तेल अवीव पर हिजबुल्ला का बैलिस्टिक मिसाइल हमला, इजराइल ने हवाई सुरक्षा से किया नाकाम"


के कुमार आहूजा  2024-09-26 08:23:30



तेल अवीव पर हिजबुल्ला का बैलिस्टिक मिसाइल हमला, इजराइल ने हवाई सुरक्षा से किया नाकाम"

इजराइल और हिजबुल्ला के बीच जारी तनाव ने बुधवार को एक नए मोड़ पर पहुंचकर तेल अवीव को निशाना बनाया। इस्राइली सेना ने घोषणा की कि उसने हिजबुल्ला द्वारा दागी गई एक सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल को नष्ट कर दिया। यह पहली बार है जब हिजबुल्ला ने इतनी दूर तक पहुंचने वाली मिसाइल का इस्तेमाल किया, जिससे इजराइल की हवाई सुरक्षा प्रणाली को बड़े पैमाने पर सक्रिय होना पड़ा।

घटना का विवरण

बुधवार को तेल अवीव और नेतन्या शहरों में सायरन बजने लगे जब इजराइली सेना ने बताया कि उसने हिजबुल्ला द्वारा दागी गई एक मिसाइल को सफलतापूर्वक हवा में ही मार गिराया। इस्राइल की वायु सुरक्षा प्रणाली, जिसे 'डेविड्स स्लिंग' कहा जाता है, ने यह कारनामा किया। मिसाइल का लक्ष्य इस्राइल की खुफिया एजेंसी 'मोसाद' का मुख्यालय था, जो कि तेल अवीव के पास स्थित है। हालाँकि, इस हमले में किसी भी तरह के नुकसान या हताहत होने की कोई रिपोर्ट नहीं आई है​।

हमले के पीछे का उद्देश्य

हिजबुल्ला ने इस हमले की पुष्टि की और कहा कि मिसाइल को गाजा में फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन में और लेबनान के लोगों की सुरक्षा के लिए दागा गया था। यह घटना इजराइल और हिजबुल्ला के बीच बढ़ते तनाव का परिणाम है, जो अक्टूबर 2024 में शुरू हुए युद्ध के दौरान और गहरा गया है। हिजबुल्ला ने दावा किया कि उसने कद्र-1 बैलिस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल किया, जो उनकी ओर से इजराइल पर किया गया अब तक का सबसे बड़ा हमला है​।

इजराइल की प्रतिक्रिया

इजराइल ने हमले के तुरंत बाद लेबनान पर हवाई हमले तेज कर दिए। दक्षिणी लेबनान में नफाखियाह क्षेत्र में स्थित हिजबुल्ला के मिसाइल लांचर को भी नष्ट कर दिया गया। इस्राइली रक्षा बल (IDF) ने बताया कि उसने बुधवार को ही लेबनान में 100 से अधिक लक्ष्यों पर हमला किया है, जिनमें से कई हिजबुल्ला की खुफिया निदेशालय से संबंधित थे। इन हमलों में 10 लोगों की मौत की खबर है, जिसमें आम नागरिक भी शामिल हैं​।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने इस स्थिति को देखते हुए लेबनान में मौजूद ब्रिटिश नागरिकों को तुरंत देश छोड़ने की सलाह दी है। इसके साथ ही उन्होंने साइप्रस में 700 ब्रिटिश सैनिकों की तैनाती की भी घोषणा की, ताकि स्थिति बिगड़ने पर ब्रिटिश नागरिकों को सुरक्षित निकाला जा सके​।

बहरहाल, इस हमले ने इजराइल और हिजबुल्ला के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है। दोनों पक्षों द्वारा लगातार हमलों और जवाबी हमलों से यह साफ है कि स्थिति फिलहाल और गंभीर हो सकती है। लेबनान और इजराइल के बीच चल रहे इस संघर्ष का असर न केवल इन दोनों देशों पर पड़ रहा है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता का विषय बनता जा रहा है।


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