भयावह बाढ़ में फंसी 37 पर्यटकों से भरी बस: सभी यात्रियों को सुरक्षित बचाया गया


के कुमार आहूजा  2024-09-28 14:38:30



भयावह बाढ़ में फंसी 37 पर्यटकों से भरी बस: सभी यात्रियों को सुरक्षित बचाया गया

गुजरात के कोलियाक गांव में बाढ़ का कहर

गुजरात के भावनगर जिले के कोलियाक गांव में बीती रात एक बड़ा हादसा टल गया, जब 37 पर्यटकों से भरी एक बस बाढ़ के पानी में फंस गई। इस बस में 29 यात्री तमिलनाडु से थे, जो गुजरात में घूमने आए थे। बाढ़ की तेज धाराओं के बीच, सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन यह घटना भय और चिंता का माहौल पैदा कर गई।

भविष्यवाणी से पहले ही आपदा

इस साल मानसून के दौरान गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई है, जिसके कारण कई नदियों और जलाशयों में पानी खतरे के निशान को पार कर चुका है। भावनगर जिले का कोलियाक गांव भी इसी बाढ़ की चपेट में आ गया। पर्यटक बस देर रात इस इलाके से गुजर रही थी जब अचानक बाढ़ का पानी सड़कों पर बहने लगा। स्थिति इतनी गंभीर थी कि बस को तुरंत रोकना पड़ा।

बाढ़ के बीच फंसी पर्यटक बस: कैसे हुआ यह हादसा?

बस में कुल 37 यात्री सवार थे, जिनमें से 29 लोग तमिलनाडु से आए पर्यटक थे। वे गुजरात के प्रमुख दर्शनीय स्थलों का आनंद लेने के लिए यात्रा कर रहे थे। बस कोलियाक गांव के पास से गुजर रही थी, तभी बाढ़ के पानी ने बस को चारों तरफ से घेर लिया। चालक ने तुरंत बस को रोक दिया, लेकिन बाढ़ के पानी ने बस को आगे बढ़ने से रोक दिया। बस में फंसे यात्रियों में डर और घबराहट का माहौल था।

रेस्क्यू ऑपरेशन: प्रशासन की तत्परता से बचाई गई जानें

जैसे ही बाढ़ में बस फंसने की सूचना मिली, स्थानीय प्रशासन और बचाव दल तुरंत सक्रिय हो गए। राज्य सरकार ने तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, जिसमें स्थानीय पुलिस, फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीमों ने मिलकर काम किया। कई घंटों की मशक्कत के बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों को किसी भी प्रकार की शारीरिक चोट नहीं आई और सभी सुरक्षित हैं।

पर्यटकों का अनुभव: डर और राहत का मिश्रण

बस में सवार तमिलनाडु से आए पर्यटकों ने इस हादसे को अपने जीवन का सबसे डरावना अनुभव बताया। एक यात्री ने कहा, "हमें लगा था कि अब हम बच नहीं पाएंगे, लेकिन प्रशासन ने समय रहते हमें बचा लिया। हम उनके शुक्रगुजार हैं।" यात्रियों को बाढ़ के बीच घिरे देखकर उनकी चिंता और बढ़ गई थी, लेकिन अंत में सभी को सुरक्षित देख राहत महसूस हुई।

प्रशासन की सतर्कता से टली बड़ी दुर्घटना

इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन की तेजी और सतर्कता की तारीफ की जा रही है। अगर समय पर बचाव दल नहीं पहुंचता, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी। गुजरात सरकार ने इस घटना के बाद बाढ़ प्रभावित इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा उपाय करने के निर्देश दिए हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।

पर्यटकों के लिए सतर्कता का संदेश

यह घटना एक बार फिर से यह याद दिलाती है कि मानसून के दौरान यात्रा करते समय अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए। मौसम की भविष्यवाणी और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करना जरूरी है। गुजरात में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए पर्यटकों को सलाह दी जा रही है कि वे सुरक्षित स्थानों पर ही यात्रा करें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।


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