आतिशी मार्लेना ने दिल्ली के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला, भरत की तरह निभाएंगी जिम्मेदारी


के कुमार आहूजा  2024-09-24 05:52:23



आतिशी मार्लेना ने दिल्ली के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला, भरत की तरह निभाएंगी जिम्मेदारी

दिल्ली की सियासत में एक नया अध्याय तब जुड़ गया, जब रविवार को आतिशी मार्लेना ने आधिकारिक रूप से दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद आज उन्होंने विदिवत मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाल लिया है। इस अवसर पर उन्होंने अपनी नई भूमिका को महाभारत के प्रसंग से जोड़ते हुए कहा कि उनकी स्थिति वैसी ही है जैसे भगवान राम के वनवास के दौरान भरत जी ने अयोध्या की बागडोर संभाली थी। आइए जानते हैं कि आतिशी मार्लेना ने इस जिम्मेदारी को कैसे देखा और दिल्ली के लिए क्या योजनाएँ हैं।

घटना का विवरण:

रविवार को दिल्ली की राजनीति में बड़ा मोड़ तब आया जब आप नेता और शिक्षा मंत्री आतिशी मार्लेना ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनकी नियुक्ति तब हुई, जब दिल्ली के मौजूदा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को निजी कारणों से कुछ महीनों के लिए पद छोड़ना पड़ा। आतिशी ने खुद को रामायण काल के भरत से जोड़ते हुए अपनी नई जिम्मेदारी की तुलना भगवान राम के वनवास के समय की परिस्थितियों से की।

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अतिशी का बयान:

मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद आतिशी ने कहा, "आज मैंने दिल्ली की मुख्यमंत्री की जिम्मेदारियां संभाली हैं। मेरी भावनाएं वैसी ही हैं जैसी भरत जी की तब थीं, जब भगवान राम 14 वर्षों के लिए वनवास पर गए थे। जिस तरह भरत जी ने भगवान राम की खड़ाऊं रखकर अयोध्या की बागडोर संभाली, वैसे ही मैं दिल्ली की सरकार की जिम्मेदारी अगले चार महीनों के लिए निभाऊंगी।"

इस बयान ने स्पष्ट कर दिया कि आतिशीअपने नेता अरविंद केजरीवाल की अनुपस्थिति में भी उनकी नीतियों और सिद्धांतों का पालन करते हुए दिल्ली का नेतृत्व करेंगी।

शिक्षा क्षेत्र में अतिशी का योगदान:

आतिशी दिल्ली की शिक्षा मंत्री के रूप में अपने शानदार काम के लिए जानी जाती हैं। उनके कार्यकाल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों ने कई उल्लेखनीय सुधार देखे। शिक्षा के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर किए गए सुधारों के कारण आतिशी ने दिल्ली के लोगों के बीच एक सशक्त छवि बनाई है। उनकी योजना अब मुख्यमंत्री के रूप में उन सुधारों को और मजबूती से आगे बढ़ाने की है।

अगले चार महीनों की योजनाएं:

आतिशी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद यह भी कहा कि उनकी प्राथमिकताएं पहले की तरह शिक्षा, स्वास्थ्य और दिल्ली के लोगों की भलाई पर केंद्रित रहेंगी। दिल्ली की जनता को बेहतर सेवाएं प्रदान करने और नागरिकों की समस्याओं का समाधान करने के लिए वह लगातार काम करेंगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि अरविंद केजरीवाल द्वारा शुरू किए गए विकास कार्यों को बिना किसी बाधा के आगे बढ़ाया जाएगा।

राजनीतिक माहौल:

दिल्ली की राजनीति में आतिशी की नियुक्ति को एक बड़ा कदम माना जा रहा है। अरविंद केजरीवाल का दिल्ली की राजनीति में प्रभाव इतना बड़ा है कि उनकी अनुपस्थिति में किसी और का मुख्यमंत्री पद संभालना बड़ी चुनौती है। हालांकि, आतिशी के पास शिक्षा और प्रशासनिक मामलों में विशेषज्ञता होने के कारण, उम्मीद की जा रही है कि वह इस चुनौती का सामना सफलतापूर्वक करेंगी।

जनता की उम्मीदें:

दिल्ली के लोग आतिशी से उम्मीद कर रहे हैं कि वह अपने काम को उसी समर्पण और कुशलता से करेंगी, जिस तरह उन्होंने शिक्षा मंत्री के रूप में किया था। उनके नेतृत्व में दिल्ली के विकास कार्यों में कोई रुकावट नहीं आने की उम्मीद है।

बहरहाल, आतिशी मार्लेना के मुख्यमंत्री बनने से दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हो गया है। उनके अनुभव और नेतृत्व कौशल के कारण जनता को उम्मीद है कि वे दिल्ली के विकास को और गति देंगी। आने वाले चार महीने उनके नेतृत्व के लिए एक महत्वपूर्ण समय साबित हो सकते हैं।


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