PLI स्कीम की बैठक: उद्योगपतियों का सकारात्मक दृष्टिकोण, सरकार से मिल रहा है समर्थन
के कुमार आहूजा 2024-09-30 15:33:23
PLI स्कीम की बैठक: उद्योगपतियों का सकारात्मक दृष्टिकोण, सरकार से मिल रहा है समर्थन
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में दिल्ली में आज एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम के लाभार्थी कंपनियों के सीईओ ने भाग लिया। बैठक के बाद उद्योगपतियों ने सरकार के समर्थन और PLI स्कीम के प्रभाव के बारे में सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। सरकार द्वारा की गई पहलों और योजनाओं ने उद्योग जगत में उत्साह का माहौल पैदा किया है, जिससे भारतीय कंपनियों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अग्रसर होने का मौका मिल रहा है।
PLI स्कीम का उद्देश्य और महत्व
सरकार द्वारा वर्ष 2020 में शुरू की गई PLI योजना का उद्देश्य घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना और आयात पर निर्भरता को कम करना है। इस योजना के तहत कंपनियों को उनके उत्पादन स्तर के आधार पर प्रोत्साहन दिया जाता है। PLI योजना का मुख्य फोकस उन क्षेत्रों पर है जो तकनीकी दृष्टि से उन्नत हैं और जिनमें भारत को आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक्स, मेडिकल उपकरण, ऑटोमोबाइल, खाद्य प्रसंस्करण और अन्य उद्योग शामिल हैं।
सरकार का उद्देश्य इन उद्योगों के जरिए न केवल घरेलू उत्पादन बढ़ाना है, बल्कि वैश्विक बाजार में भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना है। इस योजना के तहत भारत के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश देखने को मिल रहा है, जिससे रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न हो रहे हैं।
CEO का दृष्टिकोण: उद्योग में हो रहे बदलाव
अदेष वशिष्ठा, CEO, Syrotech Networks:
बैठक के बाद अदेष वशिष्ठा ने बताया कि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कई सकारात्मक विचार साझा किए। उन्होंने नई योजनाओं, सरकार की दृष्टि और व्यवसायों को और अधिक प्रभावी ढंग से कैसे बढ़ाया जा सकता है, इस पर चर्चा की। उद्योगपतियों को यह जानकर भी हौसला मिला कि सरकार पूरी तरह से उनके साथ खड़ी है। वशिष्ठा ने कहा कि यह बैठक उद्योग जगत के लिए प्रोत्साहन का स्रोत बनी और इसे सरकार से जो समर्थन मिल रहा है, वह महत्वपूर्ण है।
जयेन मेहता, प्रबंध निदेशक, GCMMF (Amul):
अमूल के प्रबंध निदेशक जयेन मेहता ने PLI योजना के अंतर्गत खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को लाने के सरकार के निर्णय की सराहना की। उन्होंने बताया कि शुरू में अमूल ने लगभग 800 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई थी, लेकिन अब कंपनी ने 1,100 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। इसके साथ ही, अमूल अब वैश्विक बाजार की ओर भी देख रहा है और इस योजना के तहत तेजी से अपने कारोबार का विस्तार कर रहा है। अमूल का वार्षिक टर्नओवर 15,000 करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है।
डॉ. राजीव छिब्बर, वाइस प्रेसिडेंट, साहजानंद मेडिकल टेक्नोलॉजीज:
डॉ. राजीव छिब्बर ने बैठक को अत्यधिक सराहनीय बताया। उन्होंने कहा कि इस बैठक में 140 से अधिक शीर्ष अधिकारी और सीईओ उपस्थित थे। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इस दौरान आयात पर निर्भरता को पूरी तरह से समाप्त करने के बारे में जोर दिया। मंत्री ने यह भी कहा कि मेडिकल उपकरणों और PLI योजना के तहत आने वाले सभी क्षेत्रों में उत्पाद की गुणवत्ता पर ध्यान देना जरूरी है। उन्होंने उद्योगों को पूरी तरह से समर्थन देने का वादा किया।
PLI योजना का लाभ: नए उत्पाद और वैश्विक दृष्टिकोण
डॉ. ए. एच. खान, प्रमुख, PLI योजना लाभार्थी कंपनी:
डॉ. खान ने बताया कि उनकी कंपनी PLI योजना के तहत सबसे बड़े लाभार्थियों में से एक है। उनके पास लगभग 500 उत्पाद हैं जो इस योजना के लिए योग्य हैं। इस योजना के तहत अब तक 28,000 करोड़ रुपये के उत्पादों की बिक्री हो चुकी है। उन्होंने कहा कि यह योजना भारतीय उद्योगों को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है और इससे घरेलू उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
साहन सिंह सोलंकी, सीनियर जनरल मैनेजर, Meril Life Sciences Pvt. Ltd.:
सोलंकी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई PLI योजना एक बहुत ही सकारात्मक कदम है। उन्होंने कहा, "हम ऐसे उत्पाद बना रहे हैं जो पहले भारत में उपलब्ध नहीं थे। अब हम इन्हें सुलभ और किफायती बना रहे हैं। यह योजना न केवल हमारी कंपनी के लिए बल्कि पूरे देश के लिए भी लाभकारी है।"
सरकार का समर्थन और उद्योग का विकास
PLI योजना के तहत सरकार न केवल वित्तीय प्रोत्साहन दे रही है, बल्कि इस योजना के जरिए उद्योगों को आत्मनिर्भर बनने में मदद कर रही है। विभिन्न उद्योगों के सीईओ का कहना है कि सरकार की ओर से जो नीतियां बनाई गई हैं, वे उद्योगों के विस्तार में सहायक सिद्ध हो रही हैं। इस योजना के तहत न केवल आयात पर निर्भरता कम हो रही है, बल्कि भारतीय कंपनियां अब वैश्विक बाजार में भी प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार हो रही हैं।
PLI योजना का सकारात्मक प्रभाव
PLI योजना के तहत भारतीय उद्योगों को जो समर्थन मिल रहा है, वह देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा कदम है। सरकार का उद्देश्य केवल घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना नहीं है, बल्कि भारतीय कंपनियों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में लाना भी है। उद्योग जगत इस योजना के तहत न केवल अपने उत्पादन को बढ़ा रहा है, बल्कि नई तकनीकों और उत्पादों को भी विकसित कर रहा है। यह योजना आने वाले वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।