क्या है सच्चाई? NIT पटना में छात्रा की संदिग्ध मौत के बाद छात्रों का हंगामा


के कुमार आहूजा  2024-09-22 07:06:45



क्या है सच्चाई? NIT पटना में छात्रा की संदिग्ध मौत के बाद छात्रों का हंगामा

बिहार के प्रतिष्ठित NIT पटना के बायथा कैंपस में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने कॉलेज को शोक और आक्रोश में डाल दिया है। शुक्रवार रात को आंध्र प्रदेश की एक 19 वर्षीय छात्रा को उसके हॉस्टल के कमरे में मृत पाया गया, जिससे कैंपस में तनाव फैल गया और छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन किया। यह घटना आत्महत्या का मामला मानी जा रही है, लेकिन इसके पीछे की वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। यह खबर सिर्फ छात्राओं के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है।  

संदिग्ध आत्महत्या: क्या हुआ था 20 सितंबर की रात?  

बायथा स्थित NIT पटना कैंपस में, शुक्रवार रात 10:30 बजे पुलिस को सूचना मिली कि एक छात्रा ने आत्महत्या कर ली है। घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस ने छात्रा के कमरे को सील कर दिया और फॉरेंसिक टीम को बुलाया। मृतक की पहचान पल्लीवी रेड्डी के रूप में हुई, जो आंध्र प्रदेश की रहने वाली और B.Tech की द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें आत्महत्या की संभावित वजहों का खुलासा होना बाकी है।  

छात्रों का विरोध: क्या प्रशासन जिम्मेदार है?  

इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद NIT पटना और बायथा कैंपस में छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा। सैकड़ों छात्रों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और कॉलेज के गेट पर धरना देकर न्याय की मांग की। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं की मानसिक और शारीरिक सेहत के प्रति लापरवाही बरती, जिसके चलते यह त्रासदी हुई। हालांकि पुलिस ने छात्रों को समझाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शन देर रात तक जारी रहा।  

पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया  

घटना के बाद पटना वेस्ट के सिटी एसपी सारथ एस के मुताबिक, पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। छात्रा का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। वहीं, प्रशासन ने छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है और इस घटना की विस्तृत जांच का आश्वासन दिया है।  

क्या यह आत्महत्या थी या कुछ और?  

हालांकि पुलिस इस मामले को फिलहाल आत्महत्या मान रही है, लेकिन इस घटना के पीछे छिपी वास्तविकता क्या है, इसका खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा। छात्रा के कमरे से मिले सुसाइड नोट में क्या लिखा है, यह अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन इसकी जांच चल रही है।  

मानसिक स्वास्थ्य और छात्रों पर दबाव: एक महत्वपूर्ण सवाल  

यह घटना केवल एक छात्रा की दुखद मौत नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और छात्रों पर बढ़ते दबाव का भी प्रतीक है। पल्लीवी रेड्डी की तरह कई छात्र, जो बड़े सपने लेकर प्रतिष्ठित संस्थानों में दाखिला लेते हैं, अकादमिक और सामाजिक दबाव के कारण मानसिक तनाव का सामना करते हैं।  

बहरहाल, NIT पटना में हुई इस घटना ने न केवल छात्रों और उनके परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है, बल्कि शैक्षिक संस्थानों में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता और सहायक प्रणाली की कमी को भी उजागर किया है। छात्रों को इस घटना से सीख लेते हुए मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए और किसी भी समस्या का सामना करने में सहायता लेनी चाहिए।


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