क्या मध्य पूर्व में फिर से होगा युद्ध? लेबनान में विस्फोट और इजरायल की चेतावनी


के कुमार आहूजा  2024-09-23 21:07:44



क्या मध्य पूर्व में फिर से होगा युद्ध? लेबनान में विस्फोट और इजरायल की चेतावनी

मध्य पूर्व का संकट एक बार फिर से गहराता जा रहा है। हाल ही में लेबनान में हुए विस्फोटों ने क्षेत्र में चिंता का माहौल बना दिया है। हिजबुल्लाह के प्रमुख ने इजरायल पर रॉकेट हमले का आरोप लगाया है, वहीं इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जवाबी चेतावनी दी है। क्या इस तनाव का असर आगे चलकर युद्ध की ओर ले जाएगा? आइए, जानते हैं इस घटनाक्रम की पूरी कहानी।

हिजबुल्लाह और इजरायल का टकराव

हाल ही में लेबनान में हुए एक विस्फोट में 3000 पेजर और दर्जनों वॉकी-टॉकी एक साथ फट गए। इस घटना के बाद हिजबुल्लाह के नेता ने इजरायल पर रॉकेट हमले का दावा किया। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए चेतावनी दी कि अगर हिजबुल्लाह अब भी नहीं समझता, तो इजरायल उन्हें समझाने में सक्षम है।

नेतन्याहू ने कहा कि यदि हिजबुल्लाह ने इस मैसेज को नहीं समझा तो मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि वह इसे जल्द समझ जाएगा। उनका यह बयान इजरायल की रक्षा नीति को दर्शाता है, जिसमें वह किसी भी प्रकार के आक्रमण का सख्त जवाब देने के लिए तत्पर है।

इजरायली सेना की कार्रवाई

मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने के साथ ही, इजरायली सेना ने कहा है कि उसने 21 सितंबर 2024 को लगभग 290 लक्ष्यों पर हमले किए हैं, जिसमें हजारों हिजबुल्लाह रॉकेट लॉन्चर बैरल शामिल थे। इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) ने यह स्पष्ट किया है कि वह ईरान समर्थित समूहों के ठिकानों पर लगातार हमले करते रहेंगे।

इससे पहले, 20 सितंबर को इजरायल ने दावा किया कि उसके हवाई हमले में हिजबुल्लाह के वरिष्ठ अधिकारी इब्रहिम अकील को मार दिया गया। हिजबुल्लाह ने यह भी बताया कि इस संघर्ष में उसके कई वरिष्ठ नेता मारे गए हैं, जिनमें इब्राहीम अकील और अहमद वहबी शामिल हैं। इस संघर्ष में अब तक 16 सदस्यों की मौत हो चुकी है।

हालात की गंभीरता

इस सप्ताह की शुरुआत में लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ हमले बढ़ गए हैं। हिजबुल्लाह के सदस्यों के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले पेजर और वॉकी-टॉकी में विस्फोट हुआ, जिसे हिजबुल्लाह ने इजरायल के खिलाफ एक बड़ा आरोप बताया। इस हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 39 हो गई है और 3000 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।

इजरायल की सुरक्षा नीति

इजरायल की सुरक्षा नीति हमेशा से ही आक्रामक रही है, खासकर जब बात हिजबुल्लाह और अन्य आतंकवादी संगठनों की होती है। नेतन्याहू ने यह स्पष्ट किया है कि इजरायल किसी भी प्रकार के हमले का जवाब देने के लिए तैयार है। उनका बयान इस बात को इंगित करता है कि इजरायल की सेना ने हिजबुल्लाह के ठिकानों पर किए गए हमलों की तीव्रता को बढ़ा दिया है।

हिजबुल्लाह की प्रतिक्रिया

हिजबुल्लाह ने इन हमलों के खिलाफ प्रतिक्रिया दी है और इसे इजरायल की सामरिक नीति का परिणाम बताया है। संगठन ने कहा है कि वे अपनी रक्षा के लिए किसी भी स्तर पर जवाब देंगे। इस स्थिति ने क्षेत्र में पहले से मौजूद तनाव को और बढ़ा दिया है।

भविष्य की संभावनाएँ

मध्य पूर्व में जारी तनाव के बीच, यह सवाल उठता है कि क्या यह स्थिति युद्ध की ओर बढ़ रही है। अगर दोनों पक्षों के बीच बातचीत की कोई कोशिश नहीं की गई, तो भविष्य में बड़े पैमाने पर संघर्ष की संभावना बढ़ जाती है।

इस घटनाक्रम ने एक बार फिर से मध्य पूर्व में युद्ध के संभावित खतरे को उजागर किया है। इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच यह टकराव केवल एक सैन्य संघर्ष नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र की राजनीति, सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर भी गहरा असर डाल सकता है।


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