इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच तनाव चरम पर, लेबनान ने दागी 100 से अधिक मिसाइलें
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच तनाव चरम पर, लेबनान ने दागी 100 से अधिक मिसाइलें 2024-09-25 21:21:05
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच तनाव चरम पर, लेबनान ने दागी 100 से अधिक मिसाइलें
मध्य पूर्व में तनाव अपने चरम पर है। हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच बढ़ते संघर्ष ने इलाके को आग की लपटों में घेर लिया है। हाल ही में लेबनान से इजरायल पर 100 से अधिक मिसाइलें दागी गईं, जिससे उत्तरी इजरायल के इलाकों में तबाही और दहशत फैल गई। इस आक्रमण के जवाब में इजरायली सेना ने भी जवाबी हमले किए हैं। यह संघर्ष अब एक खुले युद्ध की ओर बढ़ रहा है, जिसमें दोनों पक्ष अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर रहे हैं।
घटना का विवरण:
22 सितंबर 2024 को हिजबुल्लाह ने इजरायल के उत्तरी क्षेत्रों में 100 से अधिक मिसाइलें दागीं, जिसके बाद इजरायल के कई इलाकों में स्कूलों को बंद कर दिया गया और लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी। इन हमलों से उत्तरी इजरायल के सैन्य ठिकानों और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया गया, खासकर हाइफा और गोलान हाइट्स में। इस हमले के परिणामस्वरूप कई इमारतों को नुकसान हुआ और कारों में आग लग गई, लेकिन किसी के हताहत होने की कोई पुष्टि नहीं हुई है।
इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह के इन हमलों का जवाब देते हुए कहा कि वे दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर करीब 400 से अधिक हमले कर चुके हैं। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस बढ़ते संघर्ष पर कहा कि इजरायल अपनी सुरक्षा के लिए जो भी आवश्यक होगा, वह कदम उठाएगा।
हिजबुल्लाह का इजरायल पर हमला:
हिजबुल्लाह के डिप्टी लीडर नैम कासिम ने इस हमले को एक "खुली जंग" का हिस्सा बताया और कहा कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक गाजा में युद्ध नहीं रुकता। कासिम ने इजरायल पर अप्रत्याशित और नए प्रकार के हथियारों से हमला करने की चेतावनी दी है। हिजबुल्लाह ने इजरायल के रमत डेविड एयरबेस और अन्य सैन्य स्थलों को भी निशाना बनाया। इजरायल ने दावा किया कि उसने एक बड़ा हमला रोकने में सफलता पाई है।
तनाव की पृष्ठभूमि:
यह संघर्ष अक्टूबर 2023 से शुरू हुआ, जब हमास ने इजरायल पर हमला किया था और इस संघर्ष में हिजबुल्लाह ने भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। तब से, इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच लगातार हमले जारी हैं। इजरायल का कहना है कि वह तब तक अपनी कार्रवाई जारी रखेगा जब तक कि उसके उत्तरी क्षेत्र सुरक्षित नहीं हो जाते।
सामरिक और राजनीतिक प्रभाव:
इस ताजा संघर्ष ने मध्य पूर्व में एक बड़े युद्ध का खतरा पैदा कर दिया है। उत्तरी इजरायल में स्कूलों और अस्पतालों को बंद कर दिया गया है, जिससे हजारों लोगों के जीवन पर असर पड़ा है। वहीं, लेबनान में भी भारी क्षति हो रही है। संयुक्त राष्ट्र ने इस संघर्ष को एक "विनाशकारी घटना" के रूप में वर्णित किया है और इसे रोकने के लिए कूटनीतिक प्रयास जारी हैं। अमेरिका ने भी क्षेत्र में युद्ध को रोकने के लिए अपने कदम बढ़ा दिए हैं।
भविष्य की संभावनाएँ:
यह तनाव केवल इजरायल और हिजबुल्लाह तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसके प्रभाव पूरे मध्य पूर्व में महसूस किए जा सकते हैं। यदि जल्द ही इस संघर्ष पर काबू नहीं पाया गया, तो यह एक बड़े क्षेत्रीय युद्ध में बदल सकता है। हालांकि, दोनों पक्षों के बीच इस समय कोई भी शांति की संभावना नहीं दिख रही है, जिससे स्थिति और भी चिंताजनक हो गई है।
बहरहाल, मध्य पूर्व में इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच का यह तनाव एक खतरनाक मोड़ पर है, जहां किसी भी समय हालात और गंभीर हो सकते हैं। लाखों लोगों की जान जोखिम में है, और क्षेत्रीय स्थिरता को गंभीर खतरा है। दुनिया भर के देश इस संघर्ष को रोकने के लिए कूटनीतिक प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इसका कोई ठोस समाधान सामने नहीं आया है।