कुशीनगर में नकली नोटों का गिरोह धरा गया: 10 आरोपी गिरफ्तार, 5.5 लाख से अधिक के नकली नोट बरामद
के कुमार आहूजा 2024-09-25 09:05:13
कुशीनगर में नकली नोटों का गिरोह धरा गया: 10 आरोपी गिरफ्तार, 5.5 लाख से अधिक के नकली नोट बरामद
कुशीनगर, उत्तर प्रदेश में नकली नोटों का एक बड़ा गिरोह धरा गया है। सोमवार को पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने जानकारी दी कि पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से 5.5 लाख से अधिक नकली नोट और 1 लाख से अधिक की असली नकदी बरामद की गई है। इस गिरोह की गतिविधियों पर कई दिनों से नजर रखी जा रही थी। पुलिस की यह सफलता नकली मुद्रा के फैलाव को रोकने में एक अहम कदम मानी जा रही है।
गिरफ्तारी की पूरी घटना: पुलिस की बड़ी सफलता
कुशीनगर में पुलिस ने नकली नोटों का कारोबार करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के सदस्य नकली नोटों को असली के रूप में चलाने की कोशिश कर रहे थे। कई दिनों से इन पर नजर रखी जा रही थी और एक विशेष ऑपरेशन के तहत इनकी गिरफ्तारी की गई। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि इस गिरोह से जुड़े 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इनसे 5.5 लाख रुपये से अधिक के नकली नोट बरामद हुए हैं। साथ ही, 1 लाख रुपये की असली नकदी भी जब्त की गई है।
कुशीनगर में नकली नोटों का फैलाव
नकली नोटों का व्यापार उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में लगातार बढ़ रहा था, लेकिन कुशीनगर में सक्रिय इस गिरोह का पर्दाफाश करना पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है। पुलिस ने बताया कि इस गिरोह के सदस्य लंबे समय से नकली नोटों का व्यापार कर रहे थे और उन्हें कुशीनगर समेत आस-पास के इलाकों में फैलाने की योजना बना रहे थे। पुलिस की सूचना पर इस बड़े अभियान को अंजाम दिया गया।
गिरोह की गिरफ्तारी: छापेमारी के बाद की कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने इस गिरोह को पकड़ने के लिए एक विशेष योजना बनाई थी। सूचना के आधार पर जब छापेमारी की गई तो गिरोह के सदस्य अलग-अलग स्थानों से पकड़े गए। पुलिस ने इस दौरान नकली नोटों की बड़ी खेप भी बरामद की। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह नकली नोटों को बाजार में चलाने के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर रहा था। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है ताकि इस नेटवर्क के और सदस्यों और उनके संचालन की जानकारी मिल सके।
कैसे होता था कारोबार
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद यह पता चला है कि गिरोह के सदस्य नकली नोटों को छोटे कस्बों और ग्रामीण इलाकों में खपाने की कोशिश कर रहे थे। इन नोटों की गुणवत्ता इतनी अच्छी थी कि पहली नजर में असली-नकली का फर्क करना मुश्किल था। पुलिस ने नकली नोटों को जांच के लिए भेजा है ताकि इनकी छपाई और स्रोत के बारे में जानकारी मिल सके।
पुलिस की आगे की योजना
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि इस गिरोह की गिरफ्तारी के बाद कुशीनगर में नकली नोटों के कारोबार पर रोक लगाने की कोशिशें और तेज होंगी। उन्होंने कहा कि नकली नोटों का यह कारोबार स्थानीय अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, इसलिए पुलिस इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे नकली नोटों की पहचान करें और तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दें।
जनता की सुरक्षा और सतर्कता की अपील
पुलिस ने नकली नोटों से जुड़े खतरे को लेकर लोगों को जागरूक करने की भी योजना बनाई है। पुलिस अधिकारी जनता से सतर्क रहने और नकली नोटों की पहचान करने के तरीकों को सीखने की अपील कर रहे हैं। नकली नोटों की पहचान करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन विशेष निशानों और सुरक्षा फीचर्स पर ध्यान देकर इसे पकड़ा जा सकता है।
बहरहाल, नकली नोटों के गिरोह की गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश पुलिस की एक बड़ी सफलता है। इस तरह के गिरोह देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने की साजिश रचते हैं, इसलिए इन पर कड़ी कार्रवाई जरूरी है। पुलिस का यह कदम नकली नोटों के प्रसार को रोकने और समाज में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सराहनीय है।