तिरुपति के पवित्र लड्डू जो श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद के रूप में माने जाते हैं, क्या उनमें जानवरों की चर्बी और मछली का तेल


के कुमार आहूजा  2024-09-23 21:29:48



तिरुपति लड्डू में बीफ फैट और मछली के तेल की मिलावट का सनसनीखेज दावा

तिरुपति के पवित्र लड्डू जो श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद के रूप में माने जाते हैं, क्या उनमें जानवरों की चर्बी और मछली का तेल मिलाया जा रहा है? एक हालिया लैब रिपोर्ट ने ऐसे सनसनीखेज दावों को जन्म दिया है, जो न सिर्फ धार्मिक आस्थाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं, बल्कि राजनीति का भी नया मोर्चा खोल रहे हैं। आइए जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और इसके चौंकाने वाले तथ्य।

तिरुपति लड्डू विवाद: क्या प्रसाद में मिलाया गया बीफ फैट और मछली का तेल?

आंध्र प्रदेश की राजनीति में इस समय एक चौंकाने वाला विवाद गर्मा रहा है। मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया है कि तिरुपति मंदिर के पवित्र प्रसाद, लड्डू में मानकों के विरुद्ध सामग्री और जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया है। यह आरोप न सिर्फ धार्मिक आस्थाओं पर सवाल खड़े कर रहा है, बल्कि इसे लेकर सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है।

लैब रिपोर्ट ने दिए चौकाने वाले संकेत

यह पूरा मामला तब और बढ़ गया जब एक लैब रिपोर्ट सोशल मीडिया पर वायरल हुई। रिपोर्ट में दावा किया गया कि तिरुमला तिरुपति देवस्थानम द्वारा बनाए गए लड्डुओं के सैंपल में विदेशी फैट, खासतौर पर बीफ फैट और मछली के तेल के संकेत मिले हैं। इस रिपोर्ट में ‘S’ वैल्यू के निर्धारित मानक से कम होने का जिक्र किया गया, जिससे यह अनुमान लगाया गया कि लड्डुओं में जानवरों की चर्बी की मिलावट हो सकती है। रिपोर्ट में यह बात गुजरात की नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड द्वारा जांचे गए सैंपल्स से सामने आई है।

टीडीपी नेता का दावा

तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के प्रवक्ता अनाम वेंकट रमना रेड्डी ने भी इस रिपोर्ट की कॉपी को साझा किया और YSR कांग्रेस पार्टी (YSRCP) सरकार पर आरोप लगाया कि उनके कार्यकाल में तिरुपति लड्डू बनाने में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। TDP सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू ने यह आरोप NDA की एक बैठक में लगाया, जिससे विवाद और भी बढ़ गया।

YSRCP का पलटवा

YSRCP ने मुख्यमंत्री नायडू के इन आरोपों को खारिज करते हुए कड़ी आलोचना की। YSRCP की नेता और राज्य कांग्रेस प्रमुख वाई.एस. शर्मिला, जो पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी की बहन हैं, ने इसे "नीच राजनीति" करार दिया। उन्होंने नायडू से इन आरोपों की जांच CBI से कराने की मांग की, ताकि सच्चाई सामने आ सके।

शर्मिला ने नायडू पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनके बयान ने करोड़ों हिंदू श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, जो भगवान वेंकटेश्वर को सर्वोच्च देवता मानते हैं। उन्होंने नायडू के इन आरोपों की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग करते हुए कहा कि यदि सच्चाई है, तो इसे जल्द से जल्द उजागर किया जाए।

राजनीति का नया मोर्चा

इस विवाद ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है। BJP ने भी YSRCP सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि धार्मिक स्थलों के पवित्र प्रसादों में इस तरह की लापरवाही स्वीकार्य नहीं हो सकती। अब सबकी नजरें इस बात पर हैं कि क्या इन आरोपों की सच्चाई सामने आएगी या यह सिर्फ एक राजनीतिक खेल का हिस्सा है।


तिरुपति के पवित्र लड्डू जो श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद के रूप में माने जाते हैं, क्या उनमें जानवरों की चर्बी और मछली का तेल

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