बड़ा हादसा! कन्नौज में बेकाबू बस पलटी, 38 यात्री घायल, ड्रंक एंड ड्राइव से मचा हड़कंप
के कुमार आहूजा 2024-09-22 20:18:54
बड़ा हादसा! कन्नौज में बेकाबू बस पलटी, 38 यात्री घायल, ड्रंक एंड ड्राइव से मचा हड़कंप
आज तड़के कन्नौज में एक निजी स्लीपर बस का नियंत्रण खो गया और वह लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर एक डिवाइडर से टकराकर पलट गई। इस हादसे में 38 यात्री घायल हो गए हैं, जिनमें से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। बस में सवार यात्रियों ने बताया कि बस चालक शराब के नशे में था, जिससे हादसा हुआ। राहत एवं बचाव दल ने तुरंत मौके पर पहुंचकर घायलों को पास के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। इस घटना ने यात्रियों और उनके परिवारों में भारी दहशत फैला दी है, और यात्री ट्रांसपोर्टेशन कंपनियों की सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं।
कैसे हुआ हादसा:
घटना आज सुबह लगभग 3 बजे की है, जब दिल्ली जा रही एक निजी स्लीपर बस कन्नौज के पास लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर एक डिवाइडर से टकरा गई। हादसे के वक्त बस की स्पीड तेज थी और अचानक चालक का बस पर से नियंत्रण हट गया। इससे पहले की कोई यात्री कुछ समझ पाता, बस जोरदार टक्कर के बाद पलट गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस के शीशे चकनाचूर हो गए और सीटें हिल गईं। हादसे के बाद बस में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई।
यात्रियों की हालत:
इस दुर्घटना में कुल 38 लोग घायल हुए, जिनमें से 4 की हालत गंभीर बनी हुई है। अन्य यात्रियों को भी हल्की और मध्यम चोटें आई हैं। सभी घायलों को पास के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है। गम्भीर रूप से घायलों को इमरजेंसी यूनिट में रखा गया है और उनकी हालत लगातार निगरानी में है। कई यात्रियों ने सिर, हाथ और पैर में गंभीर चोटें आईं हैं, जबकि कुछ यात्री सदमे में हैं।
ड्राइवर की लापरवाही:
घटना के बाद यात्रियों ने बताया कि बस चालक ने यात्रा के दौरान शराब का सेवन किया था। यात्रियों के मुताबिक, ड्राइवर की हालत पूरी तरह से शराब के नशे में थी और उसकी लापरवाही के कारण ही यह दुर्घटना हुई। कुछ यात्रियों ने यह भी दावा किया कि जब उन्होंने चालक को नशे की हालत में देखा, तो उन्होंने इसे लेकर चिंता जाहिर की, लेकिन किसी ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। यह स्पष्ट है कि ड्राइवर की लापरवाही और गैरजिम्मेदाराना रवैया इस हादसे का मुख्य कारण बना।
राहत और बचाव कार्य:
हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और राहत दल तुरंत मौके पर पहुंचे। राहत कार्य तेजी से शुरू किया गया और घायलों को तुरंत बस से बाहर निकाला गया। आसपास के गांवों से भी कुछ लोग मदद के लिए पहुंचे और उन्होंने घायलों को अस्पताल पहुंचाने में सहयोग किया। घायलों को पास के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों की एक टीम ने तुरंत इलाज शुरू किया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
कन्नौज पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और दुर्घटना के संभावित कारणों की जांच कर रही है। प्रशासन ने कहा है कि ड्राइवर के शराब पीने की जांच की जाएगी, और अगर वह दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने सड़क सुरक्षा और यात्री ट्रांसपोर्ट कंपनियों की लापरवाही पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
यात्रियों का बयान:
हादसे के बाद यात्रियों में घबराहट और गुस्से का माहौल है। कई यात्रियों ने बताया कि वे बस की तेज गति से पहले ही असहज महसूस कर रहे थे और उन्होंने ड्राइवर से स्पीड कम करने की भी अपील की थी, लेकिन ड्राइवर ने उनकी बातों को नजरअंदाज कर दिया। "हमने ड्राइवर को शराब पीते हुए देखा था और हमें लगा कि कुछ गलत हो सकता है, लेकिन हमारी बातों को कोई नहीं सुन रहा था," एक यात्री ने कहा। यात्रियों ने बस कंपनी और ड्राइवर की लापरवाही के खिलाफ नाराजगी जताई है और कहा है कि ऐसी लापरवाहियां और लोगों की जान के साथ खिलवाड़ बंद होना चाहिए।
यात्रा के दौरान सुरक्षा सवालों के घेरे में:
इस घटना ने फिर से निजी बस कंपनियों की सुरक्षा व्यवस्था और ड्राइवरों की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्रियों ने कहा कि बस चालक की लापरवाही के कारण कई निर्दोष लोग घायल हुए हैं, और इस तरह की घटनाओं से निजी बस कंपनियों की जिम्मेदारी को लेकर सवाल उठते हैं।
समाज में बढ़ती चिंता:
इस तरह के हादसे न केवल यात्रियों के लिए खतरनाक होते हैं, बल्कि उनके परिवारों के लिए भी एक बड़ी चिंता का विषय बन जाते हैं। घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने सरकार और ट्रांसपोर्ट विभाग से सख्त कदम उठाने की मांग की है। कई लोगों ने लिखा कि बसों के ड्राइवरों की नियमित जांच होनी चाहिए और अगर कोई ड्राइवर शराब पीते पाया जाए, तो उसे तुरंत सस्पेंड किया जाना चाहिए।
बहरहाल, कन्नौज में हुआ यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा और बस कंपनियों की लापरवाही पर ध्यान केंद्रित करता है। ड्राइवर की लापरवाही के चलते कई लोग घायल हो गए, और इस घटना ने यात्रियों में डर और गुस्से का माहौल पैदा कर दिया है। प्रशासन और सरकार से अपेक्षा की जा रही है कि वे इस घटना की गहन जांच करें और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए सख्त कदम उठाएं।