भारत को जानो प्रतियोगिता: युवा प्रतिभाओं का अद्भुत प्रदर्शन ♦ ज्ञान की शक्ति से सजीव होती हैं प्रतिभाएँ
के कुमार आहूजा 2024-09-27 04:32:33
भारत को जानो प्रतियोगिता: युवा प्रतिभाओं का अद्भुत प्रदर्शन
♦ ज्ञान की शक्ति से सजीव होती हैं प्रतिभाएँ
भारत को जानो प्रतियोगिता ने न केवल ज्ञान की परीक्षा ली, बल्कि युवा छात्रों के बीच भारतीय संस्कृति और इतिहास के प्रति जागरूकता भी बढ़ाई। शाखा स्तरीय प्रतियोगिता 26 सितंबर 2024 को BJS रामपुरिया कॉलेज में आयोजित की गई, जहां छात्रों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस से पूर्व यह प्रतियोगिता 28 अगस्त 2024 को बीकानेर के ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित की गई थी जिसमें कनिष्ठ वर्ग में 1600 और वरिष्ठ वर्ग में 1400 अर्थात कुल 3000 छात्रों ने भाग लिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि आज की युवा पीढ़ी में सीखने की चाह कितनी प्रबल है। आइए, इस अद्भुत घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त करें और जानें कि कैसे इस प्रतियोगिता ने छात्रों को एक मंच पर लाने का काम किया।
कार्यक्रम की शुरुआत: दीप प्रज्वलन और अतिथियों का सम्मान
शाखा स्तरीय इस कार्यक्रम का शुभारंभ माँ भारती और स्वामी विवेकानंद जी के चरणों में दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रिंसिपल पंकज जैन, विशिष्ट अतिथि श्रीमती अंजू रामपुरिया और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम का संचालन छवि गुप्ता ने किया, जो प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का संयोजन कर रही थीं। इस दौरान वंदे मातरम् गीत का गायन नीलू भार्गव द्वारा किया गया, जिसने सभी उपस्थित लोगों के दिलों को छू लिया।
प्रतियोगिता का प्रारंभ: सेमीफाइनल से फाइनल तक का सफर
प्रतियोगिता में पहले सेमीफाइनल राउंड में कुल 40 प्रश्न पूछे गए, जिसमें सभी टीमों को एक साथ चुनौती दी गई। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर देने के लिए 20 सेकंड का समय निर्धारित किया गया था। इस राउंड के अंत में सर्वश्रेष्ठ 6 टीमें फाइनल में पहुंचीं। फाइनल राउंड में आठ चरण थे, जिसमें "गौरवशाली अतीत," "प्रगतिशील वर्तमान," "ज्ञान की कसरत," "नेपथ्य के नायक," "हिंट राउंड," "दृश्य श्रवण राउंड," "रेपिड फायर राउंड" और "इमेज राउंड" शामिल थे।
प्रतियोगिता की विविधता: ज्ञान के विभिन्न आयाम
प्रतियोगिता में प्रश्नों की विविधता ने इसे और भी रोचक बना दिया। इमेज राउंड में एक छवि दिखाई गई, जिसके आधार पर प्रश्न पूछे गए। इसके अलावा, ऑडियो राउंड में एक क्लिप सुनाई गई, जिस पर आधारित प्रश्न पूछे गए। यह सभी राउंड्स छात्रों की त्वरित सोच और ज्ञान को परखने का एक सुनहरा अवसर थे।
अभूतपूर्व प्रदर्शन: विजेता टीमों की घोषणा
प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा के बाद, वरिष्ठ वर्ग में पहला पुरस्कार हॉली मिशन स्कूल ने जीता, दूसरा पुरस्कार रायसर सीनियर सेकेंडरी स्कूल को मिला और तीसरा पुरस्कार बी. एल. मेमोरियल स्कूल को दिया गया। वहीं, कनिष्ठ वर्ग में पहला पुरस्कार लायल पब्लिक स्कूल ने जीता, दूसरा पुरस्कार हॉली मिशन स्कूल को मिला और तीसरा पुरस्कार बी. एल. मेमोरियल स्कूल एवं एम. जी. जी. एस हाउसिंग बोर्ड स्कूल को दिया गया। सभी विजेता टीमों को ट्रॉफी, मेडल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिससे उनकी मेहनत का उचित मूल्यांकन किया गया।
व्यक्तिगत स्तर पर ये रहे शामिल
शाखा स्तरीय कार्यक्रम में
♦ कनिष्ठ वर्ग में
1.कुणाल रिजवानी 1.सौम्या
2.रौनक़ हेमनानी 2. प्रभजोतसिंह
3.बौधिक् 3. कीर्ति
3.स्माइल कौर 3. खनक शर्मा
♦ वरिष्ठ वर्ग में
1.मोर मुकुट सिंह 1. दिव्या मेघवाल
2.गंगा सिंह 2. विकास मेघवाल
3.लक्ष्मी सारस्वत 3. एंजल उप्पल
शामिल रहे।
सम्मान और आयोजन की व्यवस्था: सहायक टीम का योगदान
कार्यक्रम की सफलता में अनेक सदस्यों का योगदान रहा। आयोजन के सभी पहलुओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए मीरा शाखा की सदस्यों ने उल्लेखनीय मेहनत की। वित्त सचिव ललिता कालरा और नीलू भार्गव ने टीमों का रजिस्ट्रेशन किया, जबकि हेमा सिंह, उमा ओझा, निर्मला शर्मा और अन्य ने कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ कीं।
भविष्य की ओर: प्रांतीय प्रतियोगिता की तैयारी
प्रतियोगिता के सफल आयोजन के बाद, अब मीरा शाखा की टीम प्रांतीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए तैयार हो रही है, जो 29 सितंबर 2024 को डेगाना शहर में आयोजित होने जा रही है। सभी प्रतिभागियों को इस प्रतियोगिता में शुभकामनाएँ दी गई हैं, और उनसे उम्मीद की जा रही है कि वे वहाँ भी विजेता बनकर लौटें।
शिक्षा की रोशनी से जगमगाता भारत
"भारत को जानो" प्रतियोगिता ने न केवल छात्रों के ज्ञान में वृद्धि की, बल्कि उन्हें अपने देश के प्रति गर्व महसूस कराया। यह आयोजन इस बात का प्रमाण है कि जब शिक्षा, उत्साह और प्रतियोगिता एक साथ मिलते हैं, तो असाधारण परिणाम सामने आते हैं। मीरा शाखा द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता ने साबित कर दिया है कि आने वाली पीढ़ी में अपार संभावनाएँ हैं।
इस प्रकार, "भारत को जानो" प्रतियोगिता न केवल छात्रों के लिए एक मंच बनाकर ज्ञान का प्रकाश फैलाने का कार्य करती है, बल्कि यह हमारे समाज में जागरूकता और शिक्षा के महत्व को भी रेखांकित करती है।