70 फीट ऊंची खैरताबाद गणेश की भव्यता में भक्तों का उमड़ा सैलाब, पर्यावरण सुरक्षा के साथ मनाया जा रहा है उत्सव
2024-09-08 09:42:27
70 फीट ऊंची खैरताबाद गणेश की भव्यता में भक्तों का उमड़ा सैलाब, पर्यावरण सुरक्षा के साथ मनाया जा रहा है उत्सव
☼ सभी सम्मानित पाठकों को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं...
हैदराबाद के खैरताबाद में इस बार गणेश चतुर्थी पर भक्तों के लिए खास आकर्षण है 70 फीट ऊंची बड़ा गणेश की प्रतिमा। हर साल की तरह, इस वर्ष भी खैरताबाद का गणेश उत्सव पूरे जोश और धूमधाम से मनाया जा रहा है, लेकिन इस बार खास ध्यान दिया जा रहा है पर्यावरण की सुरक्षा पर। भक्तों की अपार भीड़ यहां इकट्ठी हो रही है, जो इस भव्य और दिव्य मूर्ति के दर्शन कर रही है। इस साल का उत्सव गणेशजी की 70 फीट ऊंची प्रतिमा के साथ मनाया जा रहा है, जो इसे और भी खास बनाता है।
गणेश चतुर्थी का प्रारंभ: भक्तों का जोश और उमंग
इस साल खैरताबाद के गणेशजी की 70 फीट की प्रतिमा को स्थापित किया गया है, जो पिछले साल की 63 फीट की मूर्ति से बड़ी है। यह विशाल मूर्ति तेलंगाना के भक्तों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है, और यहां देशभर से श्रद्धालु आकर इस दिव्य मूर्ति के दर्शन कर रहे हैं। मूर्ति की सजावट और धार्मिक महत्व को देखते हुए, इस बार इसे श्री सप्तमुख महाशक्ति गणपति का रूप दिया गया है। यह रूप विशेष रूप से श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक आकर्षण का केंद्र है।
पर्यावरण सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता
इस साल की मूर्ति पर्यावरण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। मूर्ति को जैविक रंगों और प्राकृतिक मिट्टी से निर्मित किया गया है ताकि मूर्ति विसर्जन के दौरान किसी प्रकार का प्रदूषण न हो। आयोजकों ने स्पष्ट किया है कि इस बार किसी भी प्रकार के प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया गया है, जिससे यह एक पर्यावरण-मित्र उत्सव बना है। इस पहल को सभी श्रद्धालुओं और पर्यावरण प्रेमियों द्वारा खूब सराहा जा रहा है।
भक्तों की श्रद्धा और आयोजन की भव्यता
खैरताबाद में गणेशजी का यह उत्सव 1954 से मनाया जा रहा है, जब यह मात्र एक फुट की मूर्ति से शुरू हुआ था। आज यह 70 फीट की भव्यता तक पहुंच चुका है, और इसे देखने के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु हर साल यहां आते हैं। इस बार भी आयोजकों ने विशेष थीम के साथ मूर्ति का निर्माण किया है, जिसमें बालरामुदु और श्रीनिवास कल्याणम का विशेष रूप से प्रदर्शन किया गया है। लगभग 150 कारीगरों ने मिलकर इस मूर्ति को तैयार किया, जो मुंबई, तमिलनाडु, ओडिशा, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से आए थे।
गणेश चतुर्थी की धूमधाम
इस विशाल आयोजन के लिए करीब 80 से 90 लाख रुपये का खर्च अनुमानित है। यह उत्सव खैरताबाद में एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जो शहर की पहचान बन चुका है। गणेश विसर्जन के समय मूर्ति को बड़ी धूमधाम से शहर के टैंक बंड क्षेत्र में ले जाया जाएगा, जहां इसका विधिवत विसर्जन किया जाएगा।
भक्तों के लिए विशेष दिशा-निर्देश
सुरक्षा और स्वच्छता के लिए प्रशासन ने विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्लास्टिक और अन्य हानिकारक सामग्रियों का उपयोग न करें। साथ ही, आयोजकों ने यह सुनिश्चित किया है कि विसर्जन के समय जल प्रदूषण को रोकने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएंगे।
खैरताबाद गणेश उत्सव इस साल भी अपनी परंपरा और भव्यता को बनाए रखते हुए, भक्तों की आस्था का केंद्र बना हुआ है। इस बार का उत्सव न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक प्रेरक कदम साबित हो रहा है।