आज,,,श्रीविधा सम्मेलन का भव्य आयोजन: 400 से अधिक महिलाओं की होगी भागीदारी, आत्मनिर्भरता और साइबर सुरक्षा पर विशेष सत्र


के कुमार आहूजा  2024-09-15 07:15:48



  आज,,,श्रीविधा सम्मेलन का भव्य आयोजन: 400 से अधिक महिलाओं की होगी भागीदारी, आत्मनिर्भरता और साइबर सुरक्षा पर विशेष सत्र

बीकानेर में इस रविवार का दिन खास होने वाला है, जहां 400 से अधिक महिलाएं एक मंच पर एकत्रित होंगी और समाज एवं देश की उन्नति के लिए अपने विचार साझा करेंगी। भारत विकास परिषद द्वारा आयोजित क्षेत्रीय महिला संस्कार सम्मेलन श्रीविधा का आयोजन महिलाओं की शक्ति, नेतृत्व और आत्मनिर्भरता पर केंद्रित होगा। इस सम्मेलन में भाग लेने वाली महिलाएं, समाज में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को लेकर एक नए अध्याय की शुरुआत करेंगी। जानिए इस बड़े आयोजन के पीछे की पूरी कहानी और सम्मेलन की खासियत।

महिला शक्ति को प्रोत्साहन देने के लिए श्रीविधा सम्मेलन

भारत विकास परिषद उत्तर पश्चिम क्षेत्र (राजस्थान प्रदेश) द्वारा बीकानेर के पार्क पैराडाइज होटल में 15 सितंबर 2024 को एक ऐतिहासिक सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन का नाम श्रीविधा है, जो महिलाओं के संस्कार, आत्मनिर्भरता और समाज में उनकी भूमिका को सशक्त बनाने का संदेश देता है। आयोजन का उद्देश्य महिलाओं को समाज में अपने अधिकार और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना है।

क्षेत्रीय महिला नेतृत्व का प्रमुख मंच

इस भव्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बीकानेर की पुलिस अधीक्षक श्रीमती तेजस्विनी गौतम और भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री दुर्गादत्त शर्मा उपस्थित रहेंगे। इन दोनों प्रमुख व्यक्तित्वों का मार्गदर्शन सम्मेलन में मौजूद सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणास्त्रोत साबित होगा। इसके अलावा, केन्द्रीय कारागृह बीकानेर की जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल का सानिध्य भी सम्मेलन को खास बनाएगा।

राजस्थान की 400 से अधिक महिलाएं होंगी शामिल

भारत विकास परिषद के क्षेत्रीय महासचिव सीए संदीप बाल्दी ने जानकारी दी कि इस सम्मेलन में राजस्थान के विभिन्न हिस्सों से 400 से अधिक महिलाएं भाग लेंगी। सभी महिलाओं का ऑनलाइन पंजीकरण पहले ही पूरा हो चुका है, जिससे आयोजन की भव्यता और भी बढ़ गई है। यह सम्मेलन न केवल महिलाओं के विकास पर केंद्रित होगा, बल्कि उनकी भागीदारी के महत्व पर भी चर्चा करेगा।

महिला सशक्तिकरण के लिए नृत्य और नाटिका का मंचन

कार्यक्रम संयोजिका श्रीमती शशि चुग ने बताया कि सम्मेलन में महिलाओं की आत्मरक्षा और आत्मनिर्भरता पर आधारित नृत्य नाटिका और साइबर सुरक्षा पर नाटक का प्रदर्शन किया जाएगा। इन गतिविधियों का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को अपने अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है। नृत्य और नाटिका के माध्यम से महिलाओं के आत्मबल और क्षमता को बढ़ावा देने के प्रयास किए जाएंगे।

सम्मेलन के चार सत्रों में होंगी विशेष चर्चाएं

प्रांतीय अध्यक्ष रितेश अरोड़ा के अनुसार, यह संस्कार सम्मेलन चार सत्रों में विभाजित होगा। प्रत्येक सत्र में विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा होगी। सम्मेलन का आयोजन मीरा शाखा, बीकानेर द्वारा किया जा रहा है, जो राजस्थान उत्तर प्रांत के आयोजन का मुख्य केंद्र होगा। सम्मेलन में महिलाएं अपनी नेतृत्व क्षमता को बढ़ाने और समाज में समान अवसरों के महत्व पर चर्चा करेंगी।

