इज़रायल का हमला: हिज़बुल्लाह कमांडर नबील क़वाक की मौत, नसरल्लाह की हत्या के बाद तनाव चरम पर
के कुमार आहूजा 2024-09-30 06:28:37
इज़रायल का हमला: हिज़बुल्लाह कमांडर नबील क़वाक की मौत, नसरल्लाह की हत्या के बाद तनाव चरम पर
मध्य पूर्व में पहले से ही गर्माए माहौल को और तनावपूर्ण बनाते हुए, इज़रायल ने हिज़बुल्लाह के एक और वरिष्ठ नेता नबील क़वाक को एक सटीक हवाई हमले में ढेर कर दिया। यह घटना हिज़बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत के ठीक एक दिन बाद हुई, जिसने इज़रायल और हिज़बुल्लाह के बीच जारी संघर्ष को और गंभीर बना दिया है। इज़रायल ने स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी तरह की आतंकवादी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगा और अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।
इज़रायली सेना का बयान और ऑपरेशन की विस्तार से जानकारी
इज़रायल रक्षा बल (IDF) ने रविवार को जानकारी दी कि उसने हिज़बुल्लाह के एक और वरिष्ठ कमांडर नबील क़वाक को हवाई हमले में मार गिराया है। नबील क़वाक हिज़बुल्लाह के प्रिवेंटिव सिक्योरिटी यूनिट के कमांडर थे और संगठन की एग्जीक्यूटिव काउंसिल के सदस्य भी थे। IDF ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया, "ELIMINATED: हिज़बुल्लाह के प्रिवेंटिव सिक्योरिटी यूनिट के कमांडर और एग्जीक्यूटिव काउंसिल के सदस्य नबील क़वाक को सटीक हवाई हमले में मार गिराया गया।"
क़वाक हिज़बुल्लाह के लिए 1980 के दशक से काम कर रहे थे और उन्हें संगठन के वरिष्ठ नेताओं के बीच एक प्रमुख विशेषज्ञ के रूप में जाना जाता था। इज़रायली सेना के बयान के अनुसार, "क़वाक हिज़बुल्लाह के प्रमुख कमांडरों के निकट सहयोगी थे और इज़रायल के खिलाफ कई आतंकी हमलों में सीधे तौर पर शामिल थे। वह संगठन के दक्षिणी क्षेत्र के उप-कमांडर और ऑपरेशनल काउंसिल के डिप्टी कमांडर रह चुके थे।"
हिज़बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या
इससे पहले, शुक्रवार को इज़रायल द्वारा लेबनान की राजधानी बेरूत पर किए गए हवाई हमले में हिज़बुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की भी मौत हो गई थी। हिज़बुल्लाह ने आधिकारिक तौर पर नसरल्लाह की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने अपने "साथी शहीदों" के साथ जुड़ गए हैं। नसरल्लाह की मौत के बाद हिज़बुल्लाह ने वादा किया कि वह "शत्रु के खिलाफ पवित्र युद्ध" जारी रखेगा और फिलिस्तीन का समर्थन करेगा।
इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले के बाद ईरान के अयातुल्ला शासन को चेतावनी दी थी और कहा कि जो भी इज़रायल को निशाना बनाएगा, उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। नेतन्याहू ने नसरल्लाह को "ईरान के दुष्ट धुरी का मुख्य इंजन" करार दिया और कहा, "नसरल्लाह केवल एक और आतंकवादी नहीं था, वह आतंकवादी था। वह ईरान की इस धुरी का मुख्य योजनाकार था, जिसने इज़रायल को नष्ट करने की योजना बनाई थी।"
हिज़बुल्लाह के वरिष्ठ नेताओं पर लगातार हमले
नबील क़वाक की हत्या के साथ ही, इज़रायल ने हिज़बुल्लाह के वरिष्ठ नेताओं को निशाना बनाने की अपनी रणनीति को और तेज कर दिया है। इससे पहले शनिवार को हिज़बुल्लाह के वरिष्ठ खुफिया अधिकारी हसन खलील यासीन को भी इज़रायली सेना ने बेरूत के दहीया जिले में किए गए हवाई हमले में मार गिराया था। इज़रायली सेना ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह हिज़बुल्लाह के किसी भी कमांडर को नहीं छोड़ेगी जो इज़रायल की सुरक्षा के लिए खतरा बने।
IDF के प्रवक्ता ने कहा, "हम हिज़बुल्लाह के आतंकवादी संगठन के कमांडरों को लगातार निशाना बनाते रहेंगे और किसी को भी इज़रायल के नागरिकों को खतरे में डालने की अनुमति नहीं देंगे।"
मध्य पूर्व में बढ़ता तनाव और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
हिज़बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद से लेबनान और इज़रायल के बीच तनाव चरम पर है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इन हवाई हमलों के कारण कई निर्दोष नागरिकों की भी मौत हो गई है, जिसमें कम से कम छह लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए। इससे क्षेत्र में मानवाधिकार उल्लंघनों की चिंताएँ और बढ़ गई हैं।
इस स्थिति को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा, "मैं बेरूत में पिछले 24 घंटों में हुई घटनाओं के नाटकीय वृद्धि से गंभीर रूप से चिंतित हूँ। इस हिंसा का चक्र तुरंत रुकना चाहिए। सभी पक्षों को पीछे हटना होगा, क्योंकि लेबनान, इज़रायल और पूरे क्षेत्र के लोग एक पूर्ण युद्ध का खर्च नहीं उठा सकते।"
हिज़बुल्लाह के प्रमुख नेताओं को निशाना बनाकर इज़रायल ने यह साफ कर दिया है कि वह अपने दुश्मनों के खिलाफ किसी भी स्तर तक जा सकता है। नबील क़वाक और हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद, हिज़बुल्लाह के पास अब सीमित विकल्प बचे हैं। यह घटनाएं न केवल इज़रायल और हिज़बुल्लाह के बीच तनाव को बढ़ा रही हैं, बल्कि पूरे मध्य पूर्व को एक बड़े संघर्ष की ओर धकेल रही हैं।
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इस स्थिति पर गहरी चिंता जताई है और सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। हालांकि, यह देखना बाकी है कि इज़रायल और हिज़बुल्लाह के बीच जारी यह टकराव किस ओर जाता है और इसका व्यापक क्षेत्रीय और वैश्विक प्रभाव क्या होगा।