर ने एक क्रॉस-बॉर्डर नशा तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया, जिसमें 6 किलो हेरोइन, 67 जिंदा कारतूस, 2 मैगजीन और 6 मोबाइल फोन बरामद किए गए। पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने इस बड़ी सफलता की जानकारी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की। उन्होंने कहा, "SSOC अमृतसर ने अंतर्राष्ट्रीय नशा तस्करी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 किलो हेरोइन, 67 जिंदा कारतूस, 2 मैगजीन और 6 मोबाइल फोन बरामद किए हैं।"
NDPS अधिनियम के तहत FIR दर्ज
इस घटना के बाद एनडीपीएस अधिनियम (Narcotic Drugs and Psychotropic Substances Act) के तहत FIR दर्ज की गई है और आगे की जांच जारी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जांच के जरिए उन लोगों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है जो इस तस्करी गिरोह से जुड़े हुए हैं। पुलिस इस गिरोह के पीछे के नेटवर्क और उनके संपर्कों को उजागर करने का प्रयास कर रही है।
तस्करों के खिलाफ व्यापक अभियान
पंजाब पुलिस और बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) की साझेदारी में इस तरह की कार्रवाइयां लगातार हो रही हैं। इसी महीने, तरनतारन जिले के पास दल गांव में बीएसएफ और पंजाब पुलिस ने एक अन्य बड़ी कार्रवाई की थी। उस दौरान 2.8 किलो से अधिक हेरोइन के पांच पैकेट और एक मोटरसाइकिल जब्त की गई थी। बीएसएफ के जवानों ने दो संदिग्ध लोगों को मोटरसाइकिल पर देखा और उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन वे भाग गए।
इस घटना के बाद पुलिस और BSF ने आसपास के इलाके में तलाशी अभियान चलाया और मोटरसाइकिल को जब्त कर लिया। ऐसे मामलों में सीमा पार से नशे की तस्करी और स्थानीय गिरोहों के बीच संपर्क स्थापित करने के लिए जांच तेज की जा रही है।
पंजाब को नशामुक्त बनाने की दिशा में प्रतिबद्धता
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और डीजीपी गौरव यादव लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि राज्य को नशा मुक्त करना उनकी प्राथमिकता है। गौरव यादव ने अपने पोस्ट में लिखा, "पंजाब पुलिस #पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जैसा कि माननीय मुख्यमंत्री भगवंत मान की दृष्टि है।"
पंजाब में नशे की समस्या लंबे समय से एक गंभीर चुनौती रही है, लेकिन राज्य सरकार और पुलिस विभाग की हालिया कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि इस दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
सीमा पार से नशे की तस्करी: गंभीर चुनौती
पंजाब की भौगोलिक स्थिति इसे सीमा पार से तस्करी के लिए एक संवेदनशील राज्य बनाती है। पाकिस्तान के साथ लगती सीमा से अक्सर नशे की खेप भारतीय क्षेत्र में पहुंचती है। कई बार ड्रोन के जरिए भी नशे की खेप भेजी जाती है, जिसे रोकना एक बड़ी चुनौती है। इस बार की कार्रवाई में भी ये संभावना जताई जा रही है कि हेरोइन की खेप सीमा पार से आई होगी।
आगे की कार्रवाई और चुनौतियाँ
पुलिस की इस कार्रवाई से साफ है कि नशा तस्करी के खिलाफ अब तक की सबसे सख्त कार्रवाई की जा रही है, लेकिन इस नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए और भी प्रयासों की जरूरत है। पंजाब पुलिस की जांच से यह पता चलेगा कि इस गिरोह के पीछे कौन से बड़े नाम छिपे हुए हैं और इस गिरोह का कितना बड़ा नेटवर्क है।
पंजाब में नशा तस्करी एक बड़ी समस्या बनी हुई है, और यह केवल एक पुलिस कार्रवाई से हल नहीं होगी। इसके लिए सामाजिक जागरूकता, कानून के सख्त पालन और सीमा पर सख्त निगरानी की जरूरत है।
पंजाब पुलिस की यह बड़ी सफलता यह संकेत देती है कि राज्य को नशा मुक्त बनाने की दिशा में सरकार और सुरक्षा बल पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। अमृतसर की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि तस्करी के खिलाफ लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर है। यह न केवल सुरक्षा बलों की कड़ी मेहनत का परिणाम है, बल्कि आने वाले समय में ऐसी और भी कार्रवाइयों की उम्मीद की जा सकती है।