स्पेशलिटी अस्पताल में एक अनूठी पहल की शुरुआत हुई। अधीक्षक डॉ. सोनाली धवन ने मेरा कार्यालय, मेरा गमला अभियान की नींव रखी,


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2024-09-30 04:59:39



छोटे कदम, बड़े परिवर्तन की ओर: मेरा कार्यालय, मेरा गमला अभियान की शुरुआत: स्वच्छता और प्रकृति प्रेम की अनूठी पहल

 कर्मचारियों के गमलों से सजेगा अस्पताल: स्वस्थ पर्यावरण के लिए उठाया कदम

रविवार को सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से संबद्ध सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में एक अनूठी पहल की शुरुआत हुई। अधीक्षक डॉ. सोनाली धवन ने मेरा कार्यालय, मेरा गमला अभियान की नींव रखी, जिसके अंतर्गत अस्पताल के सभी कर्मचारियों को व्यक्तिगत गमला वितरित किया गया। यह अभियान न केवल अस्पताल परिसर की स्वच्छता को बनाए रखने के उद्देश्य से शुरू किया गया, बल्कि कर्मचारियों और मरीजों को भी प्रकृति के प्रति जागरूक करने का प्रयास था।

एक छोटे से गमले से शुरू हुआ बड़ा बदलाव

कार्यक्रम के दौरान डॉ. सोनाली धवन ने अस्पताल के कर्मचारियों, नर्सों, सफाईकर्मियों और सुरक्षा प्रहरियों को गमले वितरित किए। उन्होंने प्रकृति की अहमियत पर जोर दिया और बताया कि कैसे एक छोटा सा कदम, जैसे एक गमला लगाना, पर्यावरण के संरक्षण में मदद कर सकता है। अभियान का मुख्य उद्देश्य अस्पताल परिसर में हरियाली बढ़ाना, स्वच्छता को प्रोत्साहित करना और कर्मचारियों में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित करना है।

डॉ. धवन ने कहा, "हर गमला इस बात का प्रतीक होगा कि हम न केवल अपने कार्यालय और आसपास के वातावरण को स्वच्छ और सुंदर बनाए रख सकते हैं, बल्कि अपने छोटे-छोटे कदमों से एक बड़े सामाजिक और पर्यावरणीय परिवर्तन का हिस्सा बन सकते हैं।"

स्वच्छता और पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश

इस मौके पर अस्पताल के कई प्रमुख डॉक्टरों और कर्मचारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। डॉ. गिरीश प्रभाकर, डॉ. विनीता चौधरी, डॉ. जगदीशचंद्र कुकणा, डॉ. कपिल पारीक, डॉ. सुशील फलोदिया, डॉ. सचिन बाठिया और नर्सिंग अधीक्षक मधुबाला रावत ने भी इस अभियान में हिस्सा लिया।

कर्मचारियों को संबोधित करते हुए डॉ. गिरीश प्रभाकर ने कहा, "स्वच्छता न केवल हमारे अस्पताल की छवि को सुधारने में मदद करेगी, बल्कि यह मरीजों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है। जब हमारा वातावरण स्वच्छ होगा, तो हमारे मरीजों को भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।" उन्होंने सभी उपस्थित लोगों से यह संकल्प दिलाया कि वे न केवल अपने कार्यस्थल को स्वच्छ बनाए रखेंगे, बल्कि अपने घरों और आस-पास के क्षेत्रों में भी इस पहल को आगे बढ़ाएंगे।

प्रकृति और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना

अभियान में सफाई कर्मचारियों, वार्ड बॉय, सुरक्षा प्रहरी और अस्पताल के अन्य कर्मचारियों ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया। इस अवसर पर अस्पताल के सफाई सुपरवाइजर सलीम भायी, मनोज पांडे, सफाई कर्मी सरफराज अहमद और राजन अरोड़ा ने भी गमला प्राप्त किया और इसे सफल बनाने का वचन दिया। इन कर्मचारियों ने अस्पताल की साफ-सफाई को लेकर अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे इस तरह के अभियान से उनकी कार्यस्थल पर स्वच्छता को बनाए रखने में मदद मिलेगी।

सुरक्षा प्रहरियों और वार्ड बॉय ने भी इस अभियान को सराहा और कहा कि अस्पताल के वातावरण को साफ और हरा-भरा रखने के लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे। एक गमला प्रतीकात्मक रूप से स्वच्छता और हरियाली का संदेश फैलाने में मदद करेगा।

अभियान का उद्देश्य और भविष्य की दिशा

इस पहल का उद्देश्य अस्पताल परिसर में हरियाली को बढ़ावा देना और कर्मचारियों के बीच पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना को बढ़ाना है। अस्पताल की अधीक्षक डॉ. सोनाली धवन ने कहा कि यह सिर्फ एक शुरुआत है। आने वाले दिनों में अस्पताल परिसर को और हरा-भरा बनाने के लिए और भी पहल की जाएंगी। उन्होंने इस अभियान के महत्व पर जोर दिया और कहा कि अगर हम अपने कार्यस्थल को स्वच्छ और सुंदर बनाएंगे, तो यह हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा।

डॉ. विनीता चौधरी ने कहा, "हम सबको अपने जीवन में प्रकृति के करीब आने की आवश्यकता है। इस गमले के माध्यम से हम सभी एक छोटा सा योगदान दे सकते हैं, जिससे न केवल हमारा कार्यस्थल, बल्कि हमारा पर्यावरण भी साफ और स्वस्थ रहेगा।"

कर्मचारियों का उत्साह और संकल्प

अभियान के दौरान कर्मचारियों ने भी अपनी राय जाहिर की। नर्सिंग अधीक्षक मधुबाला रावत ने कहा, "यह पहल न केवल अस्पताल की छवि को सुधारने में मदद करेगी, बल्कि हम सबके मन में भी स्वच्छता और पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाएगी।"

कर्मचारियों ने यह भी कहा कि वे अपने-अपने गमलों की देखभाल करेंगे और इन्हें हरा-भरा बनाए रखेंगे। अस्पताल के वार्ड बॉय और सफाई कर्मचारी भी इस पहल से प्रेरित दिखे और उन्होंने कहा कि वे इसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएंगे।

छोटे कदम, बड़े परिवर्तन की ओर

मेरा कार्यालय, मेरा गमला अभियान ने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के कर्मचारियों और मरीजों के बीच एक सकारात्मक संदेश फैलाया है। यह पहल सिर्फ एक गमला लगाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण की सुरक्षा और स्वच्छता के प्रति जागरूकता का प्रतीक है।

अस्पताल प्रबंधन की यह पहल यह दिखाती है कि किस तरह से छोटे-छोटे प्रयास बड़े परिवर्तन की ओर ले जा सकते हैं। जब हर कर्मचारी अपने कार्यालय और कार्यस्थल को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने का संकल्प लेता है, तो इसका व्यापक असर हमारे पर्यावरण और समाज पर भी पड़ता है।


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