नेतृत्व विकास और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता

प्रांतीय महिला संयोजिका डॉक्टर दीप्ति वाहल और मीरा शाखा अध्यक्ष श्रीमती ऋतु मित्तल ने बताया कि सम्मेलन के दौरान महिलाओं में नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा। प्रत्येक प्रांत की महिला संयोजिका को अपने मन की बात रखने और समसामयिक विषयों पर चर्चा करने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, भारत विकास परिषद की जानकारी पर आधारित प्रबोधिनी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी होगी, जिसमें महिलाओं को परिषद की गतिविधियों और उद्देश्यों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।

उत्कृष्ट महिला सहभागिता पर सम्मान समारोह

सम्मेलन के अंतिम सत्र में राजस्थान प्रदेश की उन शाखाओं और भामाशाहों को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने महिला सहभागिता के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान दिया है। यह सम्मान समारोह प्रदेश की महिलाओं को प्रोत्साहित करेगा और उन्हें समाज में अधिक योगदान देने के लिए प्रेरित करेगा।

श्रीविधा सम्मेलन की भव्य तैयारियां

श्रीविधा सम्मेलन की आयोजक शाखा, मीरा शाखा, बीकानेर की महिलाओं ने आयोजन की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। सम्मेलन को सफल बनाने के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया है, जिनका काम सम्मेलन की सभी व्यवस्थाओं को संभालना है। महिलाओं की भागीदारी को लेकर सभी समितियां उत्साहित हैं और प्रदेश भर से आ रही महिलाओं के स्वागत के लिए आतुर हैं।

महिलाओं की आत्मनिर्भरता और समाज में उनकी भागीदारी का संदेश

इस सम्मेलन का उद्देश्य सिर्फ महिलाओं की सहभागिता बढ़ाना ही नहीं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाना भी है। सम्मेलन में होने वाली चर्चाओं, नृत्य नाटिका, और साइबर सुरक्षा के नाटकों के माध्यम से महिलाओं को उनकी सुरक्षा और अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाएगा।

आत्मनिर्भरता और समानता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

श्रीविधा सम्मेलन, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें समाज में समान अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह सम्मेलन न केवल महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करेगा, बल्कि उन्हें नेतृत्व के गुण भी सिखाएगा। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मविश्वास से भरना और उन्हें समाज में नेतृत्व के नए अवसर प्रदान करना है।

सम्मेलन की आयोजन समितियों में महिलाओं की बड़ी भूमिका

सम्मेलन की सफलता में मीरा शाखा की महिलाओं की अहम भूमिका होगी, जिन्होंने पूरी जिम्मेदारी से आयोजन की तैयारियां की हैं। अलग-अलग समितियों के गठन से कार्यों का वितरण भी सही ढंग से किया गया है। इससे यह साबित होता है कि महिलाएं सिर्फ समाज में ही नहीं, बल्कि आयोजन समितियों और नेतृत्व में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं।

सम्मेलन से प्राप्त होगा प्रेरणादायक संदेश

श्रीविधा सम्मेलन महिलाओं को आत्मनिर्भरता, आत्मरक्षा और समान अवसरों के लिए प्रेरित करेगा। यह आयोजन न केवल राजस्थान में, बल्कि पूरे देश में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी के लिए एक नया अध्याय साबित हो सकता है। इस सम्मेलन से मिले संदेश और प्रेरणाएँ न केवल महिलाओं को, बल्कि समाज के हर वर्ग को प्रभावित करेंगी।

बहरहाल, 15 सितंबर को बीकानेर में होने वाला यह संस्कार सम्मेलन महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण मंच होगा। भारत विकास परिषद द्वारा आयोजित इस सम्मेलन से न केवल महिलाओं को प्रेरणा मिलेगी, बल्कि समाज में उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाएगी। यह आयोजन महिलाओं के नेतृत्व क्षमता, आत्मनिर्भरता और साइबर सुरक्षा पर विशेष ध्यान देगा, जो उनके सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।


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