तीन दिन से बर्फ में फंसे जवान की चमत्कारी वापसी, जानिए कैसे हुआ रोमांचक रेस्क्यू ऑपरेशन


के कुमार आहूजा  2024-09-20 05:25:35



तीन दिन से बर्फ में फंसे जवान की चमत्कारी वापसी, जानिए कैसे हुआ रोमांचक रेस्क्यू ऑपरेशन

तीन दिनों तक बर्फ में फंसे रहने के बाद इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) के एक जवान को जिंदा बचा लिया गया। बर्फीली पहाड़ियों में फंसे इस जवान की जीवन रक्षा का यह ऑपरेशन एक चमत्कार से कम नहीं है। चलिए जानते हैं इस रोमांचक रेस्क्यू ऑपरेशन की पूरी कहानी, जिसने न केवल एक सैनिक की जान बचाई, बल्कि उम्मीदों की लौ को भी जगाए रखा।

बर्फ में फंसे ITBP जवान की जिंदगी बचाने का अनोखा मिशन

उत्तराखंड की मुनस्यारी से मिलम के बीच पेट्रोलिंग के दौरान ITBP जवान अनिल राम और उनके पोर्टर देवेंद्र सिंह भारी बर्फबारी के बीच रास्ता भटक गए। बिहार के बक्सर जिले के रहने वाले अनिल राम और देवेंद्र सिंह ने बर्फीले तूफान में घिरने के बाद एक गुफा में शरण ली और वहां तीन दिनों तक फंसे रहे। इस कठिन परिस्थिति में, उनकी वापसी का इंतजार उनके परिवार और सेना के लिए एक चुनौतीपूर्ण सफर बन गया था।

बचाव दल की अदम्य हिम्मत और प्रयासों का नतीजा

जवान अनिल और उनके साथी को बचाने के लिए बचाव दल ने लगातार 36 घंटे तक बर्फीली तूफान और चार फीट गहरी बर्फ में जूझते हुए खोज अभियान चलाया। अंततः तीसरे दिन बचाव टीम ने उन्हें सुरक्षित रूप से एक गुफा से बाहर निकाला। दोनों को गहन देखभाल के लिए उत्तराखंड के एक सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अनिल के परिजन उनके सकुशल होने की खबर सुनकर राहत की सांस ले रहे हैं।

चार फीट बर्फ के बीच घिरा जवान, लेकिन उम्मीद नहीं टूटी

अनिल और देवेंद्र के लिए यह तीन दिन बेहद कठिनाई भरे थे, लेकिन उनकी जिजीविषा और बचाव दल के प्रयासों ने उन्हें वापस जिंदगी में खींच लिया। सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट श्रेष्ठ गुनसोला ने बताया कि अनिल और देवेंद्र की जान बचाने के लिए बचाव दल ने जान पर खेलकर बर्फीले तूफान में रास्ता बनाया और उन्हें खोज निकाला।

परिवार की उम्मीद और बचाव दल की सफलता

अनिल राम के भाई गांधी कुमार ने बताया कि वह अब अस्पताल में हैं और जल्दी ही स्वस्थ होकर घर लौटेंगे। परिवार ने ITBP के जवानों और बचाव दल की कड़ी मेहनत और समर्पण की सराहना की, जिन्होंने इतनी कठिन परिस्थितियों में भी उम्मीद नहीं छोड़ी।

कठिन मौसम में सेना के अद्वितीय प्रयास

उत्तराखंड के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं अक्सर होती हैं, जहां मौसम अचानक बदल जाता है और पेट्रोलिंग टीमों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में ITBP और बचाव टीमों का समर्पण और कौशल अनमोल साबित होता है, जो इन कठिनाइयों के बावजूद हर बार अपने मिशन में सफल होते हैं।


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