विद्यालय परिसर में हरियाली की मिसाल: छात्रों ने लिया वृक्षारोपण और संरक्षण का संकल्प


के कुमार आहूजा  2024-09-21 21:06:09



विद्यालय परिसर में हरियाली की मिसाल: छात्रों ने लिया वृक्षारोपण और संरक्षण का संकल्प

विद्यालय में हो रही गतिविधियों का जब भी जिक्र होता है, तो पढ़ाई के साथ-साथ सह शैक्षिक गतिविधियों की भी अहम भूमिका होती है। इसी कड़ी में, सिलाव प्रखण्ड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय दरियासराय में आज एक खास पहल की गई, जिसने पर्यावरण संरक्षण के प्रति छात्रों और शिक्षकों की गंभीरता को दर्शाया। यह कोई साधारण दिन नहीं था, बल्कि एक ऐसा क्षण था जब छात्रों ने अपनी पढ़ाई के साथ धरती को हरा-भरा रखने की जिम्मेदारी भी अपने कंधों पर उठा ली। आखिर, कैसे इस वृक्षारोपण अभियान ने विद्यालय को एक नई दिशा दी, आइए जानते हैं विस्तार से।

आज सिलाव प्रखण्ड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय दरियासराय में अर्धवार्षिक परीक्षा के दौरान सह शैक्षिक गतिविधियों के अंतर्गत वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के छात्रों और शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रधानाध्यापक लाल बाबू नयन ने इस अवसर पर कहा कि बच्चों का यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है, क्योंकि यह न केवल पर्यावरण के प्रति उनकी जागरूकता को दर्शाता है, बल्कि यह भी सिद्ध करता है कि आने वाली पीढ़ी धरती को सुरक्षित रखने के प्रति गंभीर है।

प्रधानाध्यापक ने कहा कि अर्धवार्षिक परीक्षा के इस खास मौके पर बच्चों ने न सिर्फ वृक्षारोपण किया, बल्कि इन पौधों की देखभाल और संरक्षण का भी संकल्प लिया। यह पहल उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस मौके पर शिक्षक मो. नजमुद्दीन ने छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि आज के बच्चे कल का भविष्य हैं, और इन्हीं के कंधों पर देश की तरक्की निर्भर करती है। जब हमारी धरती हरी-भरी होगी, तभी हम स्वच्छ वातावरण में रह पाएंगे और अनेक बीमारियों से निजात पा सकेंगे।

इस आयोजन में विद्यालय के अन्य शिक्षक और कर्मी भी उपस्थित थे, जिन्होंने वृक्षारोपण में हिस्सा लिया। इस मौके पर मुकेश कुमार सिन्हा, धीरज कुमार अकेला, मो० शब्बीर अख्तर, रोहित कुमार, कंचन कुमारी, अर्चना देवी, सत्येंद्र कुमार, श्याम नारायण प्रसाद, रीता कुमारी, संगीता कुमारी, कुमारी वीणा सिन्हा, रौनक जहां, रंजू कुमारी, निभा कुमारी, नवल किशोर प्रसाद, अशोक कुमार, और हीरा लाल यादव ने विद्यालय परिसर में विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए।

विद्यालय को हरा-भरा बनाने का लक्ष्य: 

इस वृक्षारोपण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यालय परिसर को हरा-भरा बनाना था। वृक्षारोपण के दौरान, छात्रों और शिक्षकों ने विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए, जिनमें फलदार और छायादार पेड़ भी शामिल थे। प्रधानाध्यापक और शिक्षकों ने छात्रों को पौधों की देखभाल के महत्व के बारे में जानकारी दी और उन्हें प्रेरित किया कि वे अपने घरों और आस-पास के क्षेत्रों में भी इसी तरह के प्रयास करें।

पर्यावरण संरक्षण की शपथ: 

वृक्षारोपण के बाद, सभी छात्रों और शिक्षकों ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली। इस शपथ के दौरान, उन्होंने यह वचन लिया कि वे न केवल लगाए गए पौधों की देखभाल करेंगे, बल्कि अपने जीवन में पर्यावरण को बचाने के हर संभव प्रयास करेंगे। यह शपथ उनके भीतर एक नई जिम्मेदारी का बीजारोपण कर गई।

समाज के लिए संदेश: 

इस वृक्षारोपण अभियान ने न केवल छात्रों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाई, बल्कि समाज को भी यह संदेश दिया कि अगर हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ धरती छोड़नी है, तो हमें आज ही कदम उठाने होंगे। इस कार्यक्रम ने विद्यालय के छात्रों के मन में एक सकारात्मक छवि बनाई, जिसमें वे भविष्य में भी ऐसे सामाजिक और पर्यावरणीय कार्यों में भागीदारी निभाने के लिए प्रेरित होंगे।

यह कार्यक्रम सिर्फ एक वृक्षारोपण नहीं था, बल्कि एक नई सोच की शुरुआत थी, जो हमारे पर्यावरण और समाज के लिए अत्यंत आवश्यक है। जब शिक्षा के साथ पर्यावरण संरक्षण का पाठ पढ़ाया जाए, तभी हम सही मायनों में जिम्मेदार नागरिक तैयार कर सकते हैं।


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