ऋषिकेश में गंगा की लहरों में बहे दो किशोर: एक का शव मिला, दूसरे की तलाश जारी


के कुमार आहूजा  2024-09-16 17:34:22



ऋषिकेश में गंगा की लहरों में बहे दो किशोर: एक का शव मिला, दूसरे की तलाश जारी

गंगा की तेज लहरों में ऋषिकेश के दो किशोरों का अचानक बह जाना पूरे क्षेत्र को सदमे में डाल गया है। एक किशोर का शव गंगा के गहरे पानी से निकाला जा चुका है, जबकि दूसरे की तलाश अब भी जारी है। यह घटना स्थानीय निवासियों के लिए एक त्रासदी बन गई है और उनके परिवारों के लिए गहरा दुःख छोड़ गई है। आइए जानते हैं इस दर्दनाक हादसे के पीछे की पूरी कहानी।

गंगा की लहरों ने छीन ली दो मासूम जानें

ऋषिकेश, उत्तराखंड के लक्ष्मण झूला पुलिस थाना क्षेत्र में गंगा की तेज लहरों में दो किशोर बह गए। ये दोनों किशोर अपने दोस्तों के साथ गंगा नदी के किनारे घूमने गए थे। खेल-खेल में वे गंगा के किनारे चले गए, जहां तेज धारा में उनका संतुलन बिगड़ गया और वे गंगा में बहने लगे।

एसडीआरएफ टीम ने तुरंत की कार्रवाई

घटना के तुरंत बाद, स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस के निर्देश पर एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर तलाशी अभियान शुरू किया। एक किशोर का शव कुछ घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद गंगा के गहरे पानी से बाहर निकाला गया। हालांकि, दूसरे किशोर की तलाश अब भी जारी है, जिससे परिवार की चिंता और गहराती जा रही है।

एसडीआरएफ निरीक्षक ने की पुष्टि 

एसडीआरएफ निरीक्षक कविंद्र सिंह सजवाण ने बताया कि 20 बीघा, बापू ग्राम ऋषिकेश क्षेत्र से प्रत्येक रविवार को कुछ लड़के बैराज के समीप गंगा से जुड़ने वाली छोटी नहर में नहाने के लिए आते हैं। रविवार की सुबह करीब 6:30 बजे दो किशोर ईशान बिजल्वाण (15) और दीपेश रावत (15) तेज बहाव में बह गए। एसडीआरएफ ने एक किशोर ईशान का शव बरामद कर लिया है, जबकि दूसरे किशोर की तलाश जारी है। पुलिस ने दोनों किशोरों के परिजनों को घटना की सूचना दी। जिसके बाद परिजन वहां पहुंचे।

परिवारों में छाया मातम

इस दर्दनाक हादसे ने दोनों परिवारों को गहरे शोक में डाल दिया है। 20 बीघा इलाके के ये किशोर अपने परिवारों के लाड़ले थे और उनकी इस तरह की आकस्मिक मृत्यु ने परिवार के सदस्यों को असहनीय दुख दिया है। स्थानीय लोग और रिश्तेदार परिवारों के साथ खड़े हैं और इस संकट की घड़ी में सांत्वना देने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन परिवार का दर्द असहनीय है।

गंगा की लहरों का खतरा: बढ़ती घटनाओं पर चिंता

ऋषिकेश, जो अपने पवित्र गंगा घाटों और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है, हर साल हजारों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है। लेकिन, गंगा की तेज धारा और इसका जोखिम हमेशा बना रहता है। इस तरह की घटनाएं बार-बार सामने आ रही हैं, जहां गंगा की लहरें मासूम जीवन को अपने साथ बहा ले जाती हैं। यह घटना फिर से लोगों को चेतावनी देती है कि गंगा के किनारे सावधानी से पेश आना चाहिए और सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए।

गंगा के किनारे सुरक्षा के उपायों की कमी

गंगा के तट पर सुरक्षा उपायों की कमी को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोग कहते हैं कि गंगा के किनारे तैराकी और स्नान के लिए सुरक्षा इंतजाम बेहद कमजोर हैं। प्रशासन की तरफ से कुछ खास कदम नहीं उठाए गए हैं, जिससे इस तरह की घटनाएं बार-बार घट रही हैं। एसडीआरएफ जैसी टीम की त्वरित कार्रवाई तो सराहनीय है, लेकिन अगर सही समय पर सुरक्षा उपाय होते, तो शायद इस तरह के हादसों से बचा जा सकता था।

गंगा के किनारे सुरक्षा और जागरूकता की जरूरत

इस घटना ने गंगा किनारे सुरक्षा उपायों की अनिवार्यता को फिर से उजागर किया है। ऐसे स्थानों पर सुरक्षा के प्रति लापरवाही किसी भी समय बड़ी दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है। प्रशासन को चाहिए कि वे गंगा के किनारे सुरक्षा उपकरणों की स्थापना करें और लोगों को जागरूक करें कि वे गंगा में सावधानी से स्नान करें और तेज धाराओं से बचें। स्थानीय नागरिकों का भी मानना है कि गंगा किनारे सुरक्षा उपायों को और अधिक सख्त किया जाना चाहिए।

स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया

घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन भी सतर्क हो गया है। प्रशासन ने गंगा के किनारे तैराकी और स्नान के लिए प्रतिबंध लगाने और चेतावनी बोर्ड लगाने की योजना बनाई है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि वे इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को और भी सख्त करेंगे। इसके साथ ही, लोगों को गंगा के किनारे सुरक्षा नियमों का पालन करने की सख्त हिदायत दी जाएगी।

परिवारों के साथ खड़ा समाज

इस हादसे के बाद स्थानीय समाज ने दोनों परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। रिश्तेदारों और पड़ोसियों का कहना है कि वे परिवारों के साथ हैं और उनकी हर संभव मदद करेंगे। यह हादसा पूरे इलाके में शोक और चिंता का माहौल पैदा कर गया है, और लोग प्रशासन से इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील कर रहे हैं।

गंगा की लहरों में दो किशोरों का बहना और एक का शव मिलने की घटना ने पूरे ऋषिकेश को हिलाकर रख दिया है। यह घटना न केवल परिवारों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक चेतावनी है कि गंगा के किनारे सावधानी बरतने की कितनी जरूरत है। अब समय है कि प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर सुरक्षा उपायों को सख्त करें और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए एकजुट हों।


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