श्री पंच प्रतिक्रमण सूत्र (विधि सहित) का लोकार्पण
के कुमार आहूजा 2024-09-13 07:29:42
श्री पंच प्रतिक्रमण सूत्र (विधि सहित) का लोकार्पण
बीकानेर, 12 सितम्बर। आचार्यश्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी के सान्निध्य में गुरुवार को ढढ्ढा चौक के प्रवचन पंडाल यशराग कियमें खरतरगच्छीय श्री पंच प्रतिक्रमण सूत्र’’ (विधि सहित) के पांचवें संस्करण का लोकार्पण हुआ। इस पुस्तक का संपादन आचार्यश्री पीयूष सागर सूरीश्वरजी ने किया है। पुस्तक का प्रकाशन जबलपुर के कोठारी परिवार ने किया है। श्रीमती रेखा गोलछा पत्नी रवि गोलछा के अट्ठाई पर वरिष्ठ श्राविका श्रीमती सरोज मुसरफ ने अभिनंदन किया
पुस्तक का लोकार्पण श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा, श्री जिनेश्वर युवक परिषद के अध्यक्ष संदीप मुसरफ, मंत्री मनीष नाहटा, धीरज बरड़िया, पुस्तक प्रकाशन के लाभार्थी खरतरवसही पालीतणा के ट्रस्टी जबलपुर के मनीष कोठारी, श्री नमिऊण नाथ जैन श्वेताम्बर मणिधारी तीर्थ सिवनी जबलपुर के ट्रस्टी आशीष कोठारी ने किया। खरतरवसही पालीतणा के ट्रस्टी जबलपुर के मनीष कोठारी ने विचार रखे। इस अवसर पर वरिष्ठ श्रावक विमल सुराणा, मनीष बोथरा, धीरज बरड़िया ने मुनि संवर रत्न सागर के वीर पिता शांति लाल भुगड़ी (बालोद), मनीष कोठारी व आशीष कोठारी जबलपुर, बाड़मेर के सोहन लाल संकलेचा, वीर दादा बसंत कुमार सुराणा, कमल कुमार अड़गतिया, प्रफुल्ल कुमार संकलेचा, विचक्षण महिला मंडल चैन्नइ्र की सुशीला बच्छावत, वीरमाता वंदना भुगड़ी, वीर दादी उर्मिला सुराणा, श्रीमती शकुन्तला कोठारी, वर्षा कोठारी व श्रीमती कविता कोठारी का श्रीफल, दुपट्टा आदि से अभिनंदन किया गया।
आचार्यश्री ने चाय पर आधारित गीत का मुखड़ा सुनाते हुए कहा कि देव, गुरु व धर्म में रस लेने से जीवन मिठास, शक्ति, सामर्थ्य व प्रभु भक्ति मिलती है। सांसारिक विषय वस्तुओं के व्यसन का त्याग कर परमात्म भक्ति की लौ लगाएं।