जम्मू के सांबा में निर्माण कार्य के दौरान मलबे में फंसे छह मजदूर: दो गंभीर घायल
के कुमार आहूजा 2024-09-27 21:28:10
जम्मू के सांबा में निर्माण कार्य के दौरान मलबे में फंसे छह मजदूर: दो गंभीर घायल
जम्मू के सांबा जिले में एक भयावह घटना ने सभी को हिलाकर रख दिया। जब छह मजदूर दिल्ली-आमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे के निर्माण के दौरान एक गहरी खुदाई में काम कर रहे थे, तब अचानक मिट्टी का एक बड़ा ढेर उन पर गिर पड़ा। इस आकस्मिकता ने न केवल उनके जीवन को संकट में डाल दिया, बल्कि यह घटना स्थानीय प्रशासन और बचाव दल के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गई। आइए जानते हैं इस घटना की विस्तृत जानकारी और राहत कार्य की गतिविधियों के बारे में।
घटना का विवरण:
सांबा जिले के विजयपुर क्षेत्र में यह घटना दोपहर के करीब हुई। जब मजदूर नदी पर पुल के निर्माण के लिए खुदाई कर रहे थे, तभी मिट्टी अचानक ढह गई, जिससे वे उसमें फंस गए। यह जानकारी जैसे ही अधिकारियों को मिली, तत्काल राहत कार्य की तैयारी शुरू की गई।
बचाव कार्य की शुरुआत:
इस दुर्घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन ने तुरंत राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमों को बुलाया। जिला आयुक्त राजेश शर्मा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनय कुमार शर्मा भी घटनास्थल पर पहुंच गए, ताकि बचाव कार्य की निगरानी कर सकें।
मलबे में फंसे मजदूर:
इस घटना में छह मजदूर फंसे थे, जिनमें से चार को करीब दो घंटे की मेहनत के बाद सुरक्षित निकाल लिया गया। हालांकि, दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए जम्मू के एक अस्पताल में भेजा गया। मजदूरों की स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट ने की पुष्टि
एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट एस. डी. वर्मा ने बताया कि घटना दोपहर के समय हुई। हमें दोपहर करीब 1:10 बजे सूचना मिली। जब मजदूर सड़क निर्माण कार्य में लगे थे, तब मिट्टी उनके ऊपर से बह गई। शुरुआत में चार लोगों को बचा लिया गया, जबकि दो को अस्पताल भेजा गया। हमें एसडीआरएफ और स्थानीय स्वयंसेवकों का सहयोग मिला, जबकि जम्मू-कश्मीर पुलिस मौजूद नहीं थी। हमारी एनडीआरएफ टीम सांबा में तैनात थी।
स्थानीय समुदाय की भूमिका:
बचाव कार्य में स्थानीय स्वयंसेवकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। SDRF और स्थानीय लोगों की मदद से मलबे में दबे मजदूरों को निकालने के लिए भारी मशीनरी का इस्तेमाल किया गया। यह घटना स्थानीय समाज के लिए एक सीख बनकर सामने आई है, जो सुरक्षा के प्रति जागरूकता को और बढ़ावा देने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
नतीजा और भविष्य के कदम:
इस घटना ने यह स्पष्ट किया है कि निर्माण कार्य में सुरक्षा मानकों का पालन कितना आवश्यक है। प्रशासन अब इस घटना की जांच करेगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठेकेदारों और संबंधित अधिकारियों को भी निर्देशित किया जाएगा।
यह घटना न केवल मजदूरों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि यह समाज को यह भी याद दिलाती है कि निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा को कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ऐसे मामलों में जल्दी प्रतिक्रिया और उचित योजना हमेशा महत्वपूर्ण होती है। हमें उम्मीद है कि घायल मजदूर जल्द से जल्द ठीक हो जाएंगे और इस तरह की घटनाओं से सबक लेकर हम भविष्य में बेहतर सुरक्षा उपायों को अपनाएंगे।