संजौली मस्जिद विवाद: शोएब जमई के दौरे ने बढ़ाया तनाव, पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प


के कुमार आहूजा  2024-09-26 05:37:20



संजौली मस्जिद विवाद: शोएब जमई के दौरे ने बढ़ाया तनाव, पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प

संजौली, शिमला में एक मस्जिद में अवैध निर्माण को लेकर हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। हाल ही में एआईएमआईएम के नेता शोएब जमई की मस्जिद में उपस्थिति और वीडियो वायरल होने से स्थिति और बिगड़ गई है। यह मामला अब राज्यभर में चर्चा का विषय बन गया है, जिससे स्थानीय प्रशासन और मुस्लिम समुदाय दोनों ही सतर्क हो गए हैं।

मस्जिद में अवैध निर्माण का विवाद

संजौली में स्थित एक मस्जिद की ऊपरी मंजिलों पर अवैध निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों और प्रशासन के बीच विवाद छिड़ा हुआ है। 11 सितंबर को, इस मुद्दे पर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की, जिसके जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। प्रदर्शनकारी "हिमाचल ने ठाना है, देवभूमि को बचाना है" और "भारत माता की जय" जैसे नारे लगा रहे थे​।

शोएब जमई की भूमिका और विवाद

विवाद की पृष्ठभूमि में शोएब जमई का शिमला पहुंचना और मस्जिद का दौरा करना स्थानीय प्रशासन और हिंदू संगठनों के लिए चिंता का विषय बन गया। शोएब जमई ने मस्जिद के आसपास की ऊंची इमारतों और निर्माण का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें उन्होंने मस्जिद को "शहीद" नहीं होने देने की बात कही। इस वीडियो के वायरल होने के बाद मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने उनकी गतिविधियों से पल्ला झाड़ते हुए उन्हें "भाजपा की बी टीम" करार दिया​।

पुलिस प्रशासन पर सवाल

शोएब जमई के शिमला पहुंचने से पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठने लगे हैं। जहां मस्जिद के सभी रास्तों पर सशस्त्र पुलिस बल तैनात था, वहीं जमई के मस्जिद तक पहुंचने पर किसी ने कोई रोक-टोक नहीं की। मस्जिद के इमाम शहजाद ने मीडिया को बताया कि वे शोएब को नहीं जानते थे और उन्होंने केवल नमाज़ अदा की थी। लेकिन वीडियो में शोएब और इमाम हाथ मिलाते हुए नजर आ रहे हैं, जिससे लोगों में संशय बढ़ गया है।

मुस्लिम समुदाय की प्रतिक्रिया

मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने मीडिया के सामने स्पष्ट किया कि मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर मस्जिद कमेटी और स्थानीय मुस्लिम समुदाय खुद नगर निगम के पास अपनी बात रख चुके हैं। उन्होंने कहा कि यदि अनुमति मिलती है, तो वे अवैध निर्माण हटाने को तैयार हैं। मुस्लिम प्रतिनिधियों ने भी यह स्पष्ट किया कि वे शोएब जमई की किसी भी भड़काऊ हरकत का समर्थन नहीं करते हैं और यदि पुलिस में कोई शिकायत दर्ज होती है, तो वे सहयोग करने के लिए तैयार हैं​।

सरकार की प्रतिक्रिया

हिमाचल प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शोएब जमई की उपस्थिति को हिमाचल का माहौल खराब करने की कोशिश करार दिया। उन्होंने कहा कि यह मामला अदालत में विचाराधीन है और इस पर केवल कोर्ट ही निर्णय लेगा। उन्होंने कहा कि किसी को भी कानून व्यवस्था से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।

सामाजिक प्रतिक्रियाएं

शोएब जमई की गतिविधियों को लेकर सोशल मीडिया पर भी विभिन्न प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कुछ लोग उनकी हिमाचल यात्रा को अनावश्यक बता रहे हैं और इसे शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की साजिश कह रहे हैं। वहीं, हिंदू संगठनों ने संजौली पुलिस स्टेशन में शोएब जमई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है और कार्रवाई की मांग की है।

फिलहाल, संजौली मस्जिद विवाद और शोएब जमई की उपस्थिति ने शिमला में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न कर दी है। स्थानीय मुस्लिम समुदाय और प्रशासन अब यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि मामले का समाधान कानूनी रूप से और शांतिपूर्ण ढंग से हो सके। पुलिस ने भी सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।


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