मेडिकल कॉलेज रेप-मर्डर केस: सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप में पूर्व प्रिंसिपल और थाना प्रभारी गिरफ्तार, सीबीआई की बड़ी कार्रवाई
के कुमार आहूजा 2024-09-16 07:19:06
मेडिकल कॉलेज रेप-मर्डर केस: सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप में पूर्व प्रिंसिपल और थाना प्रभारी गिरफ्तार, सीबीआई की बड़ी कार्रवाई
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। सीबीआई ने इस मामले में पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के प्रभारी अभिजीत मंडल को गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों पर सबूतों से छेड़छाड़ करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस गिरफ्तारी ने मामले को और गंभीर बना दिया है, जिससे अब न्याय की उम्मीद और भी बढ़ गई है।
पूर्व प्रिंसिपल और थाना प्रभारी की गिरफ्तारी
सीबीआई की जांच में पाया गया कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के प्रभारी अभिजीत मंडल ने इस जघन्य अपराध के सबूतों से छेड़छाड़ की। सीबीआई ने दोनों के खिलाफ ठोस सबूत जुटाए हैं, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की गई। घोष पहले ही न्यायिक हिरासत में थे, और अब मंडल को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। मंडल पर आरोप है कि उन्होंने एफआईआर दर्ज करने में देरी की और अपराध के साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ की।
सीबीआई ने अदालत में किया पेश
सीबीआई ने रविवार को संदीप घोष और अभिजीत मंडल को अदालत में पेश किया। अदालत में इन पर सबूतों से छेड़छाड़, अपराध को दबाने और एफआईआर में देरी जैसे गंभीर आरोप लगाए गए। सीबीआई की इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि जांच एजेंसी इस मामले में किसी भी अपराधी को बख्शने के मूड में नहीं है।
गंभीर आरोप: न्याय की लड़ाई
इस मामले में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी, जिसने पूरे समाज को हिला कर रख दिया। सीबीआई ने शनिवार को संदीप घोष के खिलाफ सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप जोड़े, जिससे मामला और पेचीदा हो गया। अभिजीत मंडल की गिरफ्तारी इस बात का प्रमाण है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जनता की मांग: त्वरित न्याय
इस जघन्य अपराध के बाद जनता की ओर से न्याय की मांग तेज हो गई है। लोग सीबीआई की कार्रवाई से संतुष्ट हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी। इस घटना ने कोलकाता में महिला सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पूरे राज्य में इस घटना की चर्चा हो रही है।
कानून का शिकंजा: अपराधियों पर कड़ी नजर
सीबीआई की तफ्तीश से यह स्पष्ट हो चुका है कि इस मामले में कोई भी अपराधी बच नहीं पाएगा। जांच एजेंसी ने साफ कर दिया है कि सबूतों से छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह गिरफ्तारी कानून के तहत न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अब सभी की निगाहें अदालत की अगली सुनवाई पर टिकी हैं, जहां से आगे की कार्रवाई होगी।